"सोमतीर्थ मथुरा": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
 
(3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''सोमतीर्थ / Som Tirth'''<br />
<blockquote>सोमतीर्थं तु वसुधे! पवित्रे यमुनाम्भसि।<br />
सोमतीर्थं तु वसुधे! पवित्रे यमुनाम्भसि।<br />
तत्रभिषेकं कुर्वीत सर्वकर्मप्रतिष्ठित: ।<br />
तत्रभिषेकं कुर्वीत सर्वकर्मप्रतिष्ठित: ।<br />
मोदते सोमलोके तु इदमेव न संशय:।।
मोदते सोमलोके तु इदमेव न संशय:।।
<ref>आदि वाराह पुराण</ref>
<ref>आदि वाराह पुराण</ref></blockquote>


सोमतीर्थ का दूसरा नाम गौ घाट है । यहाँ [[यमुना]] के पवित्र जल से अभिषेक करने पर सारे मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं ।
सोमतीर्थ का दूसरा नाम गौ घाट है । यहाँ [[यमुना नदी|यमुना]] के पवित्र जल से अभिषेक करने पर सारे मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं ।
==टीका-टिपण्णी==
==टीका-टिपण्णी==
<references/>
<references/>
==अन्य लिंक==
==संबंधित लेख==
{{यमुना के घाट मथुरा}}
{{ब्रज के दर्शनीय स्थल}}


[[Category:ब्रज]]
[[Category:ब्रज]]
पंक्ति 15: पंक्ति 14:
[[Category:धार्मिक स्थल कोश]]
[[Category:धार्मिक स्थल कोश]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__

20:06, 14 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण

सोमतीर्थं तु वसुधे! पवित्रे यमुनाम्भसि।

तत्रभिषेकं कुर्वीत सर्वकर्मप्रतिष्ठित: ।
मोदते सोमलोके तु इदमेव न संशय:।।

[1]

सोमतीर्थ का दूसरा नाम गौ घाट है । यहाँ यमुना के पवित्र जल से अभिषेक करने पर सारे मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं ।

टीका-टिपण्णी

  1. आदि वाराह पुराण

संबंधित लेख