"भारत रत्‍न": अवतरणों में अंतर

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{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय
[[चित्र:Bharat-Ratna.jpg|भारत रत्‍न<br /> Bharat Ratna|thumb]]
|चित्र=Bharat-Ratna.jpg
‘भारत-रत्न’ देश का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई। भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत]] सरकार की ओर से दिया जाता है। ‘भारत-रत्न’ उन महान व्यक्तियों की जीवन गाथा तो है ही, साथ में उन महापुरुषों के जीवन काल का इतिहास भी है।  
|चित्र का नाम=भारत रत्न
*डा. विश्वेवरैया ने जल की आपूर्ति, बांध आदि की जो योजनाएं बनाईं और उन्हें साकार किया, उनकी उस समय कल्पना कठिन थी।  
|विवरण='भारत रत्‍न' उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो [[कला]], [[साहित्य]], [[विज्ञान]], राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत सरकार]] की ओर से दिया जाता है।
*महान उद्योगपति जे.आर.डी. टाटा ने विमान-सेवा उस समय आरंभ की जब ठीक ढंग से हवाई अड्डे भी नहीं थे।
|शीर्षक 1=शुरुआत
‘भारत-रत्न’ ऐसी विभूतियों का चरित्र-चित्रण है जिनके बिना देश का इतिहास अधूरा है।
|पाठ 1=[[2 जनवरी]], [[1954]]
|शीर्षक 2=स्वरूप
|पाठ 2= [[तांबा|तांबे]] के बने [[पीपल]] के पत्ते पर [[प्लेटिनम]] का चमकता सूर्य का चिह्न होता है जिसके नीचे [[चाँदी]] में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
|शीर्षक 3=सर्वप्रथम सम्मानित
|पाठ 3= [[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]], [[चंद्रशेखर वेंकट रामन]] और [[चक्रवर्ती राजगोपालाचारी|सी. राजगोपालाचारी]]
|शीर्षक 4=अंतिम सम्मानित
|पाठ 4=[[प्रणब मुखर्जी]], [[नानाजी देशमुख]] और [[भूपेन हज़ारिका]]
|शीर्षक 5=कुल सम्मानित
|पाठ 5=48<ref>अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है जिसमें दो विदेशी नागरिक ([[ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान]] और [[नेल्‍सन मंडेला]]) भी शामिल हैं।</ref>
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|पाठ 10=कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्‍न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।
|संबंधित लेख='[[पद्म श्री|पद्मश्री]]', '[[पद्म भूषण]]' और '[[पद्म विभूषण]]'
|अन्य जानकारी=[[सुभाष चन्द्र बोस|नेताजी सुभाषचन्द्र बोस]] को [[1992]] में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया। अत: [[भारत सरकार]] ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
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‘'''भारत रत्न'''’ ([[अंग्रेज़ी]]:''Bharat Ratna'') देश का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई। भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो [[कला]], साहित्‍य, [[विज्ञान]], राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत सरकार]] की ओर से दिया जाता है। ‘भारत-रत्न’ उन महान् व्यक्तियों की जीवन गाथा तो है ही, साथ में उन महापुरुषों के जीवन काल का इतिहास भी है। [[मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया|डॉ. विश्वेश्वरैया]] ने जल की आपूर्ति, बांध आदि की जो योजनाएं बनाईं और उन्हें साकार किया, उनकी उस समय कल्पना कठिन थी। महान् उद्योगपति [[जे. आर. डी. टाटा]] ने विमान-सेवा उस समय आरंभ की जब ठीक ढंग से हवाई अड्डे भी नहीं थे। ‘भारत-रत्न’ ऐसी विभूतियों का चरित्र-चित्रण है जिनके बिना देश का इतिहास अधूरा है।
==‘भारत-रत्न’ सर्वोच्च सम्मान==
==‘भारत-रत्न’ सर्वोच्च सम्मान==
{{tocright}}
यह प्रतिवर्ष दिया जाने वाला अलंकरण नहीं। यह किसी व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व और देश के प्रति उसकी अत्यन्त समर्पण भावना के लिए यदा-कदा दिया जाने वाला अलंकरण है। अन्य पुरस्कारों '[[पद्म श्री|पद्मश्री]]', '[[पद्म भूषण]]' और '[[पद्म विभूषण]]' आदि से ‘भारत-रत्न’ श्रेष्ठ पुरस्कार है। यह उन आदर्श महान् पुरुषों को ही दिया जाता है जिनकी जीवन गाथा पुण्य-भागीरथी के समान है, जिसे जानकर एक साधारण मनुष्य अपने आप को पाप मुक्त और निर्मल पाता है। ‘भारत-रत्न’ में ऐसी विभूतियों के दिव्य चरित्र हैं जिन्होंने जीवन को इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचाया जहाँ की कोई कल्पना नहीं कर सकता। संभवत: इक़बाल ने ऐसे ही महान् पुरुषों के लिए कहा था-
यह प्रतिवर्ष दिया जानेवाला अलंकरण नहीं। यह किसी व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व और देश के प्रति उसकी अत्यन्त समर्पण भावना के लिए यदा-कदा दिया जाने वाला अलंकरण है। अन्य पुरस्कारों 'पद्मश्री', 'पद्म भूषण' और '[[पद्म विभूषण]]' आदि से ‘भारत-रत्न’ श्रेष्ठ पुरस्कार है । यह उन आदर्श महान पुरुषों को ही दिया जाता है जिनकी जीवन गाथा पुण्य-भागीरथी के समान है, जिसे जानकर एक साधारण मनुष्य अपने आप को पाप मुक्त और निर्मल पाता है। ‘भारत-रत्न’ में ऐसी विभूतियों के दिव्य चरित्र हैं जिन्होंने जीवन को इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचाया जहाँ की कोई कल्पना नहीं कर सकता। संभवत: इकबाल ने ऐसे ही महान पुरुषों के लिए कहा था-
<blockquote>खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले
ख़ुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ?</blockquote>
खुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ?
‘भारत-रत्न’ अनेक महान् व्यक्तियों की जीवन-गाथा के साथ यह [[भारत]] के उस काल का इतिहास भी है, जिस काल से इन आदर्श पुरुषों का संबंध रहा। ‘भारत-रत्न’ केवल राजनेताओं का ही नहीं वरन् इसमें वे लोग भी सम्मिलित हैं जिन्होंने देश को नई उपलब्धि दी और देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने का यत्न किया।  
‘भारत-रत्न’ अनेक महान व्यक्तियों की जीवन-गाथा के साथ यह [[भारत]] के उस काल का इतिहास भी है, जिस काल से इन आदर्श पुरुषों का संबंध रहा। ‘भारत-रत्न’ केवल राजनेताओं का ही नहीं वरन इसमें वे लोग भी सम्मिलित हैं जिन्होंने देश को नई उपलब्धि दी और देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने का यत्न किया।  
==स्वरूप==
==स्वरूप==
इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप - रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में ''भारत रत्‍न'' और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है पीछे की ओर शासकीय संकेत और आदर्श-वाक्‍य लिखा होता है। इसे सफेद फीते में डालकर गले में पहनाया जाता है।  
इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप-रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में ''भारत रत्‍न'' और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है पीछे की ओर शासकीय संकेत और आदर्श-वाक्‍य लिखा होता है। इसे सफ़ेद फीते में डालकर गले में पहनाया जाता है। एक वर्ष बाद इस डिजाइन को बदल दिया गया था। तांबे के बने [[पीपल]] के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे [[चाँदी]] में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
एक वर्ष बाद इस डिजाइन को बदल दिया गया था। तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न", और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
 
