"अरुणाचल प्रदेश का इतिहास": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Tawang-Monestary-Arunachal-Pradesh-5.jpg|thumb|250px|तवांग, अरुणाचल प्रदेश<br /> Tawang, Arunachal Pradesh]]
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*[[अरुणाचल प्रदेश]] को पहले पूर्वात्तर सीमांत एजेंसी (नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी- नेफा) के नाम से जाना जाता था।  
*[[अरुणाचल प्रदेश]] को पहले पूर्वात्तर सीमांत एजेंसी (नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी- नेफा) के नाम से जाना जाता था।  
*इस राज्य के पश्चिम, उत्तर और पूर्व में क्रमश: भूटान, तिब्बत, चीन, और म्यांमार देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं हैं।  
*इस [[राज्य]] के पश्चिम, उत्तर और पूर्व में क्रमश: [[भूटान]], [[तिब्बत]], [[चीन]], और [[म्यांमार]] देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं हैं।  
*अरुणाचल प्रदेश की सीमा नागालैंड और असम से भी मिलती है। इस राज्य में पहाड़ी और अर्द्ध-पहाड़ी क्षेत्र है।
*अरुणाचल प्रदेश की सीमा [[नागालैंड]] और [[असम]] से भी मिलती है। इस राज्य में पहाड़ी और अर्द्ध-पहाड़ी क्षेत्र है।
* इसके पहाड़ों की ढलान [[असम]] राज्य के मैदानी भाग की ओर है।
* इसके पहाड़ों की ढलान असम राज्य के मैदानी भाग की ओर है।
*'कामेंग', 'सुबनसिरी', 'सिआंग', 'लोहित' और 'तिरप' आदि नदियां इन्हें अलग-अलग घाटियों में विभाजित कर देती हैं। यहाँ का इतिहास  लिखित रूप में उपलब्ध नहीं है।  
*'कामेंग', 'सुबनसिरी', 'सिआंग', 'लोहित' और 'तिरप' आदि नदियां इन्हें अलग-अलग घाटियों में विभाजित कर देती हैं। यहाँ का इतिहास  लिखित रूप में उपलब्ध नहीं है।  
*मौखिक परंपरा के रूप में कुछ थोड़ा सा साहित्य और ऐतिहासिक खंडहर हैं जो इस पर्वतीय क्षेत्र में मिलते हैं।   
*मौखिक परंपरा के रूप में कुछ थोड़ा सा साहित्य और ऐतिहासिक खंडहर हैं जो इस पर्वतीय क्षेत्र में मिलते हैं।   
*इन स्थानों की खुदाई और विश्लेषण के द्वारा पता चलता है कि ये ईस्वी सन प्रारंभ होने के समय के हैं।  
*इन स्थानों की खुदाई और विश्लेषण के द्वारा पता चलता है कि ये ईस्वी सन् प्रारंभ होने के समय के हैं।  
*ऐतिहासिक प्रमाणों से पता चलता है कि यह  जाना-पहचाना क्षेत्र ही नहीं था वरन जो लोग यहाँ रहते थे उनका देश के अन्य भागों से निकट का संबंध था।  
*ऐतिहासिक प्रमाणों से पता चलता है कि यह  जाना-पहचाना क्षेत्र ही नहीं था वरन् जो लोग यहाँ रहते थे उनका देश के अन्य भागों से निकट का संबंध था।  
*अरुणाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास 24 फ़रवरी, 1826 को  'यंडाबू संधि' होने के बाद असम में ब्रिटिश शासन लागू होने के बाद से प्राप्त होता हैं।  
*अरुणाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास [[24 फ़रवरी]], 1826 को  'यंडाबू संधि' होने के बाद असम में ब्रिटिश शासन लागू होने के बाद से प्राप्त होता हैं।  
*सन [[1962]] से पहले इस राज्य को नार्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (नेफा) के नाम से जाना जाता था।  
