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*यह अलवर शहर से 32 किमी दूर जयपुर अलवर मार्ग पर स्थित है । | *यह अलवर शहर से 32 किमी दूर जयपुर अलवर मार्ग पर स्थित है । | ||
*यहाँ भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की सप्तमी और अष्टमी को मेला लगता है । | *यहाँ भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की सप्तमी और अष्टमी को मेला लगता है । | ||
*नाथपंथ की अलख जगाने वाले कनफडे नाथ साधुओं के लिए इस तीर्थ की विशेष मान्यता है। | *नाथपंथ की अलख जगाने वाले कनफडे नाथ साधुओं के लिए इस तीर्थ की विशेष मान्यता है। | ||
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02:40, 28 फ़रवरी 2013 का अवतरण
भर्तृहरि का मन्दिर/स्मारक
- राजस्थान के अलवर मे भर्तृहरि का मन्दिर है जिसे भारतीय पुरातत्व विभाग ने संरक्षित स्मारक घोषित किया है, इसे भर्तृहरि धाम भी कहा जाता है।
- यह अलवर शहर से 32 किमी दूर जयपुर अलवर मार्ग पर स्थित है ।
- यहाँ भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की सप्तमी और अष्टमी को मेला लगता है ।
- नाथपंथ की अलख जगाने वाले कनफडे नाथ साधुओं के लिए इस तीर्थ की विशेष मान्यता है।
इन्हें भी देखें: वेताल पच्चीसी एवं आदिगुरू गोरखनाथ की धूनी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
अमरफल खाए बिना अमर हो गये भर्तृहरि
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