==इतिहास==
==इतिहास==
यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा  
यह पुरस्कार [[2 जनवरी]] [[1954]] को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री [[राजेन्द्र प्रसाद]] द्वारा घोषित किया गया था। दूसरे अलंकरणों के भाँति इस सम्मान को भी, नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। शुरू में इस सम्मान को 'मरणोपरांत' नहीं दिया जाता था, किंतु [[1955]] के बाद यह निर्णय लिया गया और यह मरणोपरांत भी दिया जाने लगा। [[13 जुलाई]], [[1977]] से [[26 जनवरी]], [[1980]] तक इस पुरस्कार को स्थगित कर दिया गया था।
घोषित किया गया था। दूसरे अलंकरणों के भाँति इस सम्मान को भी, नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। शुरू में इस सम्मान को 'मरणोपरांत' नहीं दिया जाता था, किंतु 1955 के बाद यह निर्णय लिया गया और यह मरणोपरांत भी दिया जाने लगा। अब तक यह सम्मान 10 व्यक्तियों को मरणोपरांत दिया गया है। 13 जुलाई 1977 से 26 जनवरी 1980 तक इस पुरस्कार को स्थगित कर दिया गया था।
 
==परम्परा==
==परम्परा==
भारत रत्‍न पुरस्‍कार की परम्‍परा 1954 में शुरु हुई थी।  
भारत रत्‍न पुरस्‍कार की परम्‍परा 1954 में शुरू हुई थी।  
*भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।
*भारत रत्न [[26 जनवरी]] को [[भारत के राष्ट्रपति]] द्वारा दिया जाता है।
*सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकट रामन|चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है।  
*सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकट रामन|चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है।  
*जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था किंतु 1980 में कांग्रेस सरकर ने इसे फिर से दोबारा शुरू किया।
*जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था किंतु 1980 में कांग्रेस सरकर ने इसे फिर से दोबारा शुरू किया।
*1980 में दोबारा शुरू होने पर इसे सर्वप्रथम मदर टेरेसा ने प्राप्त किया था।
*1980 में दोबारा शुरू होने पर इसे सर्वप्रथम [[मदर टेरेसा]] ने प्राप्त किया था।
*हमारे भू.पू. राष्‍ट्रपति, वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्‍दुल कलाम को भी 1997 में यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया गया है।
*हमारे भूतपूर्व राष्‍ट्रपति, वैज्ञानिक [[अब्दुल कलाम|डॉ. ए. पी. जे. अब्‍दुल कलाम]] को भी [[1997]] में यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया गया।
*इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्‍न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।  
*इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्‍न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।  
*यह पुरस्‍कार स्‍वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी 'एग्‍नेस गोंखा बोजाखियू', जिन्‍हें हम [[मदर टेरेसा]] के नाम से जानते है, को दिया गया।  
*यह पुरस्‍कार स्‍वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी 'एग्‍नेस गोंखा बोजाखियू', जिन्‍हें हम [[मदर टेरेसा]] के नाम से जानते हैं, को दिया गया।  
*दो अन्‍य अभारतीय - [[ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान]] को 1987 में और [[नेल्‍सन मंडेला]] को 1990 में यह पुरस्कार दिया गया।  
*दो अन्‍य अभारतीय - [[ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान]] को [[1987]] में और [[नेल्‍सन मंडेला]] को [[1990]] में यह पुरस्कार दिया गया।  
*यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्‍न सम्‍मान प्रतिवर्ष दिया जाएगा।  
*यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्‍न सम्‍मान प्रतिवर्ष दिया जाएगा।  
*मरणोपरांत सर्वप्रथम लालबहादुर शास्त्री को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
*मरणोपरांत सर्वप्रथम [[लालबहादुर शास्त्री]] को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
*श्री सत्यपाल आनन्द ने राजीव गाँधी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
*श्री सत्यपाल आनन्द ने राजीव गाँधी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
