"कनकमुनिका स्तूप": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "<references/> *पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अका) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "Category:बौद्ध धर्म कोश" to "Category:बौद्ध धर्म कोशCategory:धर्म कोश") |
||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}}{{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | {{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}}{{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:बौद्ध धार्मिक स्थल]][[Category:बौद्ध धर्म कोश]][[Category:पर्यटन कोश]] | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:बौद्ध धार्मिक स्थल]][[Category:बौद्ध धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]][[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
13:45, 21 मार्च 2014 के समय का अवतरण
कनकमुनिका स्तूप उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में निग्लीब गाँव के निकट स्थित है। मौर्य सम्राट अशोक दो बार इस स्तूप का दर्शन करने के लिए आया था।
- पहली बार सम्राट अशोक अपने राज्याभिषेक के चौदहवें वर्ष में और दूसरी बार बीसवें वर्ष में कनकमुनिका स्तूप पर आया था।
- अशोक जब पहली बार स्तूप का दर्शन करने गया था तो उसने स्तूप का विस्तार कराकर उसका आकार पहले से दुगुना करवा दिया।
- दूसरी बार जब वह उसका दर्शन करने गया तो उसने वहाँ एक प्रस्तर स्तम्भ स्थापित करवाया।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 74 |
- ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार