"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
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{सिंधु सभ्यता की मुद्रा में किस देवता के समतुल्य चित्रांकन मिलता है?(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-28 | {[[सिंधु सभ्यता]] की मुद्रा में किस [[देवता]] के समतुल्य चित्रांकन मिलता है?(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-01;प्रश्न-28 | ||
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+आद्य शिव | +आद्य शिव | ||
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-आद्य इंद्र | -आद्य इंद्र | ||
{प्रतिलोम विवाह तब माना जाता था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-06;प्रश्न-72 | {'[[प्रतिलोम विवाह]]' तब माना जाता था-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-06;प्रश्न-72 | ||
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-जब उच्च वर्ण का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | -जब उच्च [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ [[विवाह]] करता था | ||
+जब उच्च वर्ण की नारी निम्न वर्ण के पुरुष के साथ विवाह करती थी | +जब उच्च वर्ण की नारी निम्न वर्ण के पुरुष के साथ विवाह करती थी | ||
-जब उच्च वर्ण का पुरुष उच्च वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | -जब उच्च वर्ण का पुरुष उच्च [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] की नारी के साथ [[विवाह]] करता था | ||
-जब निम्न वर्ण का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | -जब निम्न वर्ण का पुरुष निम्न वर्ण की नारी के साथ विवाह करता था | ||
{अशोक ने अपने सभी अभिलेखों में एकरूपता से किस प्राकृत का प्रयोग किया है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-05 | {[[सम्राट अशोक]] ने अपने सभी [[अशोक के अभिलेख|अभिलेखों]] में एकरूपता से किस [[प्राकृत भाषा|प्राकृत]] का प्रयोग किया है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-05 | ||
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+मागधी | +[[मागधी भाषा|मागधी]] | ||
-अर्ध मागधी | -अर्ध मागधी | ||
-शौरसेनी | -[[शौरसेनी भाषा|शौरसेनी]] | ||
-अंगिका | -अंगिका | ||
{अंतिम मौर्य सम्राट वृहद्रथ की हत्या कर किसने शुंग वंश की स्थापना 185 ई. पू. में की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-01 | {अंतिम [[मौर्य]] [[बृहद्रथ मौर्य|सम्राट वृहद्रथ]] की हत्या कर किसने [[शुंग वंश]] की स्थापना 185 ई. पू. में की? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-01 | ||
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+पुष्यमित्र | +[[पुष्यमित्र शुंग|पुष्यमित्र]] | ||
-अग्निमित्र | -[[अग्निमित्र]] | ||
-वसुमित्र | -[[वसुमित्र]] | ||
-नागभट्ट | -[[नागभट्ट प्रथम|नागभट्ट]] | ||
{थानेश्वर में वर्धन वंश | {[[थानेश्वर]] में [[वर्धन वंश]] की स्थापना किसने की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-01 | ||
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-राज्यवर्धन | -[[राज्यवर्धन]] | ||
-आदित्यवर्धन | -आदित्यवर्धन | ||
+पुष्यभूतिवर्धन | +पुष्यभूतिवर्धन | ||
-नरवर्धन | -नरवर्धन | ||
{पूर्व मध्यकालीन भारतीय इतिहास 750 ई. से 1200 ई. तक का समय (उत्तर भारत के संदर्भ में) मुख्यत: माना जाता है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-01 | {पूर्व मध्यकालीन [[भारतीय इतिहास]] 750 ई. से 1200 ई. तक का समय ([[उत्तर भारत]] के संदर्भ में) मुख्यत: माना जाता है-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-01 | ||
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-संक्रमण काल | -संक्रमण काल | ||
+राजपूत काल | +[[राजपूत काल]] | ||
-भारत पर तुर्क आक्रमण का काल | -[[भारत]] पर [[तुर्क]] आक्रमण का काल | ||
-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
{बादामी में दुर्ग का निर्माण करवाने तथा बादामी को राजधानी बनाने का श्रेय किस चालुक्य शासक को है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-03 | {[[बादामी]] में [[दुर्ग]] का निर्माण करवाने तथा बादामी को राजधानी बनाने का श्रेय किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक को है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-03 | ||
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+पुलकेशिन प्रथम | +[[पुलकेशिन प्रथम]] | ||
-पुलकेशिन द्वितीय | -[[पुलकेशिन द्वितीय]] | ||
-विक्रमादित्य प्रथम | -[[विक्रमादित्य प्रथम]] | ||
-विक्रमादित्य द्वितीय | -[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | ||
{महमूद ग़ज़नवी के भारत पर आक्रमण का प्रमुख उद्देश्य क्या था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-03 | {[[महमूद ग़ज़नवी]] के [[भारत]] पर आक्रमण का प्रमुख उद्देश्य क्या था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-03 | ||
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-इस्लाम धर्म का प्रचार | -[[इस्लाम धर्म]] का प्रचार | ||
-ग़ज़नी साम्राज्य का विस्तार | -[[ग़ज़नी|ग़ज़नी साम्राज्य]] का विस्तार | ||
-मूर्तियों को तोड़ना एवं मंदिरों को लूटना | -मूर्तियों को तोड़ना एवं मंदिरों को लूटना | ||
+मध्य एशिया में एक बड़े साम्राज्य की स्थापना के लिए धन प्राप्त करना | +[[मध्य एशिया]] में एक बड़े साम्राज्य की स्थापना के लिए धन प्राप्त करना | ||
{निम्न में से चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थान कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-51 | {निम्न में से [[चैतन्य महाप्रभु]] का जन्म स्थान कौन-सा है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-51 | ||
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+ | +[[नवद्वीप]] | ||
-तलवंडी | -तलवंडी | ||
-निम्बापुर | -निम्बापुर | ||
-मगहर | -[[मगहर]] | ||
{ | {“[[ब्रिटिश शासन]] एक स्थायी, बढ़ता हुआ तथा लगातार बढ़ता हुआ विदेशी आक्रमण है, जो धीरे-धीरे ही सही मगर पूरी तरह देश को नष्ट कर रहा है।“ यह कथन किसका है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-54 | ||
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+दादाभाई नौरोजी | +[[दादाभाई नौरोजी]] | ||
-गोपाल कृष्ण गोखले | -[[गोपाल कृष्ण गोखले]] | ||
-सुरेंद्रनाथ बनर्जी | -[[सुरेंद्रनाथ बनर्जी]] | ||
-ए. ओ. ह्यूम | -[[ए. ओ. ह्यूम]] | ||
{हड़प्पाकालीन मुहरें अधिकांशत: किस पदार्थ से निर्मित | {[[हड़प्पा सभ्यता|हड़प्पाकालीन]] मुहरें अधिकांशत: किस [[पदार्थ]] से निर्मित थीं? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-58 | ||
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+सेलखड़ी | +सेलखड़ी | ||
-काचली मिट्टी | -काचली मिट्टी | ||
-गोमेद एवं चर्ट | -गोमेद एवं चर्ट | ||
-मिट्टी एवं ताँबा | -[[मिट्टी]] एवं [[ताँबा]] | ||
{निम्न में से कौन-सा एक सिकंदर के आक्रमण का प्रभाव नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-09;प्रश्न-43 | {निम्न में से कौन-सा एक [[सिकंदर]] के आक्रमण का प्रभाव नहीं था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-09;प्रश्न-43 | ||
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-इस आक्रमण ने भारत और यूनान के बीच प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित करवाया | -इस आक्रमण ने [[भारत]] और [[यूनान]] के बीच प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित करवाया | ||
-इस आक्रमण ने पश्चिमोत्तर भारत में यूनानियों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया | -इस आक्रमण ने पश्चिमोत्तर भारत में [[यूनानी|यूनानियों]] की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया | ||
-सिकंदर अनेक उपनिवेशों की स्थापना के लिए उत्तरदायी | -सिकंदर अनेक उपनिवेशों की स्थापना के लिए उत्तरदायी था | ||
+ | +[[सिकंदर]] ने [[भारत]] को [[यूनान]] की रियासत बनाया | ||
{निम्नांकित में से किसकी तुलना मैक्यावली के ‘प्रिंस’ से की जाती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-02 | {निम्नांकित में से किसकी तुलना मैक्यावली के ‘प्रिंस’ से की जाती है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-02 | ||
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-कालीदास का | -[[कालीदास]] का ‘[[मालविकाग्निमित्र]]’ | ||
+कौटिल्य का | +[[कौटिल्य]] का ‘[[अर्थशास्त्र -कौटिल्य|अर्थशास्त्र]]’ | ||
-वात्स्यायन का ‘कामसूत्र’ | -[[वात्स्यायन]] का ‘कामसूत्र’ | ||
- | -[[तिरुवल्लुवर]] का ‘तिरुक्कुरल’ | ||
{पुष्यमित्र शुंग मौर्य सम्राट वृहद्रथ की राजकीय सेना में किस पद पर आसीन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-02 | {[[पुष्यमित्र शुंग]] [[मौर्य]] [[बृहद्रथ मौर्य|सम्राट वृहद्रथ]] की राजकीय सेना में किस पद पर आसीन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-02 | ||
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+सेनापति | +सेनापति | ||
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{कदम्ब राज्य की स्थापना मयूरशर्मन ने की थी। उसने अपनी राजधानी किसे बनाया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-04 | {[[कदम्ब वंश|कदम्ब राज्य]] की स्थापना [[मयूरशर्मन]] ने की थी। उसने अपनी राजधानी किसे बनाया? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-04 | ||
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-बंगाल | -[[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] | ||
+वैजयन्ती या | +वैजयन्ती या [[बनवासी]] | ||
-कन्नौज | -[[कन्नौज]] | ||
-मधुपुरी | -[[मधुपुरी]] | ||
{712 ई. में सिंध पर अरबों के आक्रमण के समय वहाँ का राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-02 | {712 ई. में [[सिंध]] पर [[अरब|अरबों]] के आक्रमण के समय वहाँ का राजा कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-02 | ||
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+दाहिरयाह | +दाहिरयाह | ||
-दाहिर | -[[दाहिर]] | ||
-चच | -चच | ||
-राय सहसी | -राय सहसी | ||
{ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस चालुक्य शासक का दरबारी कवि था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-04 | {ऐहोल प्रशस्ति का रचयिता रविकीर्ति किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक का दरबारी [[कवि]] था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-04 | ||
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-पुलकेशिन प्रथम | -[[पुलकेशिन प्रथम]] | ||
+पुलकेशिन द्वितीय | +[[पुलकेशिन द्वितीय]] | ||
-विक्रमादित्य प्रथम | -[[विक्रमादित्य प्रथम]] | ||
-विक्रमादित्य द्वितीय | -[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | ||
{महमूद ग़ज़नवी के भारत पर आक्रमण के समय भारत आये विद्वान अलबेरूनी ने किस महत्त्वपूर्ण ग्रंथ की रचना की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-04 | {[[महमूद ग़ज़नवी]] के [[भारत]] पर आक्रमण के समय [[भारत]] आये विद्वान [[अलबेरूनी]] ने किस महत्त्वपूर्ण [[ग्रंथ]] की रचना की थी? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-04 | ||
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-किताब-उल-खिराज | -किताब-उल-खिराज | ||
-किताब-उल-हिन्द | -किताब-उल-हिन्द | ||
+किताब-उल-रेहला | +[[किताब-उल-रेहला]] | ||
-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
{उड़ीसा नरेश प्रतापरुद्र किस वैष्णव संत का शिष्य था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-52 | {[[उड़ीसा]] नरेश [[प्रतापरुद्र गजपति|प्रतापरुद्र]] किस [[वैष्णव]] संत का शिष्य था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-52 | ||
