शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{निम्नलिखित में से कौन सा प्रांत [[मौर्य साम्राज्य]] से बाहर था? | {निम्नलिखित में से कौन सा प्रांत [[मौर्य साम्राज्य]] से बाहर था? | ||
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-कलिंग | -[[कलिंग]] | ||
+[[असम]] | +[[असम]] | ||
-[[कश्मीर]] | -[[कश्मीर]] | ||
-सौराष्ट्र | -[[सौराष्ट्र]] | ||
||असम या आसाम उत्तर पूर्वी [[भारत]] में एक राज्य है। असम अन्य उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों से घिरा हुआ है। असम भारत का एक सरहदी राज्य है। भारत-भूटान और भारत-[[बांग्लादेश]] सरहद कुछ हिस्सों में असम से जुडी है। यहाँ पर [[कपिली नदी]] और [[ब्रह्मपुत्र नदी]] भी बहती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[असम]] | ||असम या आसाम उत्तर पूर्वी [[भारत]] में एक राज्य है। असम अन्य उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों से घिरा हुआ है। असम भारत का एक सरहदी राज्य है। भारत-भूटान और भारत-[[बांग्लादेश]] सरहद कुछ हिस्सों में असम से जुडी है। यहाँ पर [[कपिली नदी]] और [[ब्रह्मपुत्र नदी]] भी बहती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[असम]] | ||
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-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{निम्न में किस ग्रंथ में | {निम्न में किस ग्रंथ में शूद्रों के लिए '[[आर्य]]' शब्द का प्रयोग हुआ है? | ||
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+[[अर्थशास्त्र]] | +[[अर्थशास्त्र]] | ||
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-पाणिनि की अष्टाध्यायी | -पाणिनि की अष्टाध्यायी | ||
-बृहत्कथामंजरी | -बृहत्कथामंजरी | ||
|| [[भारत]] में धार्मिक ग्रन्थों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक ग्रन्थ है। अर्थशास्त्र ग्रन्थ के रचनाकार कौटिल्य हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[अर्थशास्त्र]] | || [[भारत]] में धार्मिक ग्रन्थों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह [[हिन्दू धर्म]] ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक ग्रन्थ है। अर्थशास्त्र ग्रन्थ के रचनाकार कौटिल्य हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[अर्थशास्त्र]] | ||
{[[अशोक]] का सबसे लम्बा स्तम्भ लेख निम्न में से कौन सा था? | {[[अशोक]] का सबसे लम्बा स्तम्भ लेख निम्न में से कौन सा था? | ||
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||सातवाहन [[भारत]] का एक राजवंश था। जिसने केन्द्रीय दक्षिण भारत पर शासन किया। भारतीय परिवार, जो [[पुराण|पुराणों]] (प्राचीन धार्मिक तथा किंवदंतियों का साहित्य) पर आधारित कुछ व्याख्याओं के अनुसार, आंध्र जाति (जनजाति) का था और दक्षिणापथ अर्थात दक्षिणी क्षेत्र में साम्राज्य की स्थापना करने वाला यह पहला दक्कनी वंश था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[सातवाहन वंश]] | ||सातवाहन [[भारत]] का एक राजवंश था। जिसने केन्द्रीय दक्षिण भारत पर शासन किया। भारतीय परिवार, जो [[पुराण|पुराणों]] (प्राचीन धार्मिक तथा किंवदंतियों का साहित्य) पर आधारित कुछ व्याख्याओं के अनुसार, आंध्र जाति (जनजाति) का था और दक्षिणापथ अर्थात दक्षिणी क्षेत्र में साम्राज्य की स्थापना करने वाला यह पहला दक्कनी वंश था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[सातवाहन वंश]] | ||
{वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी ने द्वितीय सदी के मध्य में [[सातवाहन]] राज्य की राजधानी किसे बनाया? | |||
{वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी ने द्वितीय सदी के मध्य में सातवाहन राज्य की राजधानी किसे बनाया? | |||
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-औरंगाबाद | -औरंगाबाद | ||
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-प्रतिष्ठान | -प्रतिष्ठान | ||
-[[आन्ध्र प्रदेश]] | -[[आन्ध्र प्रदेश]] | ||
