"निर्भय क्रूज मिसाइल": अवतरणों में अंतर
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*[[ओडिशा]] के परीक्षण रेंज से डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। निर्भय सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को भारत में ही डिजाइन और तैयार किया गया है। इस मिसाइल का पहला परिक्षण [[12 मार्च]] [[2013]] में किया गया था। | *[[ओडिशा]] के परीक्षण रेंज से डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। निर्भय सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को भारत में ही डिजाइन और तैयार किया गया है। इस मिसाइल का पहला परिक्षण [[12 मार्च]] [[2013]] में किया गया था। | ||
*1000 किलोमीटर दूरी तक निशाना साधने में सक्षम निर्भय मिसाइल को बालासोर जिले के चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च पैड से छोटी दूरी के लिए दागा गया। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेश में विकसित की गई निर्भय मिसाइल 300 किलोग्राम तक के वॉरहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल एक टर्बोफैन या टबोर्जेट इंजन के साथ यात्रा कर सकती है और एक अत्यधिक उन्नत इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली से निर्देशित है। | *1000 किलोमीटर दूरी तक निशाना साधने में सक्षम निर्भय मिसाइल को बालासोर जिले के चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च पैड से छोटी दूरी के लिए दागा गया। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेश में विकसित की गई निर्भय मिसाइल 300 किलोग्राम तक के वॉरहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल एक टर्बोफैन या टबोर्जेट इंजन के साथ यात्रा कर सकती है और एक अत्यधिक उन्नत इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली से निर्देशित है। | ||
*इससे पहले भी डीआरडीओ के वैज्ञानिको ने निर्भय सब सोनिक क्रूज मिसाइल के 5 बार परीक्षण किए। पहली बार [[मार्च 2013]] में किया गया था। उस समय मिसाइल में खराबी आने के कारण मिसाइल ने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था। दूसरी बार [[अक्तूबर 2014]] में किया गया। तीसरी बार [[ | *इससे पहले भी डीआरडीओ के वैज्ञानिको ने निर्भय सब सोनिक क्रूज मिसाइल के 5 बार परीक्षण किए। पहली बार [[मार्च 2013]] में किया गया था। उस समय मिसाइल में खराबी आने के कारण मिसाइल ने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था। दूसरी बार [[अक्तूबर 2014]] में किया गया। तीसरी बार [[अक्टूबर 2015]] इस परीक्षण में मिसाइल 128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने रास्ते से भटक गई थी। चौथी बार [[दिसम्बर 2016]] और पांचवीं बार इस मिसाइल का [[नवंबर 2017]] में परीक्षण किया गया। | ||
*निर्भय दो चऱण वाली मिसाइल है, पहली बार में लबंवत दूसरे चरण में क्षैतिज। यह पारंपरिक रॉकेट की तरह सीधा आकाश में जाती है फिर दूसरे चरण में क्षैतिज उड़ान भरने के लिए 90 डिग्री का मोड़ लेती है। इस मिसाइल को 6 मीटर लंबी और 0.52 मीटर चौड़ी बनाया गया है। | *निर्भय दो चऱण वाली मिसाइल है, पहली बार में लबंवत दूसरे चरण में क्षैतिज। यह पारंपरिक रॉकेट की तरह सीधा आकाश में जाती है फिर दूसरे चरण में क्षैतिज उड़ान भरने के लिए 90 डिग्री का मोड़ लेती है। इस मिसाइल को 6 मीटर लंबी और 0.52 मीटर चौड़ी बनाया गया है। | ||
*यह मिसाइल 0.6 से लेकर 0.7 मैक की [[गति]] से उड़ सकती है। इसका वजन अधिकतम 1500 किलोग्राम है जो 1000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। एडवांस सिस्टम लेबोरेटरी द्वारा बनाई गई ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर का प्रयोग किया गया है, जिससे मिसाइल को ईंधन मिलता है। | *यह मिसाइल 0.6 से लेकर 0.7 मैक की [[गति]] से उड़ सकती है। इसका वजन अधिकतम 1500 किलोग्राम है जो 1000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। एडवांस सिस्टम लेबोरेटरी द्वारा बनाई गई ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर का प्रयोग किया गया है, जिससे मिसाइल को ईंधन मिलता है। |
11:06, 25 जून 2020 के समय का अवतरण
निर्भय (अंग्रेज़ी: Nirbhay Cruise Missile) भारत की सब-सोनिक क्रूज मिसाइल है। यह मिसाइल 1000 किलोमीटर तक मार करने में पूरी तरह सक्षम है। इसे भारत में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित किया गया है। यह मिसाइल बिना भटके अपने निशाने पर अचूक मार करने में सक्षम है।
- ओडिशा के परीक्षण रेंज से डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। निर्भय सब-सोनिक क्रूज मिसाइल को भारत में ही डिजाइन और तैयार किया गया है। इस मिसाइल का पहला परिक्षण 12 मार्च 2013 में किया गया था।
- 1000 किलोमीटर दूरी तक निशाना साधने में सक्षम निर्भय मिसाइल को बालासोर जिले के चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च पैड से छोटी दूरी के लिए दागा गया। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेश में विकसित की गई निर्भय मिसाइल 300 किलोग्राम तक के वॉरहेड ले जा सकती है। यह मिसाइल एक टर्बोफैन या टबोर्जेट इंजन के साथ यात्रा कर सकती है और एक अत्यधिक उन्नत इनर्शियल नेविगेशन प्रणाली से निर्देशित है।
- इससे पहले भी डीआरडीओ के वैज्ञानिको ने निर्भय सब सोनिक क्रूज मिसाइल के 5 बार परीक्षण किए। पहली बार मार्च 2013 में किया गया था। उस समय मिसाइल में खराबी आने के कारण मिसाइल ने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था। दूसरी बार अक्तूबर 2014 में किया गया। तीसरी बार अक्टूबर 2015 इस परीक्षण में मिसाइल 128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने रास्ते से भटक गई थी। चौथी बार दिसम्बर 2016 और पांचवीं बार इस मिसाइल का नवंबर 2017 में परीक्षण किया गया।
- निर्भय दो चऱण वाली मिसाइल है, पहली बार में लबंवत दूसरे चरण में क्षैतिज। यह पारंपरिक रॉकेट की तरह सीधा आकाश में जाती है फिर दूसरे चरण में क्षैतिज उड़ान भरने के लिए 90 डिग्री का मोड़ लेती है। इस मिसाइल को 6 मीटर लंबी और 0.52 मीटर चौड़ी बनाया गया है।
- यह मिसाइल 0.6 से लेकर 0.7 मैक की गति से उड़ सकती है। इसका वजन अधिकतम 1500 किलोग्राम है जो 1000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। एडवांस सिस्टम लेबोरेटरी द्वारा बनाई गई ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर का प्रयोग किया गया है, जिससे मिसाइल को ईंधन मिलता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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