"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
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{[[तमिलनाडु]] प्रदेश का राजकीय पशु कौन-सा है? | {[[तमिलनाडु]] प्रदेश का राजकीय पशु कौन-सा है? | ||
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+नीलगिरि ताहर | +[[नीलगिरि ताहर]] | ||
-वृषभ | -वृषभ | ||
-सफ़ेद भालू | -सफ़ेद भालू | ||
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-[[तेनकाशी]] | -[[तेनकाशी]] | ||
+[[कन्याकुमारी]] | +[[कन्याकुमारी]] | ||
||[[चित्र:Sunset-Kanyakumari.jpg|right|100px|सूर्यास्त का दृश्य, कन्याकुमारी]][[भारत]] भूमि के सबसे दक्षिणतम बिंदु पर स्थित [[कन्याकुमारी]] न केवल एक [[तीर्थ स्थान]] है, बल्कि देशी-विदेशी सैलानियों का एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। | ||[[चित्र:Sunset-Kanyakumari.jpg|right|100px|सूर्यास्त का दृश्य, कन्याकुमारी]][[भारत]] भूमि के सबसे दक्षिणतम बिंदु पर स्थित [[कन्याकुमारी]] न केवल एक [[तीर्थ स्थान]] है, बल्कि देशी-विदेशी सैलानियों का एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। [[भारत]] के मानचित्र के अंतिम छोर पर स्थित होने के कारण अधिकांश लोग इसे देख लेने की इच्छा रखते हैं। यह स्थान एक खाड़ी, एक सागर और एक [[महासागर]] का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]], पश्चिम में [[अरब सागर]] एवं दक्षिण में [[हिंद महासागर]] है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कन्याकुमारी]] | ||
{ | {[[तमिलनाडु]] के किस शहर को "द गोल्डन सिटी ऑफ़ 1000 टेंपल" कहा जाता है? | ||
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- | -[[मदुरांतक तमिलनाडु|मदुरांतक]] | ||
+ | +[[कांचीपुरम]] | ||
- | -[[तंजावुर]] | ||
- | -[[धर्मपूरी]] | ||
||[[चित्र:Ekambareswara-Temple.jpg|right|100px|एकम्बरनाथर मंदिर, कांचीपुरम]]'कांचीपुरम' उत्तरी [[तमिलनाडु]] के प्राचीन व मशहूर शहरों में से एक है। कांचीपुरम को 'दक्षिण की काशी' भी कहा जाता है, जो [[मद्रास]] से 45 मील {{मील|मील=45}} की दूरी पर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। [[कांचीपुरम]] को पूर्व में 'कांची' और 'कांचीअम्पाठी' भी कहा जाता था। यह आधुनिक काल में 'कांचीवरम' के नाम से भी प्रसिद्ध है। कांचीपुरम को 'द गोल्डन सिटी ऑफ़ 1000 टेंपल' भी कहा जाता है। [[भारत]] के सात पवित्र शहरों में से एक का दर्जा भी इसे प्राप्त है। अनुश्रुति है कि इस क्षेत्र में प्राचीन काल में [[ब्रह्मा]] ने देवी के दर्शन के लिये तप किया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कांचीपुरम]] | |||
{[[तमिलनाडु]] में होने वाला नृत्य महोत्सव अपने आप में अद्भुत माना जाता है, यह कहाँ पर आयोजित होता है? | {[[तमिलनाडु]] में होने वाला नृत्य महोत्सव अपने आप में अद्भुत माना जाता है, यह कहाँ पर आयोजित होता है? | ||
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+[[मामल्लपुरम]] | +[[मामल्लपुरम]] | ||
-[[चिदंबरम]] | -[[चिदंबरम]] | ||
||[[चित्र:Mahisha-Mardini-Cave-Mahabalipuram-7.jpg|right|100px|महिषा मर्दनी गुफा, महाबलीपुरम]][[महाबलीपुरम]] एक ऐतिहासिक नगर है, जो 'मामल्लपुरम' भी कहलाता है। यह पूर्वोत्तर [[तमिलनाडु]] राज्य, [[दक्षिण भारत]] में स्थित है। एक धार्मिक केन्द्र के रूप में इसकी स्थापना सातवीं सदी में [[हिन्दू]] [[पल्लव वंश|पल्लव]] राजा [[नरसिंह वर्मन प्रथम|नरसिंह वर्मन]] ने, जिन्हें 'मामल्ल' भी कहा जाता है, | ||[[चित्र:Mahisha-Mardini-Cave-Mahabalipuram-7.jpg|right|100px|महिषा मर्दनी गुफा, महाबलीपुरम]][[महाबलीपुरम]] एक ऐतिहासिक नगर है, जो 'मामल्लपुरम' भी कहलाता है। यह पूर्वोत्तर [[तमिलनाडु]] राज्य, [[दक्षिण भारत]] में स्थित है। एक धार्मिक केन्द्र के रूप में इसकी स्थापना सातवीं सदी में [[हिन्दू]] [[पल्लव वंश|पल्लव]] राजा [[नरसिंह वर्मन प्रथम|नरसिंह वर्मन]] ने, जिन्हें 'मामल्ल' भी कहा जाता है, की थी। इसीलिए इसे '[[मामल्लपुरम]]' भी कहा गया है। यहाँ पर पाये गए [[चीन]], [[फ़ारस]] और [[रोम]] के प्राचीन सिक्कों से पता चलता है कि यहाँ पर पहले बंदरगाह रहा होगा। सातवीं और आठवीं सदी में निर्मित पल्लव मन्दिरों और स्मारकों के मिलने से यहाँ की वास्तु शैली की उत्कृष्टता का पता चलता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मामल्लपुरम]] | ||
{[[तमिलनाडु]] के प्रमुख शिखर [[डोड्डाबेट्टा]] की ऊँचाई कितनी है? | {[[तमिलनाडु]] के प्रमुख शिखर [[डोड्डाबेट्टा]] की ऊँचाई कितनी है? | ||
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||[[चित्र:Rice-Fields.jpg|right|100px|चावल के खेत, तमिलनाडु]][[तमिलनाडु]] | ||[[चित्र:Rice-Fields.jpg|right|100px|चावल के खेत, तमिलनाडु]][[तमिलनाडु]] का मुख्य व्यवसाय [[कृषि]] है। राज्य में [[2007]]-[[2008]] में कुल खेती योग्य क्षेत्र 56.10 मिलियन हेक्टेयर था। प्रमुख खाद्यान्न फ़सलें [[चावल]], [[ज्वार]] और [[दाल|दालें]] हैं। प्रमुख व्यापारिक फ़सलों में [[गन्ना]], [[कपास]], [[सूरजमुखी]], [[नारियल]], काजू, [[मिर्च]] और [[मूँगफली]] हैं। अन्य पौध फ़सलें हैं- [[चाय]], [[कॉफी]], [[इलायची]] और [[रबर]]। मुख्य वन उत्पाद हैं- इमारती लकड़ी, [[चंदन]] की लकड़ी, पल्पवुड और जलाने योग्य लकड़ी। जैव उर्वरकों के उत्पादन और इस्तेमाल में तमिलनाडु का प्रमुख स्थान है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तमिलनाडु की कृषि]] | ||
{'अन्नामलाई विश्वविद्यालय' तमिलनाडु में कहाँ स्थित है? | {'अन्नामलाई विश्वविद्यालय' तमिलनाडु में कहाँ स्थित है? | ||
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-[[तिरुनेल्वेली]] | -[[तिरुनेल्वेली]] | ||
-[[कोयंबतुर]] | -[[कोयंबतुर]] | ||
||[[चित्र:Gandhi-Museum-Madurai.jpg|100px|right|गांधी संग्रहालय, मदुरै]]'मदुरै' या ' | ||[[चित्र:Gandhi-Museum-Madurai.jpg|100px|right|गांधी संग्रहालय, मदुरै]]'मदुरै' या 'मदुरा' या 'मदुरई' [[तमिलनाडु]] के दक्षिण में वैगोई नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। यह प्राचीन काल से ही सुन्दर सूती वस्त्रों तथा [[मोती|मोतियों]] के लिए प्रसिद्ध रहा है। [[कौटिल्य]] तथा [[टॉलमी]] ने मदुरै के वस्त्रों की प्रशंसा की है। इस नगर में अनेक भव्य मन्दिर हैं, जिनमें '[[मीनाक्षी मन्दिर]]' उल्लेखनीय हैं। मदुरै का '[[गांधी संग्रहालय मदुरै|गांधी संग्रहालय]]' भी बहुत प्रसिद्ध है। इस संग्रहालय का उद्घाटन [[15 अप्रैल]], [[1959]] में पूर्व [[प्रधानमंत्री]] पंडित [[जवाहरलाल नेहरू]] द्वारा करवाया गया था। [[गांधी जी]] की किताबों और पत्रों के अलावा दक्षिण भारतीय ग्रामोद्योगों एवं हस्तशिल्प के सुंदर संग्रह को इस संग्रहालय में देखा जा सकता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मदुरै]] | ||
{[[तमिलनाडु]] में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या कुल कितनी है? | {[[तमिलनाडु]] में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या कुल कितनी है? | ||
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{[[तमिलनाडु]] के किस नगर में 'थियोसॉफ़िकल सोसाइटी' के मुख्यालय की स्थापना की गई? | {[[तमिलनाडु]] के किस नगर में 'थियोसॉफ़िकल सोसाइटी' के मुख्यालय की स्थापना की गई थी? | ||
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-[[कोडईकनाल]] | -[[कोडईकनाल]] |
05:33, 7 अगस्त 2012 का अवतरण
तमिलनाडु सामान्य ज्ञान
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