"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/6": अवतरणों में अंतर
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-[[रूपक अलंकार|रूपक]] | -[[रूपक अलंकार|रूपक]] | ||
+[[उपमा अलंकार|उपमा]] | +[[उपमा अलंकार|उपमा]] | ||
||{{seealso|दोहा|सोरठा|रोला| | ||{{seealso|दोहा|सोरठा|रोला|हरिगीतिका|कुण्डलिया}} | ||
{'पापड़ बेलना' का सही अर्थ बताइए?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-113 | {'पापड़ बेलना' का सही अर्थ बताइए?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-113 | ||
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-विषम चरणों में 12 और समचरणों में 8 मात्राएँ | -विषम चरणों में 12 और समचरणों में 8 मात्राएँ | ||
+विषम चरणों में 12 और समचरणों में 7 मात्राएँ | +विषम चरणों में 12 और समचरणों में 7 मात्राएँ | ||
||{{seealso|दोहा|कवित्त|सोरठा|रोला|हरिगीतिका|कुण्डलिया}} | |||
{निम्न में से कौन-सा रीतिमुक्त [[कवि]] नहीं हैं?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-155 | {निम्न में से कौन-सा रीतिमुक्त [[कवि]] नहीं हैं?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-155 | ||
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-अपनी खबर | -अपनी खबर | ||
-[[पथ के साथी -महादेवी वर्मा|पथ के साथी]] | -[[पथ के साथी -महादेवी वर्मा|पथ के साथी]] | ||
||{{seealso|संस्मरण|जीवनी|रेखाचित्र|रिपोर्ताज}} | |||
{निम्न में से कौन-सी [[निम्बार्काचार्य]] की रचना नहीं है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-38 | {निम्न में से कौन-सी [[निम्बार्काचार्य]] की रचना नहीं है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-38 | ||
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+गीता आष्टा | +गीता आष्टा | ||
-प्रपन्नकल्पवल्ली | -प्रपन्नकल्पवल्ली | ||
||{{seealso|निम्बार्क संप्रदाय}} | |||
{भारतीय [[सूफ़ी मत|सूफ़ी]] किस सम्प्रदाय के थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-72प्रश्न-323 | {भारतीय [[सूफ़ी मत|सूफ़ी]] किस सम्प्रदाय के थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-72प्रश्न-323 | ||
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-[[चिश्ती सम्प्रदाय]] | -[[चिश्ती सम्प्रदाय]] | ||
-[[कादिरी सम्प्रदाय]] | -[[कादिरी सम्प्रदाय]] | ||
||{{seealso|फ़िरदौसी सिलसिला|महदवी सम्प्रदाय|सुहरावर्दिया}} | |||
{<poem>नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास इहि काल। | {<poem>नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास इहि काल। | ||
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+अन्योक्ति | +अन्योक्ति | ||
-[[अतिशयोक्ति अलंकार|अतिशयोक्ति]] | -[[अतिशयोक्ति अलंकार|अतिशयोक्ति]] | ||
||{{seealso|अलंकार|रस|छन्द|मुक्तक}} | |||
{'कान का कच्चा होना' इस [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|मुहावरे]] का सही अर्थ क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-114 | {'कान का कच्चा होना' इस [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|मुहावरे]] का सही अर्थ क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-114 | ||
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-दूसरे की बात न मानना | -दूसरे की बात न मानना | ||
-कान का कमजोर होना | -कान का कमजोर होना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{<poem>सुन सिय सत्य असीस हमारी। | {<poem>सुन सिय सत्य असीस हमारी। | ||
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-[[दोहा]] | -[[दोहा]] | ||
+[[चौपाई]] | +[[चौपाई]] | ||
||{{seealso|मालिनी छन्द|इन्द्रवज्रा छन्द}} | |||
{‘उत्तम’ का [[विलोम शब्द]] क्या है? (ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.स.-90;प्रश्न-41 | {‘उत्तम’ का [[विलोम शब्द]] क्या है? (ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.स.-90;प्रश्न-41 | ||
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+अधम | +अधम | ||
-कीर्ति | -कीर्ति | ||
||{{seealso|पर्यायवाची शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी [[हिन्दी]] की [[पत्रिका]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-318,प्रश्न-19 | {निम्नलिखित में से कौन-सी [[हिन्दी]] की [[पत्रिका]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-318,प्रश्न-19 | ||
