"राजस्थान की जलवायु": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (श्रेणी:नया पन्ना (को हटा दिया गया हैं।)) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भारत की जलवायु}} | {{भारत की जलवायु}}{{राजस्थान}} | ||
[[Category:मौसम]] | [[Category:मौसम]] | ||
[[Category:राजस्थान]] | [[Category:राजस्थान]] |
14:20, 30 मार्च 2015 के समय का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- राजस्थान की जलवायु विविधता लिए हुए है, एक ओर अति शुष्क तो दूसरी ओर आर्द्र क्षेत्र हैं। आर्द्र क्षेत्रों में दक्षिण-पूर्व व पूर्वी ज़िले आते हैं।
- अरावली के पश्चिम में न्यून वर्षा, उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापमान, निम्न आर्द्रता तथा तीव्र हवाओं से युक्त शुष्क जलवायु है।
- दूसरी ओर अरावली के पूर्व में अर्द्ध-शुष्क एवं उप-आर्द्र जलवायु है, जहाँ वर्षा की मात्रा में वृद्धि हो जाती है, तापमान अपेक्षाकृत कम, उच्च तथा वायु में आर्द्रता की वृद्धि हो जाती है साथ में वायु की गति में भी कमी रहती है।
- पर्वतों के अतिरिक्त, सभी स्थलों पर ग्रीष्म काल में भयंकर गर्मी पड़ती है व अधिकतम औसत तापमान 42° से. रहता है।
- सम्पूर्ण रूप से राजस्थान की जलवायु भारत की 'मॉनसून जलवायु' का अभिन्न अंग है, किन्तु विभिन्न प्राकृतिक कारकों के प्रभाव के कारण राज्य का अधिकांश क्षेत्र शुष्क जलवायु वाला है।
- वास्तव में राजस्थान की जलवायु में प्रादेशिक विविधता है। इस विविधता का कारण वे तत्त्व हैं, जो यहाँ की जलवायु को नियंत्रित करते हैं।
- विशेषकर रेगिस्तानी क्षेत्रों में गर्म हवाएँ व धूल भरी आंधियाँ चलती हैं। शीतकालीन तापमान 20.0-24.5° से. के मध्य रहता है।
- पश्चिमी रेगिस्तान में कम वर्षा (सालाना औसत 100 मिमी.) होती है, लेकिन दक्षिण-पूर्व में अधिक वर्षा होती है।
- दक्षिण-पूर्वी राजस्थान अरब सागर व बंगाल की खाड़ी की पश्चिमी मॉनसून (ग्रीष्मकालीन) की दोनों शाखाओं से लाभान्वित होता है व इस क्षेत्र में 90% वर्षा इन्हीं के द्वारा होती है।
|
|
|
|
|