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अपर्याप्त परिवहन एवं संचार व्यवस्था ने [[असम]] के औद्योगिक विकास की गति धीमी कर दी है। विषम भौगोलिक संरचना के कारण यहाँ पर एक सुचारू परिवहन व्यवस्था के विकास में कठिनाई हो रही है। उदाहरण के लिए, [[ब्रह्मपुत्र नदी]] ही रेलमार्ग सड़क मार्ग या तो नदी के उत्तर में है या फिर दक्षिण | अपर्याप्त परिवहन एवं संचार व्यवस्था ने [[असम]] के औद्योगिक विकास की गति धीमी कर दी है। विषम भौगोलिक संरचना के कारण यहाँ पर एक सुचारू परिवहन व्यवस्था के विकास में कठिनाई हो रही है। उदाहरण के लिए, [[ब्रह्मपुत्र नदी]] ही रेलमार्ग सड़क मार्ग या तो नदी के उत्तर में है या फिर दक्षिण में।<ref>(असम शेष [[भारत]] से केवल एक रेलमार्ग और एक प्रमुख राजमार्ग से जुड़ा हुआ है)</ref> ब्रह्मपुत्र नदी में अंतर्देशीय जल परिवहन, जिसका अपना ऐतिहासिक महत्त्व था, 1947 में देश के विभाजन में [[गुवाहाटी]], डिब्रूगढ़, जोरहाट, तेज़पुर व सिल्वर और [[कोलकाता]] (भूतपूर्व कलकत्ता) के बीच वायुमार्ग द्वारा समुचित आवागमन हो रहा है। | ||
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09:26, 2 जुलाई 2011 का अवतरण
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अपर्याप्त परिवहन एवं संचार व्यवस्था ने असम के औद्योगिक विकास की गति धीमी कर दी है। विषम भौगोलिक संरचना के कारण यहाँ पर एक सुचारू परिवहन व्यवस्था के विकास में कठिनाई हो रही है। उदाहरण के लिए, ब्रह्मपुत्र नदी ही रेलमार्ग सड़क मार्ग या तो नदी के उत्तर में है या फिर दक्षिण में।[1] ब्रह्मपुत्र नदी में अंतर्देशीय जल परिवहन, जिसका अपना ऐतिहासिक महत्त्व था, 1947 में देश के विभाजन में गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट, तेज़पुर व सिल्वर और कोलकाता (भूतपूर्व कलकत्ता) के बीच वायुमार्ग द्वारा समुचित आवागमन हो रहा है।
- सडकें मार्ग
असम में सड़कों की कुल लंबाई 37,515 किलोमीटर थी जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 2,754 कि.मी. शामिल है। भारत-बंगलादेश सीमा पर 27 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने एवं 160 किलोमीटर सीमा पर कांटेदार तार-बाड़ लगाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
- रेलवे मार्ग
असम में रेलमार्गों की लंबाई 2,284.28 किलोमीटर है जिसमें छोटी रेल लाइन 1,057.12 कि.मी. और बड़ी लाइन 1,227.16 कि.मी. शामिल हैं।
- हवाई मार्ग
नागरिक विमानों की नियमित उड़ानें लोकप्रिय गोपीनाथ बाडरदोलोई हवाई अड्डा (गुवाहाटी), सलोनीबाड़ी (तेजपुर), मोहनबाड़ी (डिब्रूगढ़), सिलोनीबाड़ी (उत्तरी लखीमपुर), कंभीरग्राम (सिलचर), और रोवरियाह (जोरहाट) से होती हैं।
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