"यह मंदिर का दीप -महादेवी वर्मा": अवतरणों में अंतर
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|मृत्यु=[[22 सितम्बर]], 1987 | |मृत्यु=[[22 सितम्बर]], 1987 | ||
|मृत्यु स्थान=[[प्रयाग]], [[उत्तर प्रदेश]] | |मृत्यु स्थान=[[प्रयाग]], [[उत्तर प्रदेश]] | ||
|मुख्य रचनाएँ= | |मुख्य रचनाएँ=[[मेरा परिवार -महादेवी वर्मा|मेरा परिवार]], [[स्मृति की रेखाएँ -महादेवी वर्मा|स्मृति की रेखाएँ]], [[पथ के साथी -महादेवी वर्मा|पथ के साथी]], [[श्रृंखला की कड़ियाँ -महादेवी वर्मा|श्रृंखला की कड़ियाँ]], [[अतीत के चलचित्र -महादेवी वर्मा|अतीत के चलचित्र]], [[नीरजा -महादेवी वर्मा|नीरजा]], [[नीहार -महादेवी वर्मा|नीहार]] | ||
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यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो | यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो | ||
रजत शंख घड़ियाल स्वर्ण वंशी-वीणा-स्वर, | रजत शंख घड़ियाल स्वर्ण वंशी-वीणा-स्वर, | ||
गये आरती | गये आरती बेला को शत-शत लय से भर, | ||
जब था कल कंठो का मेला, | जब था कल कंठो का मेला, | ||
विहंसे उपल तिमिर था खेला, | विहंसे उपल तिमिर था खेला, | ||
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इसे अजिर का शून्य गलाने को गलने दो! | इसे अजिर का शून्य गलाने को गलने दो! | ||
चरणों से | चरणों से चिह्नित अलिन्द की भूमि सुनहली, | ||
प्रणत शिरों के अंक लिये चन्दन की दहली, | प्रणत शिरों के अंक लिये चन्दन की दहली, | ||
झर सुमन बिखरे अक्षत सित, | झर सुमन बिखरे अक्षत सित, | ||
धूप-अर्घ्य | धूप-अर्घ्य नैवेद्य अपरिमित | ||
तम में सब होंगे अन्तर्हित, | तम में सब होंगे अन्तर्हित, | ||
सबकी अर्चित कथा इसी लौ में पलने दो! | सबकी अर्चित कथा इसी लौ में पलने दो! | ||
पंक्ति 53: | पंक्ति 53: | ||
इस ज्वाला में प्राण-रूप फिर से ढलने दो! | इस ज्वाला में प्राण-रूप फिर से ढलने दो! | ||
झंझा है दिग्भ्रान्त रात की | झंझा है दिग्भ्रान्त रात की मूर्च्छा गहरी | ||
आज पुजारी बने, ज्योति का यह लघु प्रहरी, | आज पुजारी बने, ज्योति का यह लघु प्रहरी, | ||
जब तक लौटे दिन की हलचल, | जब तक लौटे दिन की हलचल, | ||
तब तक यह जागेगा प्रतिपल, | तब तक यह जागेगा प्रतिपल, | ||
रेखाओं में भर आभा-जल | रेखाओं में भर आभा-जल | ||
दूत सांझ का इसे प्रभाती तक चलने दो!</poem> | दूत सांझ का इसे प्रभाती तक चलने दो! | ||
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11:47, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
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यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो |
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