"गिलूंड": अवतरणों में अंतर
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*साधारणतः घर गारे और पत्थर के बने थे। | *साधारणतः घर गारे और पत्थर के बने थे। | ||
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*पत्थरों की नींव पर भट्टे में पकायी गयी ईटों की एक 36' की खुली व एक 100'x30' की एक विशाल संरचना मिली है, जिसका क्या उपयोग था। | *पत्थरों की नींव पर भट्टे में पकायी गयी ईटों की एक 36' की खुली व एक 100'x30' की एक विशाल संरचना मिली है, जिसका क्या उपयोग था। | ||
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09:21, 20 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण
गिलूंड राजस्थान में उदयपुर के पास बनास नदी के किनारे पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है।
- गिलूंड से एक ताम्रश्मीय संस्कृति के प्रचुर प्रमाण मिले हैं, जो बनास संस्कृति के नाम से प्रसिद्ध हैं।
- यहाँ का टीला 1500x1300 फुट का है।
- साधारणतः घर गारे और पत्थर के बने थे।
- नींवों में पत्थर का प्रयोग होता था।
- बड़ी इमारतों के अवशेष अधिक मिले हैं।
- पत्थरों की नींव पर भट्टे में पकायी गयी ईटों की एक 36' की खुली व एक 100'x30' की एक विशाल संरचना मिली है, जिसका क्या उपयोग था।
- अभी तक पता नहीं चल सका है।
- पकी हुई ईंटों का साक्ष्य भी मिला है।
- मुख्यतः मृद्भाण्ड काले और लाल रंगों में मिले हैं, जिनमें तरह-तरह के रेखीय और बिन्दुदार सफ़ेद डिजाइन बने हैं।
- अन्य प्रकार के मृद्भाण्ड भी मिले हैं।
- ताँबे का प्रयोग व्यापक पैमाने पर होता था।
- इस सभ्यता का समय 1700-1300 ई.पू. निर्धारित किया गया है।
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