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+चैतन्य महाप्रभु | +[[चैतन्य महाप्रभु]] | ||
-शंकरदेव | -[[शंकरदेव]] | ||
-कबीर | -[[कबीर]] | ||
- | -[[चंडीदास]] | ||
{निम्नलिखित में से किसने एक सार्वजनिक भाषण में राष्ट्रीय कांग्रेस पर हमला किया तथा उसे ‘जनता के एक बहुत सूक्ष्म भाग’ का प्रतिनिधि बताकर उसकी हँसी उड़ाई? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-55 | {निम्नलिखित में से किसने एक सार्वजनिक भाषण में [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस|राष्ट्रीय कांग्रेस]] पर हमला किया तथा उसे ‘जनता के एक बहुत सूक्ष्म भाग’ का प्रतिनिधि बताकर उसकी हँसी उड़ाई? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-55 | ||
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-लॉर्ड कर्ज़न | -[[लॉर्ड कर्ज़न]] | ||
+लॉर्ड डफ़रिन | +[[लॉर्ड डफ़रिन]] | ||
-लॉर्ड नार्थब्रुक | -[[लॉर्ड नार्थब्रुक]] | ||
-लॉर्ड लिटन | -[[लॉर्ड लिटन]] | ||
{हड़प्पावासी ‘लाजवर्द’ (भवन निर्माण की सामग्री) का आयात कहाँ से करते थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-60 | {[[हड़प्पा|हड़प्पावासी]] ‘लाजवर्द’ (भवन निर्माण की सामग्री) का आयात कहाँ से करते थे? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-03;प्रश्न-60 | ||
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+हिन्दूकुश क्षेत्र के | +[[हिन्दूकुश]] क्षेत्र के [[बदख्शां]] से | ||
-ईरान से | -[[ईरान]] से | ||
-दक्षिण भारत से | -[[दक्षिण भारत]] से | ||
-बलूचिस्तान से | -[[बलूचिस्तान]] से | ||
{प्राचीन भारत के बौद्ध मठों में ‘पवरन’ नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-12;प्रश्न-71 | {[[प्राचीन भारत]] के [[बौद्ध मठ|बौद्ध मठों]] में ‘पवरन’ नामक समारोह आयोजित किया जाता था, जो-(ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-12;प्रश्न-71 | ||
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-संघ परिनायक और धर्म व विनय विषयों पर एक-एक वक्ता को चुनने का अवसर होता था | -संघ परिनायक और [[धर्म]] व विनय विषयों पर एक-एक वक्ता को चुनने का अवसर होता था | ||
+वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किये गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था | +[[वर्षा ऋतु]] के दौरान मठों में प्रवास के समय [[भिक्कु|भिक्षुओं]] द्वारा किये गए अपराधों की स्वीकारोक्ति का अवसर होता था | ||
-किसी नये व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह था, जिसमें उसका सिर मुड़वा दिया जाता था और पीले वस्त्र दिये जाते थे | -किसी नये व्यक्ति को बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह था, जिसमें उसका सिर मुड़वा दिया जाता था और [[पीला रंग|पीले]] वस्त्र दिये जाते थे | ||
-आषाढ़ की पूर्णिमा के अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे वर्षा ऋतु के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे | -[[आषाढ़]] की [[पूर्णिमा]] के अगले दिन [[बौद्ध]] भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर होता था, जब वे [[वर्षा ऋतु]] के आगामी चार महीनों के लिए निश्चित आवास चुनते थे | ||
{बिन्दुसार ने कहाँ के विद्रोहियों को कुचलने के लिए अशोक को भेजा था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-06 | {[[बिन्दुसार]] ने कहाँ के विद्रोहियों को कुचलने के लिए [[अशोक]] को भेजा था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-14;प्रश्न-06 | ||
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-स्वर्णगिरि | -स्वर्णगिरि | ||
+तक्षशिला | +[[तक्षशिला]] | ||
-उज्जैन | -[[उज्जैन]] | ||
-वैशाली | -[[वैशाली]] | ||
{कण्व अथवा काण्व वंश का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-03 | {[[कण्व वंश|कण्व]] अथवा [[काण्व वंश]] का संस्थापक कौन था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-17;प्रश्न-03 | ||
