"तारा (बालि की पत्नी)": अवतरणों में अंतर

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* तारा पंचकन्याओं में हैं- एक श्लोक देखिए
*रामायण में [[श्रीराम]] के हाथों बालि का वध हुआ था।
 
*बालि की मृत्यु के उपरांत उसकी पत्नी तारा से बालि के छोटे भाई [[सुग्रीव]] ने विवाह किया।<ref>[[महाभारत]], [[वन पर्व महाभारत|वनपर्व]], 280 1 से 39</ref>
*तारा की गिनती [[पंचकन्या|पंचकन्याओं]] में भी की जाती है-
<blockquote>अहल्या द्रौपदी तारा कुंती मंदोदरी तथा। <br />
<blockquote>अहल्या द्रौपदी तारा कुंती मंदोदरी तथा। <br />
पंचकन्या: स्मरेतन्नित्यं महापातकनाशम्॥<ref>[[ब्रह्म पुराण]] 3.7.219</ref></blockquote>  
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07:35, 20 जून 2012 के समय का अवतरण

तारा एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- तारा (बहुविकल्पी)

तारा प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण के अनुसार सुग्रीव के भाई बालि की पत्नी व सुषेण की पुत्री थी। लंका के राजा रावण की भरी सभा अपना पैर गाड़ने वाला अंगद तारा का ही पुत्र था।

  • रामायण में श्रीराम के हाथों बालि का वध हुआ था।
  • बालि की मृत्यु के उपरांत उसकी पत्नी तारा से बालि के छोटे भाई सुग्रीव ने विवाह किया।[1]
  • तारा की गिनती पंचकन्याओं में भी की जाती है-

अहल्या द्रौपदी तारा कुंती मंदोदरी तथा।
पंचकन्या: स्मरेतन्नित्यं महापातकनाशम्॥[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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