"सेही": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 37: | पंक्ति 37: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{पशु पक्षी}} | {{पशु पक्षी}} | ||
[[Category:स्तनधारी जीव]][[Category:प्राणि विज्ञान]][[Category:विज्ञान कोश]] | [[Category:स्तनधारी जीव]][[Category:प्राणि विज्ञान]][[Category:प्राणि विज्ञान कोश]] | ||
[[Category:वन्य प्राणी]] | [[Category:वन्य प्राणी]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
05:03, 29 मई 2012 का अवतरण
सेही
| |
जगत | जीव - जन्तु |
संघ | कॉर्डेटा (Chordata) |
वर्ग | स्तनपायी (Mammalia) |
गण | कृंतक (रोडेन्शिया / Rodentia) |
उपगण | हिस्ट्रिकोमोरफा (Hystricomorpha) |
अन्य जानकारी | सेही सूअर की भाँती घुरघुर ध्वनियाँ निकालती है। |
- सेही (अंग्रेज़ी:Porcupine) अथवा साही अफ़्रीका और एशिया की प्राचीन दुनिया की सेहियाँ (हिस्ट्रिक्स) बड़ी, नाटी और छोटी टाँगों वाली कृंतक होती हैं जिनकी एक छोटी अपरिग्राही पुच्छ होते है।
- शरीर और पुच्छ पृष्ठ ओर मोटे बालों के अतिरिक्त, सुरक्षा के लिए लम्बे, तेज़, उत्थानशील काले और सफ़ेद कंटकों या शूलों से आच्छादित होते हैं।
- जैसा कि सामान्यतया विश्वास किया जाता है, सेहियाँ अपने कंटकों को फेंककर आक्रमण नहीं करती हैं।
- भारतीय शिखरैधारी सेही, हिस्ट्रिक्स इन्डिका वनों, चट्टानी पहाड़ियों और तंग घाटियों में रहती हैं।
- सेही दिन का अधिकांश समय अपने बिल में व्यतीत करती है, परंतु रात्री में फ़सलों, शाक-सब्ज़ियों और पौधों की जड़ों को खाने के लिए बाहर निकलती है।
- सेही सूअर की भाँती घुरघुर ध्वनियाँ निकालती है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख