"जलपाईगुड़ी": अवतरणों में अंतर
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जलपाईगुड़ी में [[जूट]] के गट्ठर बनाना, आरा मशीन और [[माचिस]] निर्माण करना, यहाँ के प्रमुख उद्योगों में से हैं। यहाँ रेलवे कार्यशाला भी है। | जलपाईगुड़ी में [[जूट]] के गट्ठर बनाना, आरा मशीन और [[माचिस]] निर्माण करना, यहाँ के प्रमुख उद्योगों में से हैं। यहाँ रेलवे कार्यशाला भी है। |
12:47, 10 मार्च 2015 के समय का अवतरण
जलपाईगुड़ी एक शहर, जो पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है। यह इसी नाम के जलपाईगुड़ी ज़िले का मुख्यालय और उत्तरी बंगाल प्रभाग का संभागीय मुख्यालय भी है। जलपाईगुड़ी क्षेत्र तिस्ता नदी द्वारा विभक्त दो भिन्न क्षेत्रों से मिलकर बना हुआ है। वर्ष 1885 में जलपाईगुड़ी को नगरपालिका के रूप में गठित किया गया था।
कृषि और खनिज
पश्चिम की ओर स्थित इसका क्षेत्र किंचित लहरदार, धान के विशाल खेतों और झाड़ीदार जंगलों वाला है, जहाँ सघन आबादी है और चावल, जूट व गन्ने की उपज होती है। इस क्षेत्र में तंबाकू, तिलहन और आलू की भी खेती होती है। कोयला, ताम्र अयस्क, चूना पत्थर और डोलोमाइट का भी खनन होता है।
उद्योग और व्यापार
जलपाईगुड़ी में जूट के गट्ठर बनाना, आरा मशीन और माचिस निर्माण करना, यहाँ के प्रमुख उद्योगों में से हैं। यहाँ रेलवे कार्यशाला भी है।
यातायात और परिवहन
यह राज्य का मुख्य कृषि वितरण केंद्र है और रेल व सड़क मार्ग द्वारा दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी तथा सैदपुर (बांग्लादेश) से जुड़ा है।
शिक्षण संस्थान
जलपाईगुड़ी में 'आनंद चन्द्र कॉलेज' और 'उत्तरी बंगाल विश्वलिद्यालय' से संबद्ध 'जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज' समेत कई महाविद्यालय स्थित हैं, जो विद्यार्थियों को उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करते हैं।
पर्यटन
जलपाईगुड़ी के पूर्व में 'पश्चिमी द्वार' नामक उपपर्वतीय क्षेत्र है, जहाँ सिंकुला पहाड़ों में स्थित छह दर्रे हैं, जो भूटान तक जाते हैं। यहाँ सघन संरक्षित वन और विस्तृत चाय के बाग़ान हैं।
जनसंख्या
वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार जलपाईगुड़ी शहर की जनसंख्या नगर में 1,00,212 और ज़िले में 34,03,204 थी।
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