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| {{सूचना बक्सा मन्दिर | | {| class="bharattable-green" width="100%" |
| |चित्र=Meenakshi-Amman-Temple-2.jpg | | |- |
| |चित्र का नाम=मीनाक्षी मंदिर, मदुरै
| | | valign="top"| |
| |वर्णन=मीनाक्षी मंदिर [[तमिलनाडु]] राज्य के [[मदुरै]] शहर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है | | {| width="100%" |
| |स्थान=[[मदुरै]]
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| |निर्माता=
| | <quiz display=simple> |
| |जीर्णोद्धारक=
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| |निर्माण काल=16वीं [[शताब्दी]]
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| |देवी-देवता=[[शिव|भगवान शिव]] और [[पार्वती|देवी पार्वती]]
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| |वास्तुकला=द्रविड़ [[वास्तुकला]]
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| |भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=9.919444,78.119444&ll=9.91988,78.119445&spn=0.00911,0.021136&t=m&z=16&iwloc=near उत्तर- 9° 55' 10.00", पूर्व- 78° 7' 10.00"] | |
| |संबंधित लेख=[[अजगर कोइल]], [[गांधी संग्रहालय मदुरै]], [[तिरुमलई नायक महल]], [[मरियम्मन तेप्पाकुलम]], [[वैगई बाँध]], [[रामेश्वर]] | |
| |शीर्षक 1=मानचित्र लिंक | |
| |पाठ 1=[http://maps.google.com/maps?q=Meenakshi+Sundareshwarar+Temple,+Madurai,+Tamil+Nadu,+India&hl=en&ll=9.919479,78.119016&spn=0.01822,0.042272&sll=9.921041,78.118621&sspn=0.01822,0.042272&hq=Meenakshi+Sundareshwarar+Temple,&hnear=Madurai,+Tamil+Nadu,+India&t=m&z=15 गूगल मानचित्र]
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| |शीर्षक 2= | |
| |पाठ 2=
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| |अन्य जानकारी=
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| |बाहरी कड़ियाँ=[http://www.maduraimeenakshi.org/ मीनाक्षी मंदिर]
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| |अद्यतन=
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| }}
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| '''मीनाक्षी मंदिर''' [[तमिलनाडु]] राज्य के [[मदुरै]] शहर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है और इस मंदिर को मीनाक्षी सुंदरेश्वर मंदिर या मीनाक्षी अम्मान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मीनाक्षी मंदिर [[शिव|भगवान शिव]] और [[पार्वती|देवी पार्वती]] जो मीनाक्षी के नाम से जानी जाती थी, को समर्पित है।
| | {महाकाव्य साकेत संत के रचानाकार [[छत्तीसगढ़]] के कौन-से साहित्य पितृपुरुष है? |
| ==वास्तु शिल्प==
| | |type="()"} |
| मीनाक्षी मंदिर का निर्माण 16वीं [[शताब्दी]] में द्रविड़ [[वास्तुकला]] में किया गया था। 65 हज़ार वर्ग मीटर में फैले इस विशाल मंदिर को यहाँ शासन करने वाले विभिन्न वंशों ने विस्तार प्रदान किया। दक्षिण में स्थित यह इमारत सबसे ऊँची है जिसकी ऊँचाई 160 फीट है। मीनाक्षी मंदिर के विशाल अन्तर्गृह में अनेक देवी देवताओं की भव्य मूर्तियाँ स्थापित की गयी हैं। मीनाक्षी मंदिर के केन्द्र में मीनाक्षी की मूर्ति है और उससे थोड़ी ही दूर [[गणेश|भगवान गणेश]] जी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है जिसे एक ही पत्थर को काट कर बनाया गया है।
| | -डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र |
| | +सरयू प्रसाद त्रिपाठी |
| | -पंडित रामदयाल तिवारी |
| | -पंडित मुकुटधर पाण्डेय |
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| ==पौराणिक मान्यता== | | {[[छत्तीसगढ़]] में 'छेपका' किसे कहते है? |
| [[हिन्दू]] पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव अत्यन्त सुन्दर रूप में देवी मीनाक्षी से विवाह की इच्छा से पृथ्वीलोक पर आए थे। देवी मीनाक्षी पहले ही मदुरै के राजा मलयध्वज पांड्य की तपस्या से प्रसन्न हो मदुराई में अवतार ले चुकीं थीं। भगवान शिव वहाँ प्रकट हुए और उन्होंने देवी मीनाक्षी से विवाह करने का प्रस्ताव रखा और उन्होने स्वीकार किया। | | |type="()"} |
| | -छोटी [[आँख]] वाले को |
| | +चोर को |
| | -छोटी [[नाक]] वाले को |
| | -बच्चे को |
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| | {'चन्दा अमरित बरसाईत' उपन्यास के रचियता कौन है? |
| | |type="()"} |
| | +लखन लाल गुप्त |
| | -हृदय सिंह |
| | -बंशीधर पाण्डे |
| | -सीताराम मिश्र |
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| ==दर्शनीय स्थल== | | {'वीरन गीत' किस प्रमुख गीत का अंश है? |
