"भैंस": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Buffalo.jpg|thumb|भैंस]] | [[चित्र:Buffalo.jpg|thumb|भैंस]] | ||
'''भैंस''' (''ब्यूबेलस ब्यूबेलिस''), यह गोवंश (बोविडी) का जुगाली करने वाला स्तनपायी प्राणी है। भैंस को प्राचीन समय से ही [[एशिया]] में पालतू बना लिया गया था। | '''भैंस''' (''ब्यूबेलस ब्यूबेलिस''), यह गोवंश (बोविडी) का जुगाली करने वाला स्तनपायी प्राणी है। भैंस को प्राचीन समय से ही [[एशिया]] में पालतू बना लिया गया था। | ||
==लक्षण== | ==लक्षण== | ||
बड़े और भारी शरीर वाले इस जानवर की ऊँचाई कंधे तक 1.5 से 1.8 मीटर या इससे अधिक, लंबाई 2.4 से 2.8 मीटर और वज़न लगभग 1000 किग्रा तक होता है। इसका शरीर धूसर काले या गहरे भूरे रंग का होता है और इसके शरीर पर बहुत कम बाल होते हैं तथा इसके 2 मीटर तक लंबे सींग पीछे की ओर निकले तथा ऊपर मुड़े होते है। | बड़े और भारी शरीर वाले इस जानवर की ऊँचाई कंधे तक 1.5 से 1.8 मीटर या इससे अधिक, लंबाई 2.4 से 2.8 मीटर और वज़न लगभग 1000 किग्रा तक होता है। इसका शरीर धूसर काले या गहरे [[भूरा रंग|भूरे रंग]] का होता है और इसके शरीर पर बहुत कम बाल होते हैं तथा इसके 2 मीटर तक लंबे सींग पीछे की ओर निकले तथा ऊपर मुड़े होते है। | ||
==प्रजातियाँ== | ==प्रजातियाँ== | ||
भैंस की मुख्यतः दो क़िस्मे हैं, दक्षिण चीन और दक्षिण-पूर्ण एशिया के धान की खेती वाले इलाकों में पाई जाने वाली दलदली क्षेत्र की भैंस मुख्यतः भारवाही पशु है; इसका [[दूध]] कम ही निकाला जाता है, लेकिन काम करने की आयु समाप्त होने पर इसका मांस खाने के काम आता है। दूसरी क़िस्म नदी क्षेत्र वाली भैंस है, जिसे [[भारत]], [[पाकिस्तान]], दक्षिण पूर्व एशिया और और [[मिस्र]] में मुख्यतः दुग्ध उत्पादन के लिए पाला जाता है और मांस एवं भारवहन के लिए भी इसका उपयोग होता है। नम जलवायु और जलाक्रांत क्षेत्रों में काम करने के लिए भैंस उपयुक्त जानवर है। | भैंस की मुख्यतः दो क़िस्मे हैं, दक्षिण चीन और दक्षिण-पूर्ण एशिया के धान की खेती वाले इलाकों में पाई जाने वाली दलदली क्षेत्र की भैंस मुख्यतः भारवाही पशु है; इसका [[दूध]] कम ही निकाला जाता है, लेकिन काम करने की आयु समाप्त होने पर इसका मांस खाने के काम आता है। दूसरी क़िस्म नदी क्षेत्र वाली भैंस है, जिसे [[भारत]], [[पाकिस्तान]], दक्षिण पूर्व एशिया और और [[मिस्र]] में मुख्यतः दुग्ध उत्पादन के लिए पाला जाता है और मांस एवं भारवहन के लिए भी इसका उपयोग होता है। नम जलवायु और जलाक्रांत क्षेत्रों में काम करने के लिए भैंस उपयुक्त जानवर है। |
14:36, 13 मई 2012 का अवतरण
भैंस (ब्यूबेलस ब्यूबेलिस), यह गोवंश (बोविडी) का जुगाली करने वाला स्तनपायी प्राणी है। भैंस को प्राचीन समय से ही एशिया में पालतू बना लिया गया था।
लक्षण
बड़े और भारी शरीर वाले इस जानवर की ऊँचाई कंधे तक 1.5 से 1.8 मीटर या इससे अधिक, लंबाई 2.4 से 2.8 मीटर और वज़न लगभग 1000 किग्रा तक होता है। इसका शरीर धूसर काले या गहरे भूरे रंग का होता है और इसके शरीर पर बहुत कम बाल होते हैं तथा इसके 2 मीटर तक लंबे सींग पीछे की ओर निकले तथा ऊपर मुड़े होते है।
प्रजातियाँ
भैंस की मुख्यतः दो क़िस्मे हैं, दक्षिण चीन और दक्षिण-पूर्ण एशिया के धान की खेती वाले इलाकों में पाई जाने वाली दलदली क्षेत्र की भैंस मुख्यतः भारवाही पशु है; इसका दूध कम ही निकाला जाता है, लेकिन काम करने की आयु समाप्त होने पर इसका मांस खाने के काम आता है। दूसरी क़िस्म नदी क्षेत्र वाली भैंस है, जिसे भारत, पाकिस्तान, दक्षिण पूर्व एशिया और और मिस्र में मुख्यतः दुग्ध उत्पादन के लिए पाला जाता है और मांस एवं भारवहन के लिए भी इसका उपयोग होता है। नम जलवायु और जलाक्रांत क्षेत्रों में काम करने के लिए भैंस उपयुक्त जानवर है।
|
|
|
|
|
वीथिका
-
भैंस
-
भैंस
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख