"वाणासुर का क़िला": अवतरणों में अंतर

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वाणासुर का किला [[टनकपुर]] से [[चम्पावत]] की ओर लगभग 22 किमी दूरी पर स्थित सूचीढांड नामक स्थान से 5 किमी इस पवित्र एवं मनोहारी स्थल हेतु मोटर मार्ग से पहुंचा जा सकता है यहां पर स्वामी [[विवेकानन्द]]  की घ्यान स्थली के रूप में वर्तमान में एक आश्रम स्थापित है श्यामल ताल के स्वच्छ एवं नीले जल पर नोका विहार का आनन्द लिया जा सकता है रात्रि विश्राम हेतु यहां पर पर्यटक आवास ग्रह उपलब्ध है [[देवीधुरा मेला]]
 
 
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चित्र:Mayawati.JPG|[[मायावती अद्वैत आश्रम]] [[चम्पावत]]
चित्र:Moumtavot.JPG||विवेकानन्द का आश्रय स्थल [[चम्पावत]]
चित्र:Mount.JPG|[[एवटमाउन्ट]] की छटा [[चम्पावत]]
चित्र:Vanasur.JPG|वाणासुर किले  का विहंगम दृश्य [[चम्पावत]]
चित्र:Vanasur_1.JPG|वाणासुर किले  का प्रवेश द्वार [[चम्पावत]]
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==संबंधित लेख==
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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10:57, 25 सितम्बर 2012 का अवतरण

वाणासुर किले का विहंगम दृश्य

लोहाघाट से लगभग 7 किमी की दूरी पर कर्णरायत नामक स्थान से लगभग 1.5 किमी की दूरी पैदल तय करने के उपरांत इस स्थल पर पहुंचा जा सकता है। किंवदंती है कि यहां पर कृष्ण के द्वारा अपने पौत्र का अपहरण किये जाने से क्रुद्ध होकर वाणासुर का वध किया गया था। इस स्थल पर पुरातात्विक दृष्टि से मशहूर क़िला आज भी विद्यमान है। इस स्थल से एक ओर भव्य हिमालय श्रृंखलाओं का दृश्य देखा जा सकता है तो दूसरी ओर लोहाघाट सहित मायावती अद्वैत आश्रम एवं अन्य नैसर्गिक छटाओं का भी आनन्द लिया जा सकता है।

वाणासुर किले का प्रवेश द्वार


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