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-भूमिमित्र | -भूमिमित्र | ||
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-सुशर्मा | -सुशर्मा | ||
{निम्नलिखित में से वह अंतिम बौद्ध राजा कौन था, जो संस्कृत का महान विद्वान और लेखक था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-05 | {निम्नलिखित में से वह अंतिम [[बौद्ध]] राजा कौन था, जो [[संस्कृत]] का महान विद्वान और लेखक था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-25;प्रश्न-05 | ||
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-कनिष्क | -[[कनिष्क]] | ||
-अशोक | -[[अशोक]] | ||
-बिम्बिसार | -[[बिम्बिसार]] | ||
+हर्षवर्धन | +[[हर्षवर्धन]] | ||
{सर्वप्रथम भारत में | {सर्वप्रथम [[भारत]] में ‘[[जजिया कर]]’ लगाने का श्रेय [[सिंध]] के विजेता [[मुहम्मद बिन कासिम]] को दिया जाता है। उसने किस वर्ग को इस कर से पूर्णत: मुक्त रखा? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-29;प्रश्न-03 | ||
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-मुस्लिमों को | -[[मुस्लिम|मुस्लिमों]] को | ||
-बौद्धों को | -[[बौद्ध|बौद्धों]] को | ||
+ब्राह्मणों को | +[[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] को | ||
-निम्न जाति के लोगों को | -निम्न जाति के लोगों को | ||
{किस चालुक्य शासक ने थानेश्वर व कन्नौज के महान शासक हर्षवर्धन को नर्मदा के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढ़ने से रोका? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-05 | {किस [[चालुक्य राजवंश|चालुक्य]] शासक ने [[थानेश्वर]] व [[कन्नौज]] के महान शासक [[हर्षवर्धन]] को [[नर्मदा नदी|नर्मदा]] के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढ़ने से रोका? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-32;प्रश्न-05 | ||
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-पुलकेशिन प्रथम | -[[पुलकेशिन प्रथम]] | ||
+पुलकेशिन द्वितीय | +[[पुलकेशिन द्वितीय]] | ||
-विक्रमादित्य प्रथम | -[[विक्रमादित्य प्रथम]] | ||
-विक्रमादित्य द्वितीय | -[[विक्रमादित्य द्वितीय]] | ||
{ | {‘[[कुव्वत-उल-इस्लाम-मस्जिद]]’ का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-37;प्रश्न-08 | ||
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+क़ुतुबुद्दीन ऐबक | +[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] | ||
-अलाउद्दीन ख़िलजी | -[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
-इल्तुतमिश | -[[इल्तुतमिश]] | ||
- | -[[रज़िया सुल्तान]] | ||
{निम्नलिखित में से किसे ‘गौराग प्रभु’ भी कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-53 | {निम्नलिखित में से किसे ‘गौराग प्रभु’ भी कहा जाता है? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-51;प्रश्न-53 | ||
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+चैतन्य महाप्रभु | +[[चैतन्य महाप्रभु]] | ||
-वल्लभाचार्य | -[[वल्लभाचार्य]] | ||
-रामानुज | -[[रामानुज]] | ||
-शंकराचार्य | -[[शंकराचार्य]] | ||
{किसने कहा था कि “मुझे ख़ुशी है कि कांग्रेस बराबर नीचे की ओर जा रही है, क्योंकि यह राजद्रोही संस्था है और इसके नेता संदिग्ध चरित्र के लोग हैं”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-56 | {किसने कहा था कि “मुझे ख़ुशी है कि [[कांग्रेस]] बराबर नीचे की ओर जा रही है, क्योंकि यह राजद्रोही संस्था है और इसके नेता संदिग्ध चरित्र के लोग हैं”? (ल्युसेंट वस्तुनिष्ठ सा.ज्ञा.;पृ.सं.-97;प्रश्न-56 | ||
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-लॉर्ड डफ़रिन | -[[लॉर्ड डफ़रिन]] | ||
+लॉर्ड एल्गिन द्वितीय | +[[लॉर्ड एल्गिन द्वितीय]] | ||
-लॉर्ड लैंसडाउन | -[[लॉर्ड लैंसडाउन]] | ||
-लॉर्ड कर्ज़न | -[[लॉर्ड कर्ज़न]] | ||
09:28, 20 जुलाई 2014 का अवतरण
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