||प्राचीन 16 महाजनपदों में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आसपास का माना जाता है। सम्राट [[अशोक]] के शिलालेख भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं। [[महाराष्ट्र]] के पहले प्रसिद्ध शासक सातवाहन (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे जो महाराष्ट्र राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[महाराष्ट्र]] | ||महाराष्ट्र प्राचीन 16 महाजनपदों में अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आसपास का माना जाता है। सम्राट [[अशोक]] के शिलालेख भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं। [[महाराष्ट्र]] के पहले प्रसिद्ध शासक सातवाहन (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे जो महाराष्ट्र राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[महाराष्ट्र]] | ||
{[[पुराण|पुराणों]] के अनुसार आंध्र [[सातवाहन वंश]] ने लगभग कितने वर्षों तक शासन किया? | {[[पुराण|पुराणों]] के अनुसार आंध्र [[सातवाहन वंश]] ने लगभग कितने वर्षों तक शासन किया? | ||
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-स्वर्ण | -स्वर्ण | ||
{[[अशोक]] द्वारा निर्मित [[सांची]] के स्तूप का आकार किस वंश के शासकों ने दुगुना करवाया? | {[[अशोक]] द्वारा निर्मित [[सांची]] के [[स्तूप]] का आकार किस वंश के शासकों ने दुगुना करवाया? | ||
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-[[कण्व वंश|कण्व]] | -[[कण्व वंश|कण्व]] | ||
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-[[शक]] | -[[शक]] | ||
+हिन्द-यवन | +हिन्द-यवन | ||
{सर्वप्रथम [[भारत]] में विशुद्ध [[संस्कृत भाषा]] में लम्बा अभिलेख किस राजा द्वारा जारी किया गया? | {सर्वप्रथम [[भारत]] में विशुद्ध [[संस्कृत भाषा]] में लम्बा अभिलेख किस राजा द्वारा जारी किया गया? | ||
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-[[मौर्य|मौर्यों]] ने | -[[मौर्य|मौर्यों]] ने | ||
||युइशि लोगों के पाँच राज्यों में अन्यतम का कुएई-शुआंगा था। 25 ई. पू. के लगभग इस राज्य का स्वामी कुषाण नाम का वीर पुरुष हुआ, जिसके शासन में इस राज्य की बहुत उन्नति हुई। उसने धीरे-धीरे अन्य युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[कुषाण]] | ||युइशि लोगों के पाँच राज्यों में अन्यतम का कुएई-शुआंगा था। 25 ई. पू. के लगभग इस राज्य का स्वामी कुषाण नाम का वीर पुरुष हुआ, जिसके शासन में इस राज्य की बहुत उन्नति हुई। उसने धीरे-धीरे अन्य युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[कुषाण]] | ||
{निम्न में से किस विद्वान ने [[कनिष्क]] की राजसभा को सुशोभित नहीं किया? | {निम्न में से किस विद्वान ने [[कनिष्क]] की राजसभा को सुशोभित नहीं किया? | ||
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-[[वाकाटक वंश|वाकाटकों]] का | -[[वाकाटक वंश|वाकाटकों]] का | ||
-[[शक|शकों]] का | -[[शक|शकों]] का | ||
{प्रसिद्ध 'रेशम मार्ग' पर किस वंश के शासकों का अधिकार था? | {प्रसिद्ध 'रेशम मार्ग' पर किस वंश के शासकों का अधिकार था? | ||
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-[[गुप्त वंश|गुप्तों]] का | -[[गुप्त वंश|गुप्तों]] का | ||
||युइशि लोगों के पाँच राज्यों में अन्यतम का कुएई-शुआंगा था। 25 ई. पू. के लगभग इस राज्य का स्वामी कुषाण नाम का वीर पुरुष हुआ, जिसके शासन में इस राज्य की बहुत उन्नति हुई। उसने धीरे-धीरे अन्य युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[कुषाण]] | ||युइशि लोगों के पाँच राज्यों में अन्यतम का कुएई-शुआंगा था। 25 ई. पू. के लगभग इस राज्य का स्वामी कुषाण नाम का वीर पुरुष हुआ, जिसके शासन में इस राज्य की बहुत उन्नति हुई। उसने धीरे-धीरे अन्य युइशि राज्यों को जीतकर अपने अधीन कर लिया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-: [[कुषाण]] | ||
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13:46, 13 मार्च 2011 का अवतरण
इतिहास
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