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-देशपोषिणी | -देशपोषिणी | ||
+केरल ज्योति | +केरल ज्योति | ||
||{{seealso|आनन्द कादम्बिनी|हरिश्चन्द्र मैगजीन|अहा ज़िन्दगी}} | |||
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-प्रत्येक चरण में 14-14 मात्राएँ | -प्रत्येक चरण में 14-14 मात्राएँ | ||
+प्रत्येक चरण में 11-11 मात्राएँ | +प्रत्येक चरण में 11-11 मात्राएँ | ||
||{{seealso|दोहा|रोला|हरिगीतिका|बरवै (छन्द)|कुण्डलिया}} | |||
{'जूही की कली' नामक [[कविता]] के रचनाकार [[कवि]] कौन थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-156 | {'जूही की कली' नामक [[कविता]] के रचनाकार [[कवि]] कौन थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-156 | ||
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+प्रभाकर श्रोत्रिय | +प्रभाकर श्रोत्रिय | ||
-ज्ञान रंजन | -ज्ञान रंजन | ||
||{{seealso|उदन्त मार्तण्ड|कादम्बिनी}} | |||
{'गोविन्दभाष्य' निम्न में से किसकी रचना है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-39 | {'गोविन्दभाष्य' निम्न में से किसकी रचना है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-39 | ||
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+[[रामायण]] | +[[रामायण]] | ||
-[[दोहावली -तुलसीदास|दोहावली]] | -[[दोहावली -तुलसीदास|दोहावली]] | ||
||{{seealso|पार्वती मंगल|रामचरितमानस|रामाज्ञा प्रश्न}} | |||
{<poem>कबिरा सोई पीर है, जे जाने पर पीर। | {<poem>कबिरा सोई पीर है, जे जाने पर पीर। | ||
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प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा [[अलंकार]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-178;प्रश्न-12 | प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा [[अलंकार]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-178;प्रश्न-12 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+यमक | +[[यमक अलंकार|यमक]] | ||
-रूपक | -[[रूपक अलंकार|रूपक]] | ||
-पुनरुक्ति | -पुनरुक्ति | ||
-श्लेष | -[[श्लेष अलंकार|श्लेष]] | ||
||{{seealso|रस|छन्द|दोहा}} | |||
{ | {मुहावरा 'उन्नीस-बीस होना' का क्या अर्थ है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-115 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बहुत कम अंतर होना | +बहुत कम अंतर होना | ||
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-हिसाब जोड़ना | -हिसाब जोड़ना | ||
-भाग जाना | -भाग जाना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{<poem>निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कौ मूल। | {<poem>निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कौ मूल। | ||
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-विरस | -विरस | ||
-अरस | -अरस | ||
||{{seealso|पर्यायवाची शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{निम्न में उपादान कारक की विभक्ति क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-321,प्रश्न-08 | {निम्न में उपादान कारक की विभक्ति क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-321,प्रश्न-08 | ||
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-के लिए | -के लिए | ||
+से | +से | ||
||{{seealso|व्याकरण (व्यावहारिक)|कारक}} | |||
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-दिगम्बर | -दिगम्बर | ||
-दुष्कर्म | -दुष्कर्म | ||
||{{seealso|संधि|विशेषण|सर्वनाम}} | |||
{'हालावाद' के प्रवर्तक कौन थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-157 | {'हालावाद' के प्रवर्तक कौन थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-157 | ||
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-जगदीश गुप्त | -जगदीश गुप्त | ||
+[[हरिवंशराय बच्चन]] | +[[हरिवंशराय बच्चन]] | ||
||{{seealso|मधुशाला|तेजी बच्चन|अमिताभ बच्चन}} | |||
{'दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा' का मुख्यालय कहाँ है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-47प्रश्न-517 | {'दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा' का मुख्यालय कहाँ है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-47प्रश्न-517 | ||