| मीनाक्षी मंदिर में कई आकर्षण के केंद्र हैं जैसे हजार स्तम्भ मंडपम (वास्तविक नाम: स्तंभ मण्डप), प्रत्येक स्तंभ थाप देने पर भिन्न स्वर निकालता है। स्तंभ मण्डप के दक्षिण में कल्याण मण्डप स्थित है, जहां प्रतिवर्ष मध्य अप्रैल में चैत्र मास में चितिरइ उत्सव मनाया जाता है। इसमें शिव-पार्वती के विवाह का आयोजन किया जाता है। स्वर्णकमल पुष्कर (वास्तविक नाम: पोर्थमराईकुलम) एक पवित्र सरोवर है जो कि 165 फीट लम्बा एवं 120 फीट चौड़ा है। यहाँ प्रतिदिन हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
| | |type="()"} |
| | -करमा गीत |
| | +देवार गीत |
| | -ददरिया गीत |
| | -बाँस गीत |
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| ==महत्वपूर्ण उत्सव== | | {वैचारिक निबंधों की श्रेणी में आने वाला छत्तीसगढ़ी संत साहित्य के रचयिता है? 354 |
| मीनाक्षी मन्दिर से जुड़ा़ सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है मीनाक्षी तिरुकल्याणम, जिसका आयोजन [[चैत्र मास]] ([[अप्रैल]] के मध्य) में होता है। इसके अलावा अन्य [[हिन्दु]] उत्सव जैसे [[नवरात्रि]] एवं [[शिवरात्रि]] भी यहाँ धूम धाम से मनाये जाते हैं।
| | |type="()"} |
| | -केयूर भूषण |
| | -सुखदेव प्रसाद पाण्डे |
| | +धनंजय |
| | -सुखदेव सिंह |
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| ==दर्शन का समय== | | {सन्न्यास और श्रंगार की लोककथा [[छत्तीसगढ़]] के किस लोकगीत से मिलती है? |
| मीनाक्षी मंदिर में सुबह 5 बजे से दोपहर 12.30 बजे, शाम 4 बजे से रात 9.30 बजे तक।
| | |type="()"} |
| | -सुआ गीत |
| | -पण्डवानी |
| | +भरथरी |
| | -ढोलामारू |
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| {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | | {'बहुमत' साहित्यिक पत्रिका कहाँ से निकलती है? |
| | |type="()"} |
| | -[[रायपुर]] |
| | -कोरबा |
| | +भिलाई |
| | -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]] |
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| ==वीथिका== | | {प्रसिद्ध उपन्यास 'सुबह की तलाश' के लेखक कौन हैं? |
| <gallery>
| | |type="()"} |
| चित्र:Meenakshi-Amman-Temple.jpg|मीनाक्षी मंदिर, [[मदुरै]]
| | -मुकुटधर पाण्डे |
| चित्र:Meenakshi-Amman-Temple-1.jpg|मीनाक्षी मंदिर, [[मदुरै]]
| | +डॉक्टर नरेन्द्र देव वर्मा |
| चित्र:Golden-Lotus-Pushkar.jpg|मीनाक्षी मंदिर में स्वर्णकमल पुष्कर, [[मदुरै]]
| | -हेमनाथ यदु |
| चित्र:Golden-Lotus-Pushkar-1.jpg|स्वर्णकमल पुष्कर मीनाक्षी मंदिर, [[मदुरै]]
| | -बद्रीविशाल परमानन्द |
| </gallery>
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| ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | | {[[छत्तीसगढ़]] में सर्वाधिक मात्रा में बैगा जनजाति किस ज़िले में पायी जाती है? |
| <references/>
| | |type="()"} |
| | +[[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर]] |
| | -[[कवर्धा ज़िला|कवर्धा]] |
| | -[[कोरिया ज़िला|कोरिया]] |
| | -[[बस्तर ज़िला|बस्तर]] |
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| ==बाहरी कड़ियाँ== | | {'हस्ताक्षर' पत्रिका के सम्पादक कौन थे? |
| | |type="()"} |
| | -हरि ठाकुर |
| | -मधुकर खेर |
| | -ललित सुरजन |
| | +विभु कुमार |
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| ==संबंधित लेख== | | {[[छत्तीसगढ़]] के विधायक रहे एक आदिवासी नेता, जिन्होंने गोंडी में [[रामायण]] लिखी है? |
| {{तमिलनाडु के पर्यटन स्थल}} | | |type="()"} |
| __INDEX__
| | +महादेव अयातुराम |
| | -मनकूराम सोढ़ी |
| | -बलिराम कश्यप |
| | -गडरूराम सोढ़ी |
| | |
| | {सुआ गीता प्रमुखत: किनमें प्रचलित है? |
| | |type="()"} |
| | -सतनामी नारियों में |
| | -ब्रह्माण नारियों में |
| | +गोंड नारियों में |
| | -इनमें से कोई नहीं |
| | |
| | {छेर-छेरा गीत किस समय गया जाता था? |
| | |type="()"} |
| | -होली के समय |
| | +नई फसल के स्वागत के समय |
| | -दीपावली के समय |
| | -रामनवमी के समय |
| | |
| | {छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक प्रसिद्ध लोक नृत्य कौन-सा है? |
| | |type="()"} |
| | +करमा नृत्य |
| | -पन्थी नृत्य |
| | -सुआ नृत्य |
| | -देवार नृत्य |
| | |
| | {कबीर पन्थ के वर्तमान आचार्य कौन है? |
| | |type="()"} |
| | +प्रकाश मुनि साहब |
| | -भानु मुनि साहब |
| | -धर्मदास मुनि साहब |
| | -आनन्द मुनि साहब |
| | |
| | {साहित्य में छत्तीसगढ़ी' शब्द का प्रथम प्रयोग कब किया गया था? |
| | |type="()"} |
| | -सन 1387 |
| | +सन 1487 |
| | -सन 1587 |
| | -सन 1687 |
| | |
| | {प्रसिद्ध रचना 'झलमला' के रचनाकार कौन है? |
| | |type="()"} |
| | -पंडित मुकुटधर पाण्डेय |
| | -डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र |
| | +डॉक्टर पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी |
| | -पंडित द्वारिका प्रसाद तिवारी 'विप्र' |
| | |
| | </quiz> |
| | |} |
| | |} |
| __NOTOC__ | | __NOTOC__ |