"हुमायूँ का मक़बरा": अवतरणों में अंतर
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*हुमायूँ का मक़बरा उनकी पत्नी हाजी बेग़म ने हुमायूँ की याद में बनवाया था। | *हुमायूँ का मक़बरा उनकी पत्नी हाजी बेग़म ने हुमायूँ की याद में बनवाया था। | ||
*1562-1572 के बीच बना यह मक़बरा आज दिल्ली के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक है। | *1562-1572 के बीच बना यह मक़बरा आज दिल्ली के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक है। | ||
[[चित्र:Humayun's-Tomb-Delhi-1.jpg|thumb|250px|left|हुमायूँ का मक़बरा, [[दिल्ली]] <br /> Humayun's Tomb, Delhi]] | |||
*यहाँ पर्यटक प्रतिदिन हजारों की संख्या में आते हैं। | *यहाँ पर्यटक प्रतिदिन हजारों की संख्या में आते हैं। | ||
*इस इमारत पर फ़ारसी वास्तुकार मिरक मिर्जा गियायुथ की छाप साफ देखी जा सकती है। | *इस इमारत पर फ़ारसी वास्तुकार मिरक मिर्जा गियायुथ की छाप साफ देखी जा सकती है। |
11:03, 24 जनवरी 2011 का अवतरण
- दिल्ली एक आकर्षक पर्यटन स्थल है।
- हुमायूँ एक महान मुग़ल बादशाह था जिसकी मृत्यु शेर मंडल पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिर कर हुई थी।
- हुमायूँ का मक़बरा उनकी पत्नी हाजी बेग़म ने हुमायूँ की याद में बनवाया था।
- 1562-1572 के बीच बना यह मक़बरा आज दिल्ली के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक है।
- यहाँ पर्यटक प्रतिदिन हजारों की संख्या में आते हैं।
- इस इमारत पर फ़ारसी वास्तुकार मिरक मिर्जा गियायुथ की छाप साफ देखी जा सकती है।
- यह मक़बरा संत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के पास यमुना नदी के किनारे स्थित है।
- इस जगह पर हमीदा बेग़म (अकबर की मां), दारा शिकोह (शाहजहाँ का बेटा) और बहादुर शाह ज़फ़र द्वितीय (अंतिम मुग़ल शासक) का मक़बरा भी है।
- इस मक़बरे का प्रभाव ताजमहल पर भी देखा जा सकता है।
- यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर का दर्जा दिया है। इस मक़बरे की देखरेख भारतीय पुरातत्त्व विभाग करता है।
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