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{शिवाजी को 'राजा' की उपाधि किसने प्रदान की थी? | {शिवाजी को 'राजा' की उपाधि किसने प्रदान की थी? | ||
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-बीजापुर के शासक ने | -[[बीजापुर]] के शासक ने | ||
-अहमदनगर के शासक ने | -[[अहमदनगर]] के शासक ने | ||
+[[औरंगजेब]] ने | +[[औरंगजेब]] ने | ||
-महाराजा जयसिंह ने | -महाराजा जयसिंह ने | ||
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{किस मराठा शासक के शासककाल को [[पेशावर|पेशावाओं]] के शासनकाल के नाम से जाना जाता है। | {किस मराठा शासक के शासककाल को [[पेशावर|पेशावाओं]] के शासनकाल के नाम से जाना जाता है। | ||
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-राजाराम | -[[राजाराम]] | ||
- | -[[औरंगज़ेब]] | ||
+[[शाहू]] | +[[शाहू]] | ||
-शभ्भाजी | -शभ्भाजी | ||
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-चिकित्सा विज्ञान | -चिकित्सा विज्ञान | ||
-तर्कशास्त्र | -तर्कशास्त्र | ||
+बौद्धधर्म दर्शन | +[[बौद्ध धर्म|बौद्धधर्म दर्शन]] | ||
-रसायन विज्ञान | -रसायन विज्ञान | ||
||[[चित्र:Nalanda-University-Bihar.jpg|नालंदा विश्वविद्यालय, नालंदा, बिहार|100px|right]]नालंदा में बौद्ध धर्म के अतिरिक्त हेतुविद्या, शब्दविद्या, चिकित्सा शास्त्र, अथर्ववेद तथा सांख्य से संबधित विषय भी पढ़ाए जाते थे। [[युवानच्वांग]] ने लिखा था कि नालंदा के एक सहस्त्र विद्वान आचार्यों में से सौ ऐसे थे जो सूत्र और शास्त्र जानते थे, पांच सौ, 3 विषयों में पारंगत थे और बीस, 50 विषयों में। केवल शीलभद्र ही ऐसे थे जिनकी सभी विषयों में समान गति थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बौद्ध धर्म]] | |||
{किस विदेशी यात्री ने [[भारत]] का दौरा सबसे पहले किया था? | {किस विदेशी यात्री ने [[भारत]] का दौरा सबसे पहले किया था? | ||
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-[[कंबन]] | -[[कंबन]] | ||
{ | {निम्नलिखित में किस भक्ति सत ने अपने संदेश के प्रचार के लिए सबसे पहले हिन्दी का प्रयोग किया? | ||
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-[[ | -[[दादू दयाल]] | ||
- | -[[कबीर]] | ||
- | +[[रामानंद]] | ||
-[[तुलसीदास]] | |||
||रामभक्ति के प्रथम आचार्य स्वामी रामानन्द की जन्म-तिथि के सम्बन्ध में पर्याप्त मतभेद है। डा. फर्कुहर उनका जीवन-काल 1400 ई. से 1470 ई. के बीच मानते हैं। पं. रामचन्द्र शुक्ल ने ईसा की 15 वीं शती के पूर्वाद्ध तथा 16 वीं शती के प्रारम्भ के मध्यकाल में उनका उपस्थित होना कहा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रामानंद]] | |||
{निम्नलिखित में से किस शासक के पास एक शक्तिशाली नौसेना थी? | {निम्नलिखित में से किस शासक के पास एक शक्तिशाली नौसेना थी? |
10:40, 2 अगस्त 2011 का अवतरण
इतिहास
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