"उत्तराखण्ड का यातायात": अवतरणों में अंतर
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देहरादून में एक हवाई अड्डा है। जौली ग्रांट (देहरादून) और पंतनगर (ऊधमसिंह नगर) में हवाई पट्टियाँ हैं। नैनी-सैनी (पिथौरागढ़), गौचर (चमोली) और चिनयालिसौर (उत्तरकाशी) में हवाई पट्टियों को बनाने का कार्य निर्माणाधीन है। 'पवनहंस लि.' ने '[[रुद्रप्रयाग]]' से '[[केदारनाथ]]' तक तीर्थ यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा शुरू की है। | देहरादून में एक हवाई अड्डा है। जौली ग्रांट (देहरादून) और पंतनगर (ऊधमसिंह नगर) में हवाई पट्टियाँ हैं। नैनी-सैनी (पिथौरागढ़), गौचर (चमोली) और चिनयालिसौर (उत्तरकाशी) में हवाई पट्टियों को बनाने का कार्य निर्माणाधीन है। 'पवनहंस लि.' ने '[[रुद्रप्रयाग]]' से '[[केदारनाथ]]' तक तीर्थ यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा शुरू की है। |
06:39, 11 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
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- सडकें
- उत्तराखण्ड में पक्की सडकों की कुल लंबाई 21,490 किलोमीटर है।
- लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की लंबाई 17,772 कि.मी., स्थानीय निकायों द्वारा बनाई गई सड़कों की लंबाई 3,925 कि.मी. हैं।
- उत्तराखण्ड राज्य की विभिन्न प्रकार की सड़कें लगभग सभी नगरों को जोड़ती हैं।
- उत्तराखण्ड राज्य से होकर कोई राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं गुज़रता। उत्तर के सीमान्त इलाक़े सड़कों से जुड़े नहीं हैं।
- पहाड़ों के कच्चे रास्ते ही मुख्यत: गाँवों को नगरों से जोड़ते हैं।
- ज़्यादातर राजकीय राजमार्ग भारत के अन्य भागों से पर्यटकों को लाने-ले जाने और विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति के लिए प्रयुक्त होते हैं।
- रेलवे
रेल पथ उत्तर प्रदेश के मैदानों के विस्तार के रूप में घाटियों के ऊपर तक पाए जाते हैं। इनमें से कोई भी विस्तार राज्य से अंतर्सबंधित नहीं है। उत्तराखंड के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं-
- उड्डयन
देहरादून में एक हवाई अड्डा है। जौली ग्रांट (देहरादून) और पंतनगर (ऊधमसिंह नगर) में हवाई पट्टियाँ हैं। नैनी-सैनी (पिथौरागढ़), गौचर (चमोली) और चिनयालिसौर (उत्तरकाशी) में हवाई पट्टियों को बनाने का कार्य निर्माणाधीन है। 'पवनहंस लि.' ने 'रुद्रप्रयाग' से 'केदारनाथ' तक तीर्थ यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा शुरू की है।
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