*वर्ष 2008 में यह सम्‍मान पंडित भीमसेन गुरूराज जोशी को दिया गया था।
==विरोधाभास==
==विरोधाभास==
*स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को 1992 में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया था। अत: भारत सरकार ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
*स्वतंत्रता सेनानी [[सुभाष चन्द्र बोस|नेताजी सुभाषचन्द्र बोस]] को [[1992]] में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया था। अत: [[भारत सरकार]] ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
*स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री श्री [[अबुलकलाम आज़ाद|मौलाना अबुल कलाम आज़ाद]] को जब 'भारत रत्न' दिया गया तो उन्होंने इसका विरोध किया । उनका विचार था कि इसकी चयन समिति में रहे व्यक्ति को यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिये। 1992 में उन्हें मरणोपरांत 'भारत रत्न' दिया गया।
*स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री [[अबुलकलाम आज़ाद|मौलाना अबुल कलाम आज़ाद]] को जब 'भारत रत्न' दिया गया तो उन्होंने इसका विरोध किया। उनका विचार था कि इसकी चयन समिति में रहे व्यक्ति को यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिये। [[1992]] में उन्हें मरणोपरांत 'भारत रत्न' दिया गया।
==किसे मिलता है भारत रत्न==
देश का सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' किसे मिलेगा, इसके लिए नाम की सिफारिश [[प्रधानमंत्री]] करते हैं। जिसके बाद [[राष्ट्रपति]] उस शख्स को सम्मानित करते हैं। सम्मान के लिए ऐसे शख्स के नाम की सिफारिश की जाती है जिसकी उपलब्धियां अतुलनीय हों। जिससे लोग वाकिफ हों। जो देश के लिए अहम हो।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.tv9hindi.com/knowledge/bharat-ratna-interesting-facts-how-a-personality-get-bharat-ratna-awardees-get-these-facilities-and-become-vvip-2380901.html |title=भारत रत्न मिलते ही कितना बढ़ता है रुतबा|accessmonthday=30 जनवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=tv9hindi.com |language=हिंदी}}</ref>
==क्या-क्या मिलता है==
चयनित व्यक्ति को [[भारत के राष्ट्रपति]] प्रमाणपत्र और पदक देकर सम्मानित करते हैं, जिस पर उनके हस्ताक्षर होते हैं। प्रमाणपत्र को सनद कहते हैं। वहीं [[पीपल]] के पत्ते के आकार वाले पदक के एक तरफ प्लेटिनम का चमकता सूर्य और पीछे की तरफ अशोक स्तंभ होता है। सरकार की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक, एक भारत रत्न पदक और उसके बॉक्स सहित मिनिएचर की कुल लागत 2,57,732 रुपए है। इस सम्मान के साथ किसी भी तरह की कोई धनराशि नहीं दी जाती। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि हर साल भारत रत्न की घोषणा की जाए।


सन [[1954]] में जब इसकी शुरुआत हुई तो इसे केवल जीवित लोगों को दिया गया, लेकिन अगले ही साल यानी [[1955]] में इसे मरणोपरांत देने की शुरुआत हुई। एक साल में 3 से ज्यादा भारत रत्न नहीं दिया जाता। आमतौर से यह सम्मान [[26 जनवरी]] को दिया जाता है, इससे पहले केंद्र सरकार सम्मानित होने वाले शख्स के नाम की घोषणा करती है। इसके लिए बकायदा राजपत्र के जरिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। [[2024]] में [[कर्पूरी ठाकुर]] से पहले यह सम्मान [[2019]] में प्रसिद्ध गायक और संगीतकार [[भूपेन हजारिका]] को दिया गया था।
==सुविधायें==
भारत रत्न सम्मान पाने वाले शख्स को कई सुविधाएं मिलती हैं। ये वे सुविधाएं होती हैं, जो उन्हें वीवीआईपी की कैटेगरी में लाकर खड़ा कर देती हैं। इन्हें सरकार की तरफ से कई सुविधाएं मिलती हैं। जैसे- रेलवे की तरफ से मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलती है। केंद्र सरकार इन्हें वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस में जगह देती है। यह वो प्रोटोकॉल है जो [[राष्ट्रपति]], [[उपराष्ट्रपति]], [[प्रधानमंत्री]], [[राज्यपाल]], पूर्व राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, [[भारत के मुख्य न्यायाधीश|मुख्य न्यायाधीश]], [[लोकसभा अध्यक्ष]], कैबिनेट मंत्री, [[मुख्यमंत्री]], पूर्व पीएम और [[संसद]] के विपक्ष के नेता को मिलता है।<ref name="pp"/>


वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस प्रोटोकॉल के जरिए ही यह तय किया जाता है कि सरकारी कार्यक्रमों में कौन आगे बैठेगा और कौन पीछे। इसके अलावा इन्हें डिप्लोमेट पासपोर्ट मिलता है। किसी राज्य के सरकारी गेस्ट हाउस में रुकने की सुविधा मिलती है। इन्हें राज्य में परिवहन, भोजन और आवास की सुविधा प्रदान की जाती है। सम्मान पाने वाले शख्स को भारतीय राजनयिकों और शीर्ष रैंकिंग वाले सरकारी अधिकारियों को मैरून कवर वाला डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मिलता है। इसके साथ ही ताउम्र फ्री हवाई यात्रा करने की सुविधा मिलती है।
==भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची==
==भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची==
{| class="wikitable" cellpadding="5" width="100%"
{{भारत रत्न सूची}}
|-
 
!क्रम
!वर्ष
!नाम
!जीवन
!विशेष
!चित्र
|-
|1
|1954 
|[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन|डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन]]
|5 सितंबर 1888-17 अप्रैल 1975
|दार्शनिक, द्वितीय राष्ट्रपति-भारत
|[[चित्र:Dr.Sarvepalli-Radhakrishnan.jpg|30px]]
|-
|2
|1954
|चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
|10 दिसंबर 1878-25 दिसंबर 1972
|स्वतंत्रता सेनानी, अंतिम गवर्नर जनरल
|[[चित्र:Chakravarti-Rajagopalachari.jpg|30px]]
|-
|3
|1954
|[[चंद्रशेखर वेंकट रामन|डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रामन]]
|7 नवंबर 1888-21 नवंबर 1970
|भौतिकशास्त्री, [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता
|[[चित्र:C.V Raman.jpg|30px]]
|-
|4
|1955
|डॉक्टर भगवान दास
|12 जनवरी 1869-18 सितंबर 1958
|स्वतंत्रता सेनानी, लेखक
|[[चित्र:Dr.Bhagwan-Das.jpg|30px]]
|-
|5
|1955
|[[मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया|सर डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या]]
|15 सितंबर 1861-12 अप्रैल 1962
|सिविल इंजीनियर, मैसूर के दीवान
|[[चित्र:Mokshagundam-Visvesvarayya.jpg|30px]]
|-
|6
|1955
|[[जवाहरलाल नेहरू|पं. जवाहर लाल नेहरू]]
|14 नवंबर 1889-27 मई 1964
|स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, प्रथम प्रधानमंत्री-भारत
|[[चित्र:Jawahar-Lal-Nehru.jpg|30px]]
|-
|7
|1957
|[[गोविंद बल्लभ पंत]]
|10 सितंबर 1887-7 मार्च 1961
|स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश, द्वितीय गृहमंत्री-भारत
|[[चित्र:Pandit-Govind-Ballabh-Pant.jpg|30px]]
|-
|8
|1958
|डॉ. धोंडो केशव कर्वे 
|18 अप्रैल 1858-9 नवंबर 1962
|शिक्षक, समाजसुधारक
|[[चित्र:Dhondo-Keshav-Karve.jpg|30px]]
|-
|9
|1961
|डॉ. बिधनचंद्र रॉय
|1 जुलाई 1882-1 जुलाई 1962
|चिकित्सक, मुख्यमंत्री-पश्चिमी बंगाल
|[[चित्र:Dr.Bidhan-Chandra-Roy.gif|30px]]
|-
|10
|1961
|पुरूषोत्तम दास टंडन
|1 अगस्त 1882-1 जुलाई 1962
|स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक
|[[चित्र:Purushottam Das Tandon.jpg|30px]]
|-
|11
|1962
|[[राजेन्द्र प्रसाद|डॉ. राजेंद्र प्रसाद]]
|3 दिसंबर 1884-28 फरवरी 1963
|स्वतंत्रता सेनानी, विधिवेत्ता, प्रथम राष्ट्रपति-भारत
|[[चित्र:Dr.Rajendra-Prasad.jpg|30px]]
|-
|12
|1963
|[[डॉ. ज़ाकिर हुसैन]]
|8 फरवरी 1897-3 मई 1969
|विद्वान, तृतीय राष्ट्रपति-भारत
|[[चित्र:Dr.Zakir-Hussain.jpg|30px]]
|-
|13
|1963
|डॉ. पांडुरंग वामन काणे
|1880-1972
|भारतविद, संस्कृत विद्वान
|[[चित्र:Blankimage.jpg|30px]]
|-
|14
|1966
|लाल बहादुर शास्त्री
|2 अक्तूबर 1904 - 11 जनवरी 1966, 
|स्वतंत्रता सेनानी, तृतीय प्रधानमंत्री,-भारत, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Lal-Bahadur-Shastri.jpg|30px]]
|-
|15
|1971
|[[इंदिरा गाँधी]]
|19 नवंबर 1917-31 अक्तूबर 1984
|चतुर्थ प्रधानमंत्री-भारत
|[[चित्र:Indira-Gandhi.jpg|30px]]
|-
|16
|1975
|[[वाराह गिरि वेंकट गिरि|वराहगिरी वेंकट गिरी]] 
|10 अगस्त 1894-23 जून 1980
|श्रमिक संघवादी, चतुर्थ राष्ट्रपति-भारत
|[[चित्र:V.V.Giri.jpg|30px]]
|-
|17
|1976
|के. कामराज 
|15 जुलाई 1903-1975, 
|स्वतंत्रता सेनानी, मुख्यमंत्री-मद्रास, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:K.Kamaraj.jpg|30px]]
|-
|18
|1980
|[[मदर टेरेसा]]
|26 अगस्त 1910-5 सितंबर 1997
|कॅथोलिक नन, मिशनरीज़ संस्थापक, [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता
|[[चित्र:Mother-Teresa.jpg|30px]]
|-
|19
|1983
|[[आचार्य विनोबा भावे]]
|11 सितंबर 1895-15 नवंबर 1982,
|स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Vinoba-Bhave.jpg|30px]]
|-
|20
|1987
|[[ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान]]
|20 जनवरी 1890-1988,
|स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम अभारतीय प्राप्तकर्ता
|[[चित्र:Khan-Abdul-Ghaffar-Khan.jpg|30px]]
|-
|21
|1988
|मरुदुर गोपाला रामचन्द्रन (एम जी आर)
|17 जनवरी 1917-24 दिसंबर 1987, 
|अभिनेता, मुख्यमंत्री-तमिलनाडु, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:M.G.Ramachandran.jpg|30px]]
|-
|22
|1990
|[[भीमराव आम्बेडकर|डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर]] 
|14 अप्रैल 1891-6 दिसंबर 1956
|भारतीय संविधान के वास्तुकार, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, विद्वान, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Dr.Bhimrao-Ambedkar.jpg|30px]]
|-
|23
|1990
|[[नेल्‍सन मंडेला]] 
|18 जुलाई 1918,
|द्वितीय अभारतीय प्राप्तकर्ता, रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता, [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता
|[[चित्र:Nelson-Mandela.jpg|30px]]
|-
|24
|1991
|[[राजीव गाँधी|राजीव गांधी]]
|20 अगस्त1944-21 मई 1991
|सातवें प्रधानमंत्री, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Rajiv-Gandhi.jpg|30px]]
|-
|25
|1991
|सरदार वल्लभ भाई पटेल
|31 अक्तूबर 1875-15 दिसंबर 1950
|स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम गृहमंत्री-भारत, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Sardar-Vallabh-Bhai-Patel.jpg|30px]]
|-
|26
|1991
|मोरार जी देसाई
|29 फरवरी 1896-10 अप्रैल 1995
|स्वतंत्रता सेनानी, पांचवे प्रधानमंत्री-भारत
|[[चित्र:Morarji-Desai.jpg|30px]]
|-
|27
|1992
|[[अबुलकलाम आज़ाद|मौलाना अबुल कलाम आज़ाद]]
|11 नवंबर 1888-22 फरवरी 1958
|स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम शिक्षामंत्री-भारत, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Abul-Kalam-Azad.gif|30px]]
|-
|28
|1992
|जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (जे. आर. डी. टाटा)
|29 जुलाई 1904-29 नवंबर 1993
|उद्योगपति, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:J.R.D-Tata.jpg|30px]]
|-
|29
|1992
|सत्यजीत रे (राय)
|2 मई 1921-23 अप्रैल 1992
|फिल्म निर्माता-निर्देशक
|[[चित्र:Satyajit Ray.jpg|30px]]
|-
|30
|1997
|[[अब्दुल कलाम|ए. पी. जे. अब्दुल कलाम]] 
|15 अक्तूबर 1931
|वैज्ञानिक, ग्यारहवें राष्ट्रपति-भारत
|[[चित्र:A.P.J-Abdul-Kalam.jpg|30px]]
|-
|31
|1997
|गुलज़ारी लाल नंदा
|4 जुलाई 1897-15 जनवरी 1998
|स्वतंत्रता सेनानी, दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री-भारत
|[[चित्र:Guljari-Lal_Nanda.jpg|30px]]
|-
|32
|1997
|अरुणा असिफ़ अली
|16 जुलाई 1909-29 जुलाई 1996
|स्वतंत्रता सेनानी, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Aruna-Asaf-Ali.jpg|30px]]
|-
|33
|1998
|एम.एस.सुब्बालक्ष्मी
|16 सितंबर 1916-11 दिसंबर 2004
|गायिका शास्त्रीय संगीत
|[[चित्र:M.S.Subbulakshmi.jpg|30px]]
|-
|34.
|1998
|सी सुब्रह्मणियम
|30 जनवरी 1910-7 नवंबर 2000
|स्वतंत्रता सेनानी, कृषि मंत्री-भारत
|[[चित्र:C.Subramaniam.jpg|30px]]
|-
|35
|1998
|[[जयप्रकाश नारायण]]
|11 अक्तूबर 1902-8 अक्तूबर 1979
|स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:Jayaprakash-Narayan .jpg|30px]]
|-
|36
|1999
|[[रवि शंकर|पं. रवि शंकर]]
|7 अप्रैल 1920
|सितार वादक
|[[चित्र:Pandit-Ravi-Shankar.jpg|30px]]
|-
|37
|1999
|[[अमर्त्य सेन]]
|3 नवंबर 1933
| अर्थशास्त्री, [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता
|[[चित्र:Amartya Sen.jpg|30px]]
|-
|38
|1999
|गोपीनाथ बोरदोलोई
|1890 -1950
|स्वतंत्रता सेनानी, मुख्यमंत्री-असम, (मरणोपरान्त)
|[[चित्र:gopinath-bordoloi.jpg|30px]]
|-
|39
|2001
|लता मंगेशकर
|28 सितंबर 1929
|पार्श्वगायिका
|[[चित्र:Lata-Mangeshkar.jpg|30px]]
|-
|40
|2001
|उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां
|21 मार्च 1916 - 21 अगस्त 2006
|शहनाई वादक
|[[चित्र:Ustad-Bismillah-khan.jpg|30px]]
|-
|41
|2008
|[[भीमसेन जोशी|पं.भीमसेन जोशी]]
|4 फरवरी 1922
|शास्त्रीय गायक
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*[http://india.gov.in/myindia/bharatratna_awards_list1.php भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची, भारत सरकार]
*[http://india.gov.in/myindia/bharatratna_awards_list1.php भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची, भारत सरकार]
*[http://india.gov.in/myindia/bharatratna_awards.php भारत रत्न, भारत सरकार]
*[http://india.gov.in/myindia/bharatratna_awards.php भारत रत्न, भारत सरकार]
*[http://timesofindia.indiatimes.com/articleshow/2714615.cms Those who said no to top awards, Times Of India]  
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10:06, 30 जनवरी 2024 के समय का अवतरण

