"बुत्रद्ध रासो": अवतरणों में अंतर

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*'''बुत्रद्ध रासो का रचयिता जल्ह है''' जिसे [[पृथ्वीराज रासो]] का पूरक कवि भी माना गया है।  
*'''बुत्रद्ध रासो''' का रचयिता जल्ह है जिसे [[पृथ्वीराज रासो]] का पूरक कवि भी माना गया है।  
*कवि ने रचना में समय नहीं दिया है।  
*कवि ने रचना में समय नहीं दिया है।  
*इसे पृथ्वीराज रासो के बाद की रचना माना जाता है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>
*इसे पृथ्वीराज रासो के बाद की रचना माना जाता है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>

11:19, 22 मई 2012 का अवतरण

  • बुत्रद्ध रासो का रचयिता जल्ह है जिसे पृथ्वीराज रासो का पूरक कवि भी माना गया है।
  • कवि ने रचना में समय नहीं दिया है।
  • इसे पृथ्वीराज रासो के बाद की रचना माना जाता है।[1]




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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।

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