"उत्पलावन": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} *उत्पलावन या उत्पलारण्य बिठूर का प्र...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
*उत्पलावन या [[उत्पलारण्य]] [[बिठूर]] का प्राचीन नाम है।  
*उत्पलावन या [[उत्पलारण्य]] [[बिठूर]] का प्राचीन नाम है।  
*[[वन पर्व महाभारत]] 87, 15 में उत्पलावन का उल्लेख इस प्रकार है-  
*[[वन पर्व महाभारत]]<ref>वन पर्व महाभारत 87, 15</ref> में उत्पलावन का उल्लेख इस प्रकार है-  
:'पंचालेषु च कौरव्य कथयन्त्युत्पलावनम् विश्वामित्रोऽयजद् यत्र पुत्रेण सह कौशिक:'।  
<poem>:'पंचालेषु च कौरव्य कथयन्त्युत्पलावनम् विश्वामित्रोऽयजद् यत्र पुत्रेण सह कौशिक:'।</poem>


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
पंक्ति 9: पंक्ति 8:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 93| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==


पंक्ति 16: पंक्ति 19:
[[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]]
[[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]]
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:महाभारत]] [[Category:ऐतिहासिक स्थानावली]]
__INDEX__
__INDEX__

10:39, 15 मई 2018 के समय का अवतरण

'पंचालेषु च कौरव्य कथयन्त्युत्पलावनम् विश्वामित्रोऽयजद् यत्र पुत्रेण सह कौशिक:'।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वन पर्व महाभारत 87, 15
  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 93| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख