"पावस रितु बृन्दावनकी -बिहारी लाल": अवतरणों में अंतर
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रितु राजै है, स्याम की सुंदर मुरली बाजै है॥3॥ | रितु राजै है, स्याम की सुंदर मुरली बाजै है॥3॥ | ||
(रसिक) बिहारीजी रो भीज्यो पीतांबर प्यारी जी री चूनर सारी है। | (रसिक) बिहारीजी रो भीज्यो पीतांबर प्यारी जी री चूनर सारी है। | ||
सुखकारी है, कुंजाँ झूल रह्या पिय प्यारी | सुखकारी है, कुंजाँ झूल रह्या पिय प्यारी है॥4॥ | ||
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10:45, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
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पावस रितु बृन्दावन की दुति दिन-दिन दूनी दरसै है। |
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