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-[[हैदराबाद]] | -[[हैदराबाद]] | ||
-[[एर्नाकुलम ज़िला|एर्नाकुलम]] | -[[एर्नाकुलम ज़िला|एर्नाकुलम]] | ||
||{{seealso|नागरीप्रचारिणी सभा|हिन्दी का मानकीकरण}} | |||
{'षट्संदर्भ' किसकी रचना है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-40 | {'षट्संदर्भ' किसकी रचना है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-40 | ||
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-अन्योक्ति | -अन्योक्ति | ||
+[[अतिशयोक्ति अलंकार|अतिशयोक्ति]] | +[[अतिशयोक्ति अलंकार|अतिशयोक्ति]] | ||
||{{seealso|रस|छन्द|कवित्त|कुण्डलिया}} | |||
{'कलेजा होना' इस | {'कलेजा होना' इस मुहावरे का सही अर्थ क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-117 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-द्रवित होना | -द्रवित होना | ||
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-विकल होना | -विकल होना | ||
+हिम्मत होना | +हिम्मत होना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{जिस [[छन्द]] के पहले तथा तीसरे चरणों में 13-13 और दूसरे तथा चौथे चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं, वह [[छन्द]] कहलाता है-(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-171;प्रश्न-09 | {जिस [[छन्द]] के पहले तथा तीसरे चरणों में 13-13 और दूसरे तथा चौथे चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं, वह [[छन्द]] कहलाता है-(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-171;प्रश्न-09 | ||
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-प्रतिमुख | -प्रतिमुख | ||
-सामान्य | -सामान्य | ||
||{{seealso|पर्यायवाची शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{'नाश कर देना' के लिए सही [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|मुहावरा]] क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-136,प्रश्न-16 | {'नाश कर देना' के लिए सही [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|मुहावरा]] क्या है?(ल्युसेंट सा.हिंदी,पृ.सं.-136,प्रश्न-16 | ||
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-पानी-पानी होना | -पानी-पानी होना | ||
-पानी भरना | -पानी भरना | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द}} | |||
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+प्रत्येक चरण में 14-14 मात्राएँ | +प्रत्येक चरण में 14-14 मात्राएँ | ||
-प्रत्येक चरण में 12-12 मात्राएँ | -प्रत्येक चरण में 12-12 मात्राएँ | ||
||{{seealso|मालिनी छन्द|इन्द्रवज्रा छन्द|उपेन्द्रवज्रा छन्द}} | |||
{'तुम विद्युत बन आओ पाहुन, मेरे नयनों पर पग धर-धर'।<br /> | {'तुम विद्युत बन आओ पाहुन, मेरे नयनों पर पग धर-धर'।<br /> | ||
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+श्री रंगनाथ मुनि | +श्री रंगनाथ मुनि | ||
-[[रामानंद]] | -[[रामानंद]] | ||
||{{seealso|वैष्णव सम्प्रदाय|शैव सम्प्रदाय}} | |||
{'पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमी जनक सुतावरं' में कौन-सा [[अलंकार]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-178;प्रश्न-14 | {'पट-पीत मानहुं तड़ित रुचि, सुचि नौमी जनक सुतावरं' में कौन-सा [[अलंकार]] है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-178;प्रश्न-14 | ||
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-[[उत्प्रेक्षा अलंकार|उत्प्रेक्षा]] | -[[उत्प्रेक्षा अलंकार|उत्प्रेक्षा]] | ||
-[[यमक अलंकार|यमक]] | -[[यमक अलंकार|यमक]] | ||
||{{seealso|रस|छन्द|सवैया|छप्पय}} | |||
{'दाँतों तले उँगली दबाना' इस | {'दाँतों तले उँगली दबाना' इस मुहावरे का सही अर्थ होगा-(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-118 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बहुत पछताना | -बहुत पछताना | ||
पंक्ति 687: | पंक्ति 712: | ||
+हैरान होना | +हैरान होना | ||
-दर्द महसूस करना | -दर्द महसूस करना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{निम्नलिखित में से अशुद्ध वाक्य कौन-सा है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-171;प्रश्न-10 | {निम्नलिखित में से अशुद्ध वाक्य कौन-सा है?(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-171;प्रश्न-10 | ||
पंक्ति 694: | पंक्ति 720: | ||
-लड़ाई में जीत हुई | -लड़ाई में जीत हुई | ||
