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08:49, 12 जुलाई 2012 का अवतरण

मरुद्वधा नदी का वर्णन ऋग्वेद के नदीसूक्त में आया है। यह नदी जम्मू-कश्मीर राज्य की मरुघाटी से बहती है, और चिनाव में मिल जाती है।

  • ऋग्वेद के नदीसूक्त में जिन दस नदियों के नाम आये हैं, उनमें से एक इसकी पहचान मरुवर्द्धवन नदी से की जाती है।
  • जम्मू-कश्मीर राज्य की मरुघाटी से बहती हुई यह नदी चिनाव में मिलती है।
  • ऋग्वेद के नदीसूक्त के अन्य नौ नदियों के नाम इस प्रकार हैं-गंगा, यमुना, सरस्वती, शुतुद्री (सतलुज), परुष्णी (रावी), असिक्नी (चिनाव), वितस्ता (झेलम), आर्जीकिया (कांशी) तथा सुषोमा (सोहन)।
  • इनमें से अन्तिम दो नदियाँ रावलपिंडी ज़िले (पाकिस्तान) में हैं।
  • मरुद्वधा नदी के उल्लेख से प्रकट होता है, कि ऋग्वेद कालीन आर्य जम्मू-कश्मीर के अंतरंग भागों से परिचित थे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 349 |


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