"प्रयोग:रिंकू": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 26: | पंक्ति 26: | ||
-[[मृत्यु]] | -[[मृत्यु]] | ||
{[[राजस्थान]] में महिलाओं द्वारा सौभाग्य | {[[राजस्थान]] में महिलाओं द्वारा सौभाग्य सूचक के रूप में किस आभूषण को प्रयोग में लाया जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-197 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बाली | -बाली | ||
पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
+बोरला | +बोरला | ||
{[[पुष्कर]] | {[[पुष्कर मेला]] भरता है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D117 प्रश्न-284 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+कार्तिक पूर्णिमा को | +कार्तिक पूर्णिमा को | ||
पंक्ति 40: | पंक्ति 40: | ||
-फाल्गुन की पूर्णिमा को | -फाल्गुन की पूर्णिमा को | ||
{[[होली]] | {[[होली महोत्सव|होली उत्सव]] के सम्बन्ध में कौन सा कथन गलत है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-372 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[होली]] का त्योहार [[फाल्गुन]] शुक्ला | +[[होली]] का त्योहार [[फाल्गुन]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ला]] [[तृतीया]] को मनाया जाता है | ||
-पौराणिक कथा के अनुसार हिरण्यकश्यप के नृशंस शासन का इस दिन अंत हुआ था और | -पौराणिक कथा के अनुसार हिरण्यकश्यप के नृशंस शासन का इस दिन अंत हुआ था और [[प्रह्लाद]] की भक्ति की विजय हुई थी | ||
-इस अवसर पर होली की पूजा की जाती है | -इस अवसर पर [[होली]] की पूजा की जाती है | ||
-नृत्य, गान और | -नृत्य, गान और गुलाल से त्योहार के महत्त्व को प्रदर्शित किया जाता है | ||
{किस शैली में चाँदी व मोतियों का प्रयोग | {किस शैली में चाँदी व मोतियों का प्रयोग हुआ है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D169 प्रश्न-10 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बीकानेर शैली | -बीकानेर शैली | ||
पंक्ति 54: | पंक्ति 54: | ||
+ढूंढाड़ शैली | +ढूंढाड़ शैली | ||
{इनमें से कौन सा | {इनमें से वह कौन-सा क़िला है जिसका निर्माण मौर्य राजा चित्रांगद]] ने करवाया था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D175 प्रश्न-100 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+चित्तौड़ का | +[[चित्तौड़गढ़ क़िला|चित्तौड़ का क़िला]] | ||
-नागौर का | -[[नागौर|नागौर का क़िला]] | ||
-बीकानेर का | -[[बीकानेर का क़िला]] | ||
-बयाना का | -[[बयाना]] का क़िला | ||
{1213 को मेवाड़ की गद्दी पर बैठा था | {1213 को मेवाड़ की गद्दी पर बैठा था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E55 प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जैत्रसिंह | +जैत्रसिंह | ||
पंक्ति 68: | पंक्ति 68: | ||
-रत्नसिंह | -रत्नसिंह | ||
{चूड़ावत जी | {चूड़ावत जी कौन थीं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E105 प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जयपुर की राजमाता | +[[जयपुर]] की राजमाता | ||
-अलवर की राजमाता | -[[अलवर]] की राजमाता | ||
-दौसा की राजमाता | -[[दौसा]] की राजमाता | ||
-करौली की राजमाता | -[[करौली]] की राजमाता | ||
{वीर तेजाजी का विवाह किसके साथ हुआ था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D102 प्रश्न-22 | {[[वीर तेजाजी]] का [[विवाह]] किसके साथ हुआ था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D102 प्रश्न-22 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-नेतलदे | -नेतलदे | ||
पंक्ति 87: | पंक्ति 87: | ||
{जाम्भोजी के अनुयायियों को क्या कहते हैं? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-82 | {जाम्भोजी के अनुयायियों को क्या कहते हैं? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-82 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चारण | -[[चारण]] | ||
-राजपूत | -[[राजपूत]] | ||
+विश्नोई | +[[विश्नोई]] | ||
-मीणा | -[[मीणा]] | ||
{तोरण मारना प्रतीक है-- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D108 प्रश्न-132 | {तोरण मारना प्रतीक है-- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D108 प्रश्न-132 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+विजय का | +विजय का | ||
-विवाह का | -[[विवाह]] का | ||
-वधु की पसन्दगी का | -वधु की पसन्दगी का | ||
- | -[[क़िला]] फतेह करने का | ||
{मेमन्द किसे कहते हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-198 | {मेमन्द किसे कहते हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-198 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हाथ में पहने जाने वाले आभूषण को | -हाथ में पहने जाने वाले आभूषण को | ||
-पैर में | -पैर में पहने जाने वाले आभूषण को | ||
-कमर में पहने जाने वाले आभूषण को | -कमर में पहने जाने वाले आभूषण को | ||
+सिर पर पहने जाने वाले आभूषण को | +सिर पर पहने जाने वाले आभूषण को | ||
