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*[[गोरखपुर]] से 14 मील दूर इस ग्राम में सन् [[1874]] में एक ताम्रपट्ट प्राप्त हुआ था, जिस पर महत्त्वपूर्ण अभिलेख अंकित हैं।  
*[[गोरखपुर]] से 14 मील दूर इस ग्राम में सन् [[1874]] में एक ताम्रपट्ट प्राप्त हुआ था, जिस पर महत्त्वपूर्ण अभिलेख अंकित हैं।  
*इसमें [[श्रावस्ती]] के कुछ राज्याधिकारियों के सरकारी अन्नभंडार के रक्षकों के प्रति आदेश सन्निहित हैं।  
*इसमें [[श्रावस्ती]] के कुछ राज्याधिकारियों के सरकारी अन्नभंडार के रक्षकों के प्रति आदेश सन्निहित हैं।  
*सोहगोरा से मौर्योतर काल के सिक्के मिले हैं।  
*सोहगोरा से मौर्योतर काल के सिक़्क़े मिले हैं।  
*सोहगोरा से [[कुषाण|कुषाणों]] के कई सिक्के और [[लोहा|लोहे]] की वस्तुएँ मिली हैं।  
*सोहगोरा से [[कुषाण|कुषाणों]] के कई सिक़्क़े और [[लोहा|लोहे]] की वस्तुएँ मिली हैं।  
*मौर्योतर काल से सम्बद्ध नगरीय जीवन के साक्ष्य तो मिले हैं, लेकिन गुप्तयुग का कोई भी ऐसा अवशेष नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि यहाँ कोई आवासीय बस्ती थी।  
*मौर्योतर काल से सम्बद्ध नगरीय जीवन के साक्ष्य तो मिले हैं, लेकिन गुप्तयुग का कोई भी ऐसा अवशेष नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि यहाँ कोई आवासीय बस्ती थी।  
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14:39, 11 फ़रवरी 2013 का अवतरण

  • सोहगोरा वर्तमान में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले में स्थित है।
  • गोरखपुर से 14 मील दूर इस ग्राम में सन् 1874 में एक ताम्रपट्ट प्राप्त हुआ था, जिस पर महत्त्वपूर्ण अभिलेख अंकित हैं।
  • इसमें श्रावस्ती के कुछ राज्याधिकारियों के सरकारी अन्नभंडार के रक्षकों के प्रति आदेश सन्निहित हैं।
  • सोहगोरा से मौर्योतर काल के सिक़्क़े मिले हैं।
  • सोहगोरा से कुषाणों के कई सिक़्क़े और लोहे की वस्तुएँ मिली हैं।
  • मौर्योतर काल से सम्बद्ध नगरीय जीवन के साक्ष्य तो मिले हैं, लेकिन गुप्तयुग का कोई भी ऐसा अवशेष नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि यहाँ कोई आवासीय बस्ती थी।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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