"खजुवा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''खजुवा''' फ़तेहपुर ज़िला, उत्तर प्रदेश में 'बिंदकी'...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "<references/>" to "<references/> *पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्) |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
*पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अकादमी जयपुर | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | {{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | ||
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
06:40, 16 जून 2013 का अवतरण
खजुवा फ़तेहपुर ज़िला, उत्तर प्रदेश में 'बिंदकी' के पास एक ग्राम है। इस स्थान पर मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब और उसके भाई शाहशुजा में गद्दी के उत्तराधिकार के लिए 1658 ई. में युद्ध हुआ था।[1]
- यहाँ लड़े गए युद्ध में शाहशुजा पराजित होकर बंगाल-असम की ओर भाग गया।
- खजुवा में 'बाग-ए-बादशाही' नाम का एक स्मारक भी है।
- छत्रपति शिवाजी के राजकवि 'भूषण' ने खुजवा के युद्ध का उल्लेख किया है-
'दारा की न दौर यह रारि नहीं खुजवे की, बांधिबो नहीं है किंधौं मीर सहवाल को।' [2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अकादमी जयपुर