-वह जीत गया | -वह जीत गया | ||
||{{seealso|क्रिया|विशेषण|संज्ञा|सर्वनाम}} | |||
{‘महान’ का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.स.-90;प्रश्न-44 | {‘महान’ का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.स.-90;प्रश्न-44 | ||
पंक्ति 701: | पंक्ति 728: | ||
-अल्प | -अल्प | ||
-नगण्य | -नगण्य | ||
||{{seealso|पर्यायवाची शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{[[आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]] ने निम्न में से किसे प्रेमाख्यान काव्य परम्परा का प्रथम [[कवि]] माना?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-313,प्रश्न-05 | {[[आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]] ने निम्न में से किसे प्रेमाख्यान काव्य परम्परा का प्रथम [[कवि]] माना?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-313,प्रश्न-05 | ||
पंक्ति 717: | पंक्ति 745: | ||
-क्रमश: 15 और 16 मात्राएँ | -क्रमश: 15 और 16 मात्राएँ | ||
-क्रमश: 11 और 13 मात्राएँ | -क्रमश: 11 और 13 मात्राएँ | ||
||{{seealso|दोहा|कवित्त|सोरठा|रोला|कुण्डलिया}} | |||
{[[अपभ्रंश]] को 'पुरानी हिन्दी' किसने कहा है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-159 | {[[अपभ्रंश]] को 'पुरानी हिन्दी' किसने कहा है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-15प्रश्न-159 | ||
पंक्ति 724: | पंक्ति 753: | ||
+[[चन्द्रधर शर्मा गुलेरी]] | +[[चन्द्रधर शर्मा गुलेरी]] | ||
-[[भारतेन्दु हरिश्चंद्र]] | -[[भारतेन्दु हरिश्चंद्र]] | ||
||{{seealso|हिंदी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन 'विखंडनवाद' के प्रवर्तक थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-47प्रश्न-519 | {निम्नलिखित में से कौन 'विखंडनवाद' के प्रवर्तक थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-47प्रश्न-519 | ||
पंक्ति 731: | पंक्ति 761: | ||
-फ़ूकोयामा | -फ़ूकोयामा | ||
-ग्राम्शी | -ग्राम्शी | ||
||{{seealso|द्वैतवाद|विशिष्टाद्वैतवाद}} | |||
{[[आलवार]] संख्या में कितने थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-42 | {[[आलवार]] संख्या में कितने थे?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-60प्रश्न-42 | ||
पंक्ति 738: | पंक्ति 769: | ||
-आठ | -आठ | ||
-ग्यारह | -ग्यारह | ||
||{{seealso|अंदाल|कंबन|नयनार}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी [[रामानंद]] की रचना नहीं है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-72प्रश्न-327 | {निम्नलिखित में से कौन-सी [[रामानंद]] की रचना नहीं है?(यू.जी.सी.हिन्दी सामान्य ज्ञान;पृ.सं.-72प्रश्न-327 | ||
पंक्ति 754: | पंक्ति 786: | ||
-[[यमक अलंकार|यमक]] | -[[यमक अलंकार|यमक]] | ||
+[[श्लेष अलंकार|श्लेष]] | +[[श्लेष अलंकार|श्लेष]] | ||
||{{seealso|रस|छन्द|सवैया|सोरठा}} | |||
{'आँखों पर चर्बी छाना' का अर्थ है-(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-119 | {'आँखों पर चर्बी छाना' का अर्थ है-(ल्युसेंट सा.हिंदी;पृ.सं.-141;प्रश्न-119 | ||
पंक्ति 761: | पंक्ति 794: | ||
+अभिमान करना | +अभिमान करना | ||
-निर्लज्ज होना | -निर्लज्ज होना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{<poem>किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच, | {<poem>किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच, | ||
पंक्ति 777: | पंक्ति 811: | ||
-कंचन | -कंचन | ||
-धनाढ्य | -धनाढ्य | ||
||{{seealso|पर्यायवाची शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{आदिकालीन साहित्य में [[वीर रस]] की रचनाओं में किस [[भाषा]] का प्रयोग किया गया?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-313,प्रश्न-03 | {आदिकालीन साहित्य में [[वीर रस]] की रचनाओं में किस [[भाषा]] का प्रयोग किया गया?(ल्युसेन्ट सा.हिन्दी,पृ.सं.-313,प्रश्न-03 | ||
पंक्ति 784: | पंक्ति 819: | ||
+[[डिंगल |डिंगल]] | +[[डिंगल |डिंगल]] | ||
-[[प्राकृत भाषा|प्राकृत]] | -[[प्राकृत भाषा|प्राकृत]] | ||
||{{seealso|हिंदी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}} | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
|} | |} | ||
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08:10, 15 जुलाई 2014 का अवतरण
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