*सन [[1962]] से पहले इस राज्य को नार्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (नेफा) के नाम से जाना जाता था।  
*संवैधानिक रूप से यह असम का ही एक भाग था परंतु सामरिक महत्त्व के कारण [[1965]] तक यहाँ के प्रशासन की देखभाल विदेश मंत्रालय करता था।  
*संवैधानिक रूप से यह असम का ही एक भाग था परंतु सामरिक महत्त्व के कारण [[1965]] तक यहाँ के प्रशासन की देखभाल विदेश मंत्रालय करता था।  
*[[1965]] के पश्चात असम के राज्पाल के द्वारा यहाँ का प्रशासन गृह मंत्रालय के अन्तर्गत आ गया था।
*[[1965]] के पश्चात् असम के राज्पाल के द्वारा यहाँ का प्रशासन [[गृह मंत्रालय]] के अन्तर्गत आ गया था।
*सन [[1972]] में अरुणाचल प्रदेश को केंद्र शासित राज्य बनाया गया था और इसका नाम 'अरुणाचल प्रदेश' किया गया।  
*सन [[1972]] में अरुणाचल प्रदेश को केंद्र शासित राज्य बनाया गया था और इसका नाम 'अरुणाचल प्रदेश' किया गया।  
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07:39, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण

तवांग, अरुणाचल प्रदेश
Tawang, Arunachal Pradesh
  • अरुणाचल प्रदेश को पहले पूर्वात्तर सीमांत एजेंसी (नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी- नेफा) के नाम से जाना जाता था।
  • इस राज्य के पश्चिम, उत्तर और पूर्व में क्रमश: भूटान, तिब्बत, चीन, और म्यांमार देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं हैं।
  • अरुणाचल प्रदेश की सीमा नागालैंड और असम से भी मिलती है। इस राज्य में पहाड़ी और अर्द्ध-पहाड़ी क्षेत्र है।
  • इसके पहाड़ों की ढलान असम राज्य के मैदानी भाग की ओर है।
  • 'कामेंग', 'सुबनसिरी', 'सिआंग', 'लोहित' और 'तिरप' आदि नदियां इन्हें अलग-अलग घाटियों में विभाजित कर देती हैं। यहाँ का इतिहास लिखित रूप में उपलब्ध नहीं है।
  • मौखिक परंपरा के रूप में कुछ थोड़ा सा साहित्य और ऐतिहासिक खंडहर हैं जो इस पर्वतीय क्षेत्र में मिलते हैं।
  • इन स्थानों की खुदाई और विश्लेषण के द्वारा पता चलता है कि ये ईस्वी सन् प्रारंभ होने के समय के हैं।
  • ऐतिहासिक प्रमाणों से पता चलता है कि यह जाना-पहचाना क्षेत्र ही नहीं था वरन् जो लोग यहाँ रहते थे उनका देश के अन्य भागों से निकट का संबंध था।
  • अरुणाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास 24 फ़रवरी, 1826 को 'यंडाबू संधि' होने के बाद असम में ब्रिटिश शासन लागू होने के बाद से प्राप्त होता हैं।
  • सन 1962 से पहले इस राज्य को नार्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (नेफा) के नाम से जाना जाता था।
  • संवैधानिक रूप से यह असम का ही एक भाग था परंतु सामरिक महत्त्व के कारण 1965 तक यहाँ के प्रशासन की देखभाल विदेश मंत्रालय करता था।
  • 1965 के पश्चात् असम के राज्पाल के द्वारा यहाँ का प्रशासन गृह मंत्रालय के अन्तर्गत आ गया था।
  • सन 1972 में अरुणाचल प्रदेश को केंद्र शासित राज्य बनाया गया था और इसका नाम 'अरुणाचल प्रदेश' किया गया।
  • इस सब के बाद 20 फ़रवरी, 1987 को यह भारतीय संघ का 24वां राज्य बनाया गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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