"अगरतला": अवतरणों में अंतर
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 42: | पंक्ति 42: | ||
==इतिहास== | ==इतिहास== | ||
अगरतला की स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी। | अगरतला की स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी। | ||
==पर्यटन स्थल== | |||
*अगरतला के आकर्षण का मुख्य केंद्र महाराजा राधा किशोर द्वारा सन [[1901]] में निर्मित उज्जयंत महल है। | |||
*19वी शताब्दी में निर्मित जगन्नाथ मंदिर तथा चतुर्दशी देवता का मंदिर यहां स्थित प्रमुख मंदिर हैं। | |||
*अगरतला से 33 किलोमीटर दूर से सिपाही जला वनस्पतिक उद्यान तथा [[झील]] के लिए प्रसिद्ध है। | |||
*शहर से 55 किलोमीटर दूर रुद्रसागर झील में निर्मित नीरमहल भी दर्शनीय है। | |||
*अगरतला से 57 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध त्रिपुरा सुंदरी मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था। | |||
==यातायात और परिवहन== | ==यातायात और परिवहन== | ||
====हवाई मार्ग==== | ====हवाई मार्ग==== |
12:17, 11 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
अगरतला
| |
विवरण | अगरतला, त्रिपुरा राज्य की राजधानी है। अगरतला शहर पूर्वोत्तर भारत, सघन कृषि वाले मैदान में बांग्लादेश की सीमा के निकट स्थित है। |
राज्य | त्रिपुरा |
ज़िला | पश्चिम त्रिपुरा |
स्थापना | सन 1850 |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर-23° 30' 0.00", पूर्व-91° 30' 0.00" |
मार्ग स्थिति | अगरतला, मिज़ोरम की राजधानी आइजोल के हवाई अड्डे से 295 किमी दूरी पर स्थित है। |
सिंगरभिल हवाई अड्डा | |
अगरतला रेलवे स्टेशन | |
रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस | |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 0381 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र | |
अन्य जानकारी | अगरतला में बंगाली भाषा बोली जाती है और यहाँ हैंडलूम बुनाई का मुख्य उद्योग है। त्रिपुरा का अधिकतर भाग जंगलों से घिरा हुआ है, जो प्रकृति-प्रेमी पर्यटकों को आकर्षित करता है। |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 16:55, 7 मई 2012 (IST)
|
अगरतला त्रिपुरा राज्य की राजधानी है। अगरतला शहर पूर्वोत्तर भारत, सघन कृषि वाले मैदान में बांग्लादेश की सीमा के निकट स्थित है। अनेक गाँवो के मध्य हवोवा नदी के आर-पार बसा यह शहर इस क्षेत्र का व्यापारिक केन्द्र है।
इतिहास
अगरतला की स्थापना 1850 में महाराज राधा कृष्ण किशोर माणिक्य बहादुर द्वारा की गई थी।
पर्यटन स्थल
- अगरतला के आकर्षण का मुख्य केंद्र महाराजा राधा किशोर द्वारा सन 1901 में निर्मित उज्जयंत महल है।
- 19वी शताब्दी में निर्मित जगन्नाथ मंदिर तथा चतुर्दशी देवता का मंदिर यहां स्थित प्रमुख मंदिर हैं।
- अगरतला से 33 किलोमीटर दूर से सिपाही जला वनस्पतिक उद्यान तथा झील के लिए प्रसिद्ध है।
- शहर से 55 किलोमीटर दूर रुद्रसागर झील में निर्मित नीरमहल भी दर्शनीय है।
- अगरतला से 57 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध त्रिपुरा सुंदरी मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था।
यातायात और परिवहन
हवाई मार्ग
अगरतला में अगरतला हवाई अड्डा स्थित है। यह वायु मार्ग द्वारा कोलकाता, बेंगळूरू, मुम्बई, दिल्ली आदि विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। भारत के प्रमुख शहरों के लिए नियमित रूप से पटना में हवाई जहाज़ उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग
अगरतला का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन कुमारघाट है।
सड़क मार्ग
अगरतला धलाई सड़कमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
शिक्षण संस्थान
यहाँ एक मन्दिर के साथ-साथ त्रिपुरा विश्वविद्यालय से संबद्ध कई महाविद्यालय हैं। जिनमें महाराजा वीर विक्रम महाविद्यालय और त्रिपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं।
पर्यटन
विधानसभा भवन में तब्दील हो चुका महाराजा का प्राचीन ब्रिटिश वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। अगरतला में प्रमुख आकर्षण केन्द्र उज्जौन्ता पैलेस, राज्य संग्रहालय, जनजातीय संग्रहालय, सुकान्ता एकेडमी, एम.बी.बी. कॉलेज, लक्ष्मीनारायाण मंदिर, उमा महेश्वर मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, बेनुबन बिहार, गेडु मीन मस्जिद, मलांच निवास, रविन्द्र कनान, पुरबाशा, हस्तशिल्प केन्द्र, चौदहवां देवी मंदिर, चर्च आदि हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार अगरतला शहर की जनसंख्या 1,89,327 है।
|
|
|
|
|