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07:30, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
लुहारू सीकर से 20 मील की दूरी पर स्थित राजस्थान का प्राचीन तीर्थ है।[1]
- यह स्थान रामानंद संप्रदाय का विशिष्ट स्थान है।
- लुहारू में भगवान सूर्य देव का एक प्राचीन मंदिर स्थिति है।
- पर्वत के नीचे पुराणों में प्रसिद्ध 'ब्रह्मसर' बताया गया है।
- ऐसी प्रचीन अनुश्रति प्रचलित है कि पांडवों ने महाभारत के युद्ध के पश्चात् इस तीर्थ की यात्री की थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 821 |