भारत रत्‍न
भारत रत्न
भारत रत्न
विवरण 'भारत रत्‍न' उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए भारत सरकार की ओर से दिया जाता है।
शुरुआत 2 जनवरी, 1954
स्वरूप तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य का चिह्न होता है जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
सर्वप्रथम सम्मानित सर्वपल्ली राधाकृष्णन, चंद्रशेखर वेंकट रामन और सी. राजगोपालाचारी
अंतिम सम्मानित प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हज़ारिका
कुल सम्मानित 48[1]
विशेष कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्‍न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।
संबंधित लेख 'पद्मश्री', 'पद्म भूषण' और 'पद्म विभूषण'
अन्य जानकारी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को 1992 में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया। अत: भारत सरकार ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
अद्यतन‎

भारत रत्न’ (अंग्रेज़ी:Bharat Ratna) देश का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई। भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए भारत सरकार की ओर से दिया जाता है। ‘भारत-रत्न’ उन महान् व्यक्तियों की जीवन गाथा तो है ही, साथ में उन महापुरुषों के जीवन काल का इतिहास भी है। डॉ. विश्वेश्वरैया ने जल की आपूर्ति, बांध आदि की जो योजनाएं बनाईं और उन्हें साकार किया, उनकी उस समय कल्पना कठिन थी। महान् उद्योगपति जे. आर. डी. टाटा ने विमान-सेवा उस समय आरंभ की जब ठीक ढंग से हवाई अड्डे भी नहीं थे। ‘भारत-रत्न’ ऐसी विभूतियों का चरित्र-चित्रण है जिनके बिना देश का इतिहास अधूरा है।

‘भारत-रत्न’ सर्वोच्च सम्मान

यह प्रतिवर्ष दिया जाने वाला अलंकरण नहीं। यह किसी व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व और देश के प्रति उसकी अत्यन्त समर्पण भावना के लिए यदा-कदा दिया जाने वाला अलंकरण है। अन्य पुरस्कारों 'पद्मश्री', 'पद्म भूषण' और 'पद्म विभूषण' आदि से ‘भारत-रत्न’ श्रेष्ठ पुरस्कार है। यह उन आदर्श महान् पुरुषों को ही दिया जाता है जिनकी जीवन गाथा पुण्य-भागीरथी के समान है, जिसे जानकर एक साधारण मनुष्य अपने आप को पाप मुक्त और निर्मल पाता है। ‘भारत-रत्न’ में ऐसी विभूतियों के दिव्य चरित्र हैं जिन्होंने जीवन को इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचाया जहाँ की कोई कल्पना नहीं कर सकता। संभवत: इक़बाल ने ऐसे ही महान् पुरुषों के लिए कहा था-

खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले ख़ुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ?

