"लक्ष्मीनारायण मंदिर भोपाल": अवतरणों में अंतर

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*लक्ष्मीनारायण मंदिर के मुख्य गर्भगृह के दोनों ओर भगवान शिव तथा [[दुर्गा]] के छोटे मंदिर है।  
*लक्ष्मीनारायण मंदिर के मुख्य गर्भगृह के दोनों ओर भगवान शिव तथा [[दुर्गा]] के छोटे मंदिर है।  
*मंडप, महामंडप और परिक्रमापथ की दीवारों पर [[वेद]], [[गीता]], [[रामायण]], [[महाभारत]] और [[पुराण]] आदि के श्लोक लिखे हुऐ है। *लक्ष्मीनारायण मंदिर के निकट एक संग्रहालय बना हुआ है जिसमें मध्‍य प्रदेश के रायसेन, सेहोर, मंदसौर और सहदोल आदि जगहों से लाई गईं मूर्तियाँ रखी गईं हैं।  
*मंडप, महामंडप और परिक्रमापथ की दीवारों पर [[वेद]], [[गीता]], [[रामायण]], [[महाभारत]] और [[पुराण]] आदि के श्लोक लिखे हुऐ है। *लक्ष्मीनारायण मंदिर के निकट एक संग्रहालय बना हुआ है जिसमें मध्‍य प्रदेश के रायसेन, सेहोर, मंदसौर और सहदोल आदि जगहों से लाई गईं मूर्तियाँ रखी गईं हैं।  
*लक्ष्मीनारायण मंदिर में शिव, [[विष्‍णु]] और अन्‍य अवतारों की पत्‍थर की मूर्तियाँ स्थापित हैं।
*लक्ष्मीनारायण मंदिर में शिव, [[विष्णु]] और अन्‍य अवतारों की पत्‍थर की मूर्तियाँ स्थापित हैं।
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
{{मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल}}

15:13, 5 जुलाई 2011 का अवतरण

  • लक्ष्मीनारायण मंदिर मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में स्थित है।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर भोपाल में बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर की स्थापना 1960 में देश के प्रमुख औद्योगिक बिड़ला परिवार द्वारा की गई थी।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर सबसे ऊँची पहाड़ी अरेरा पहाडियों पर नये विधान सभा भवन मार्ग के निकट बनी झील के दक्षिण में स्थित है। *लक्ष्मीनारायण मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार के दोनों तरफ संगमरमर से बने मंदिरों में शिव और हनुमान की प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित है। *लक्ष्मीनारायण मंदिर में प्रवेश हेतु अर्धमंडप, महामण्डप, परिक्रमापथ तथा गर्भगृह है।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर के गर्भगृह में भगवान नारायण और उनकी पत्नी लक्ष्मी की समभंग मुद्रा में मोहक मूर्ति भावाव्यक्ति के साथ स्थापित है।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर के मुख्य गर्भगृह के दोनों ओर भगवान शिव तथा दुर्गा के छोटे मंदिर है।
  • मंडप, महामंडप और परिक्रमापथ की दीवारों पर वेद, गीता, रामायण, महाभारत और पुराण आदि के श्लोक लिखे हुऐ है। *लक्ष्मीनारायण मंदिर के निकट एक संग्रहालय बना हुआ है जिसमें मध्‍य प्रदेश के रायसेन, सेहोर, मंदसौर और सहदोल आदि जगहों से लाई गईं मूर्तियाँ रखी गईं हैं।
  • लक्ष्मीनारायण मंदिर में शिव, विष्णु और अन्‍य अवतारों की पत्‍थर की मूर्तियाँ स्थापित हैं।

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