"अरुणाचल प्रदेश का यातायात": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} अरुणाचल प्रदेश में 330 किलोमीटर लम्बा र...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{ | {{लेख विस्तार}} | ||
[[अरुणाचल प्रदेश]] में 330 किलोमीटर लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग (सड़क मार्ग) है। अरुणाचल प्रदेश की विषम भू-आकृति ने सुचारु परिवहन एवं संचार व्यवस्था को कठिन बना दिया है। पक्की सड़कों की कमी एवं रेल मार्ग की अनुपस्थितिम से अरुणाचल प्रदेश शेष [[भारत]] से लगभग कटा हुआ है, जबकि प्राचीन काल में इस क्षेत्र में विभिन्न ऊँचाइयों पर बसे गाँवों और [[तिब्बत]] के मध्य [[हिमालय]] के दर्रों से व्यापार होता था। वायुदूत अंतर्क्षेत्रीय [[भारतीय वायु सेना|वायुसेवा]] की व्यवस्था करता है। | [[अरुणाचल प्रदेश]] में 330 किलोमीटर लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग (सड़क मार्ग) है। अरुणाचल प्रदेश की विषम भू-आकृति ने सुचारु परिवहन एवं संचार व्यवस्था को कठिन बना दिया है। पक्की सड़कों की कमी एवं रेल मार्ग की अनुपस्थितिम से अरुणाचल प्रदेश शेष [[भारत]] से लगभग कटा हुआ है, जबकि प्राचीन काल में इस क्षेत्र में विभिन्न ऊँचाइयों पर बसे गाँवों और [[तिब्बत]] के मध्य [[हिमालय]] के दर्रों से व्यापार होता था। वायुदूत अंतर्क्षेत्रीय [[भारतीय वायु सेना|वायुसेवा]] की व्यवस्था करता है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{यातायात और परिवहन}} | {{यातायात और परिवहन}} | ||
[[Category:अरुणाचल प्रदेश]] | [[Category:अरुणाचल प्रदेश]] | ||
[[Category:थल यातायात]] | [[Category:थल यातायात]] |
09:02, 12 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
इस लेख में और पाठ सामग्री का जोड़ा जाना अत्यंत आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
अरुणाचल प्रदेश में 330 किलोमीटर लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग (सड़क मार्ग) है। अरुणाचल प्रदेश की विषम भू-आकृति ने सुचारु परिवहन एवं संचार व्यवस्था को कठिन बना दिया है। पक्की सड़कों की कमी एवं रेल मार्ग की अनुपस्थितिम से अरुणाचल प्रदेश शेष भारत से लगभग कटा हुआ है, जबकि प्राचीन काल में इस क्षेत्र में विभिन्न ऊँचाइयों पर बसे गाँवों और तिब्बत के मध्य हिमालय के दर्रों से व्यापार होता था। वायुदूत अंतर्क्षेत्रीय वायुसेवा की व्यवस्था करता है।
|
|
|
|
|