{अजमेर में उर्स का मेला किसकी दरगाह पर लगता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं | {[[अजमेर]] में [[उर्स]] का मेला किसकी दरगाह पर लगता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D117 प्रश्न-285 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[सलीम चिश्ती|ख़्वाजा सलीम चिश्ती]] | ||
+ | +[[ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती]] | ||
- | -ख़्वाजा शेर जंग | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{दशहरा त्योहार के सम्बन्ध में कौन सा | {[[दशहरा]] त्योहार के सम्बन्ध में कौन सा कथन गलत है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D122 प्रश्न-373 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+यह त्योहार | +यह त्योहार [[अश्विन]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ला]] [[अष्टमी]] को मनाया जाता है। | ||
-राजस्थान में शौर्य की प्रमुखता के कारण दशहरे का अधिक महत्त्व है। | -[[राजस्थान]] में शौर्य की प्रमुखता के कारण दशहरे का अधिक महत्त्व है। | ||
-ऐसी मान्यता है कि इसी दिन राम ने रावण पर विजय पाई थी और इसलिए इसका दूसरा नाम विजया-दशमी रखा गया। | -ऐसी मान्यता है कि इसी दिन [[राम]] ने [[रावण]] पर विजय पाई थी और इसलिए इसका दूसरा नाम विजया-दशमी रखा गया। | ||
-यह क्षत्रियों का त्योहार है जिसे दुर्गा स्थापना व दुर्गाष्टमी और नवरात्रि से भी जोड़ दिया गया है। | -यह [[क्षत्रिय|क्षत्रियों]] का त्योहार है जिसे [[दुर्गा]] स्थापना व [[दुर्गाष्टमी]] और [[नवरात्रि]] से भी जोड़ दिया गया है। | ||
{ऊँट की खाल पर चित्रों का अंकन कौन सी शैली की विशेषता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D169 प्रश्न-11 | {ऊँट की खाल पर चित्रों का अंकन कौन-सी शैली की विशेषता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D169 प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बीकानेर शैली | +बीकानेर शैली | ||
-मारवाड़ शैली | -मारवाड़ शैली | ||
- | -जोधपुर शैली | ||
-नाथद्वारा शैली | -नाथद्वारा शैली | ||
पंक्ति 130: | पंक्ति 130: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वीर नारायण पँवार | -वीर नारायण पँवार | ||
-महाराणा कुम्भा | -[[महाराणा कुम्भा]] | ||
-महाराजा मानसिंह प्रथम | -महाराजा मानसिंह प्रथम | ||
+महाराजा सवाई जयसिंह | +[[सवाई जयसिंह|महाराजा सवाई जयसिंह]] | ||
{मेवाड़ के जिस राजा को अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण का सामना करना पड़ा, उस | {[[मेवाड़]] के जिस राजा को [[अलाउद्दीन खिलजी]] के आक्रमण का सामना करना पड़ा, उस शासक का नाम था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E55 प्रश्न-2 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जैत्रसिंह | -जैत्रसिंह | ||
पंक्ति 141: | पंक्ति 141: | ||
-तेजसिंह | -तेजसिंह | ||
{भीमाबाई किनकी पुत्री थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-2 | {भीमाबाई किनकी [[पुत्री]] थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E106 प्रश्न-2 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+यशवंत | +[[यशवंत राव होल्कर]] | ||
-तुकाजीराव | -तुकाजीराव | ||
-मल्लसर्ण | -मल्लसर्ण | ||
पंक्ति 150: | पंक्ति 150: | ||
{लाछा गूजरी की गायें मेर के मीणाओं से छुड़ाने में अपने प्राणों की आहूति किसने दी थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D102 प्रश्न-23 | {लाछा गूजरी की [[गाय|गायें]] मेर के [[मीणा|मीणाओं]] से छुड़ाने में अपने प्राणों की आहूति किसने दी थी? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D102 प्रश्न-23 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हड़बूजी | -हड़बूजी | ||
-ताहड़जी | -ताहड़जी | ||
+तेजाजी | +[[तेजाजी]] | ||
-गोगाजी | -गोगाजी | ||
{पर्यावरण वैज्ञानिक के नाम से किस लोक संत को जाना जाता है? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-83 | {[[पर्यावरण]] वैज्ञानिक के नाम से किस लोक संत को जाना जाता है? (धरोहर् राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D105 प्रश्न-83 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-संत जसनाथ को | -संत जसनाथ को | ||
-संत पीपा को | -संत पीपा को | ||
+जाम्भोजी को | +जाम्भोजी को | ||
-संत रैदास को | -संत [[रैदास]] को | ||
{राजस्थान में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बाल | {[[राजस्थान]] में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में [[बाल विवाह]] किस अवसर पर किए जाते हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D108 प्रश्न-133 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दशहरा | -[[दशहरा]] | ||
+अक्षय तृतीया | +[[अक्षय तृतीया]] | ||
-कार्तिक पूर्णिमा | -कार्तिक पूर्णिमा | ||
-दीपावली | -[[दीपावली]] | ||
{गोखरू कि कहते है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-199 | {गोखरू कि कहते है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D112 प्रश्न-199 |
14:29, 1 जुलाई 2016 का अवतरण
|