‘भारत-रत्न’ अनेक महान् व्यक्तियों की जीवन-गाथा के साथ यह भारत के उस काल का इतिहास भी है, जिस काल से इन आदर्श पुरुषों का संबंध रहा। ‘भारत-रत्न’ केवल राजनेताओं का ही नहीं वरन् इसमें वे लोग भी सम्मिलित हैं जिन्होंने देश को नई उपलब्धि दी और देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने का यत्न किया।

स्वरूप

इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप-रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर हिन्दी भाषा में भारत रत्‍न और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है पीछे की ओर शासकीय संकेत और आदर्श-वाक्‍य लिखा होता है। इसे सफ़ेद फीते में डालकर गले में पहनाया जाता है। एक वर्ष बाद इस डिजाइन को बदल दिया गया था। तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।

इतिहास

यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा घोषित किया गया था। दूसरे अलंकरणों के भाँति इस सम्मान को भी, नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। शुरू में इस सम्मान को 'मरणोपरांत' नहीं दिया जाता था, किंतु 1955 के बाद यह निर्णय लिया गया और यह मरणोपरांत भी दिया जाने लगा। 13 जुलाई, 1977 से 26 जनवरी, 1980 तक इस पुरस्कार को स्थगित कर दिया गया था।

परम्परा

भारत रत्‍न पुरस्‍कार की परम्‍परा 1954 में शुरू हुई थी।

  • भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।
  • सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है।
  • जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था किंतु 1980 में कांग्रेस सरकर ने इसे फिर से दोबारा शुरू किया।
  • 1980 में दोबारा शुरू होने पर इसे सर्वप्रथम मदर टेरेसा ने प्राप्त किया था।
  • हमारे भूतपूर्व राष्‍ट्रपति, वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्‍दुल कलाम को भी 1997 में यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया गया।
  • इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्‍न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।
  • यह पुरस्‍कार स्‍वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी 'एग्‍नेस गोंखा बोजाखियू', जिन्‍हें हम मदर टेरेसा के नाम से जानते हैं, को दिया गया।
  • दो अन्‍य अभारतीय - ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान को 1987 में और नेल्‍सन मंडेला को 1990 में यह पुरस्कार दिया गया।
  • यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्‍न सम्‍मान प्रतिवर्ष दिया जाएगा।
  • मरणोपरांत सर्वप्रथम लालबहादुर शास्त्री को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
  • श्री सत्यपाल आनन्द ने राजीव गाँधी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।

विरोधाभास

  • स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को 1992 में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया था। अत: भारत सरकार ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
  • स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को जब 'भारत रत्न' दिया गया तो उन्होंने इसका विरोध किया। उनका विचार था कि इसकी चयन समिति में रहे व्यक्ति को यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिये। 1992 में उन्हें मरणोपरांत 'भारत रत्न' दिया गया।

किसे मिलता है भारत रत्न

देश का सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' किसे मिलेगा, इसके लिए नाम की सिफारिश प्रधानमंत्री करते हैं। जिसके बाद राष्ट्रपति उस शख्स को सम्मानित करते हैं। सम्मान के लिए ऐसे शख्स के नाम की सिफारिश की जाती है जिसकी उपलब्धियां अतुलनीय हों। जिससे लोग वाकिफ हों। जो देश के लिए अहम हो।[2]

क्या-क्या मिलता है

चयनित व्यक्ति को भारत के राष्ट्रपति प्रमाणपत्र और पदक देकर सम्मानित करते हैं, जिस पर उनके हस्ताक्षर होते हैं। प्रमाणपत्र को सनद कहते हैं। वहीं पीपल के पत्ते के आकार वाले पदक के एक तरफ प्लेटिनम का चमकता सूर्य और पीछे की तरफ अशोक स्तंभ होता है। सरकार की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक, एक भारत रत्न पदक और उसके बॉक्स सहित मिनिएचर की कुल लागत 2,57,732 रुपए है। इस सम्मान के साथ किसी भी तरह की कोई धनराशि नहीं दी जाती। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि हर साल भारत रत्न की घोषणा की जाए।

सन 1954 में जब इसकी शुरुआत हुई तो इसे केवल जीवित लोगों को दिया गया, लेकिन अगले ही साल यानी 1955 में इसे मरणोपरांत देने की शुरुआत हुई। एक साल में 3 से ज्यादा भारत रत्न नहीं दिया जाता। आमतौर से यह सम्मान 26 जनवरी को दिया जाता है, इससे पहले केंद्र सरकार सम्मानित होने वाले शख्स के नाम की घोषणा करती है। इसके लिए बकायदा राजपत्र के जरिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। 2024 में कर्पूरी ठाकुर से पहले यह सम्मान 2019 में प्रसिद्ध गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका को दिया गया था।

सुविधायें

भारत रत्न सम्मान पाने वाले शख्स को कई सुविधाएं मिलती हैं। ये वे सुविधाएं होती हैं, जो उन्हें वीवीआईपी की कैटेगरी में लाकर खड़ा कर देती हैं। इन्हें सरकार की तरफ से कई सुविधाएं मिलती हैं। जैसे- रेलवे की तरफ से मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलती है। केंद्र सरकार इन्हें वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस में जगह देती है। यह वो प्रोटोकॉल है जो राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व पीएम और संसद के विपक्ष के नेता को मिलता है।[2]

वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस प्रोटोकॉल के जरिए ही यह तय किया जाता है कि सरकारी कार्यक्रमों में कौन आगे बैठेगा और कौन पीछे। इसके अलावा इन्हें डिप्लोमेट पासपोर्ट मिलता है। किसी राज्य के सरकारी गेस्ट हाउस में रुकने की सुविधा मिलती है। इन्हें राज्य में परिवहन, भोजन और आवास की सुविधा प्रदान की जाती है। सम्मान पाने वाले शख्स को भारतीय राजनयिकों और शीर्ष रैंकिंग वाले सरकारी अधिकारियों को मैरून कवर वाला डिप्लोमैटिक पासपोर्ट मिलता है। इसके साथ ही ताउम्र फ्री हवाई यात्रा करने की सुविधा मिलती है।

भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची

क्रम वर्ष नाम कार्य क्षेत्र चित्र
1 1954 डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन दार्शनिक
2 1954 चक्रवर्ती राजगोपालाचारी स्वतंत्रता सेनानी
3 1954 डॉ. सी. वी. रमन भौतिकशास्त्री
4 1955 डॉ. भगवान दास स्वतंत्रता सेनानी
5 1955 डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या सिविल इंजीनियर
6 1955 जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्रता सेनानी
7 1957 गोविंद बल्लभ पंत स्वतंत्रता सेनानी
8 1958 डॉ. धोंडो केशव कर्वे समाज सुधारक
9 1961 डॉ. बिधान चंद्र राय चिकित्सक
10 1961 पुरुषोत्तम दास टंडन स्वतंत्रता सेनानी
11 1962 डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्रता सेनानी
12 1963 डॉ. ज़ाकिर हुसैन विद्वान
13 1963 डॉ. पांडुरंग वामन काणे संस्कृत विद्वान
14 1966 लाल बहादुर शास्त्री स्वतंत्रता सेनानी
15 1971 इंदिरा गाँधी राजनीतिज्ञ
16 1975 वी. वी. गिरी श्रमिक संघवादी
17 1976 के. कामराज स्वतंत्रता सेनानी
18 1980 मदर टेरेसा कॅथोलिक नन lnik=मदर टेरेसा
19 1983 आचार्य विनोबा भावे स्वतंत्रता सेनानी
20 1987 ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान स्वतंत्रता सेनानी
21 1988 मरुदुर गोपालन रामचन्द्रन अभिनेता, राजनीतिज्ञ
22 1990 डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री
23 1990 नेल्‍सन मंडेला रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता
24 1991 राजीव गाँधी राजनीतिज्ञ
25 1991 सरदार पटेल स्वतंत्रता सेनानी
26 1991 मोरारजी देसाई स्वतंत्रता सेनानी
27 1992 अबुलकलाम आज़ाद स्वतंत्रता सेनानी
28 1992 जे. आर. डी. टाटा उद्योगपति
29 1992 सत्यजीत रे (राय) फ़िल्म निर्माता-निर्देशक
30 1997 डॉ. अब्दुल कलाम वैज्ञानिक
31 1997 गुलज़ारीलाल नन्दा स्वतंत्रता सेनानी
32 1997 अरुणा आसफ़ अली स्वतंत्रता सेनानी
33 1998 एम.एस. सुब्बालक्ष्मी शास्त्रीय गायिका
34. 1998 सी. सुब्रह्मण्यम स्वतंत्रता सेनानी
35 1998 जयप्रकाश नारायण स्वतंत्रता सेनानी
36 1999 पं. रवि शंकर सितार वादक
37 1999 अमर्त्य सेन अर्थशास्त्री
38 1999 गोपीनाथ बोरदोलोई स्वतंत्रता सेनानी
39 2001 लता मंगेशकर पार्श्व गायिका
40 2001 उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां शहनाई वादक
41 2008 पं. भीमसेन जोशी शास्त्रीय गायक
42 2014 प्रो. सी.एन.आर. राव रसायन वैज्ञानिक
43 2014 सचिन तेंदुलकर क्रिकेट खिलाड़ी
44 2015 मदन मोहन मालवीय विद्वान
45 2015 अटल बिहारी वाजपेयी राजनीतिज्ञ
46 2019 प्रणब मुखर्जी राजनीतिज्ञ
47 2019 भूपेन हज़ारिका संगीतकार, गायक
48 2019 नानाजी देशमुख राजनीतिज्ञ, समाजसेवी
49. 2024 कर्पूरी ठाकुर राजनीतिज्ञ, समाजसेवी
50. 2024 लालकृष्ण आडवाणी राजनीतिज्ञ
51. 2024 चौधरी चरण सिंह राजनीतिज्ञ
52. 2024 पी. वी. नरसिंह राव राजनीतिज्ञ
53. 2024 एम. एस. स्वामीनाथन अनुवांशिकी विशेषज्ञ



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शोध

टीका-टिप्पणी और संदर्भ

  1. अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है जिसमें दो विदेशी नागरिक (ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान और नेल्‍सन मंडेला) भी शामिल हैं।
  2. 2.0 2.1 भारत रत्न मिलते ही कितना बढ़ता है रुतबा (हिंदी) tv9hindi.com। अभिगमन तिथि: 30 जनवरी, 2024।

बाहरी कड़ियाँ

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