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-[[इटली]] | -[[इटली]] | ||
-[[चीन]] | -[[चीन]] | ||
||ओलंपिक शहर | ||ओलंपिक शहर ग्रीस यूनान में स्थित है। प्राचीनकाल में ओलंपिया नामक स्थान पर यूनानी देवता 'जियुस' के सम्मान में प्रत्येक चार वर्षों में खेलों का आयोजन किया जाता था। अत: ओलंपिया स्थान पर खेले जाने के कारण ही इसका नाम ओलंपिक पड़ गया। | ||
{खेल-कूद प्रशिक्षण में अतिभार का संबंध उस स्थिति से है जब- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-102 | {खेल-कूद प्रशिक्षण में अतिभार का संबंध उस स्थिति से है जब- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-102 | ||
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{किस रक्त वर्ग के व्यक्ति को 'सर्वप्रदाता' कहते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-14 | {किस रक्त वर्ग (Blood Group) के व्यक्ति को 'सर्वप्रदाता' कहते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-14 | ||
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-रक्त वर्ग 'AB' | -रक्त वर्ग 'AB' | ||
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+रक्त वर्ग 'O' | +रक्त वर्ग 'O' | ||
-रक्त वर्ग 'B' | -रक्त वर्ग 'B' | ||
||रक्त वर्ग 'AB' को सर्वग्राही | ||रक्त वर्ग 'AB' को सर्वग्राही एवं रक्त वर्ग 'O' को सर्वप्रदाता कहते हैं। रक्त वर्ग 'O' में कोई इंटीजन नहीं पाया जाता जबकि दोनों एंटीबॉडी (एंटीबॉडी A तथा एंटीबॉडी B) उपस्थित होते हैं। रक्त वर्ग 'AB' में दोनों प्रतिजन या एंटीजन (A तथा B) उपस्थित होते हैं जबकि कई प्रतिरक्षी या एंटीबॉडी नहीं पाया जाता है। | ||
{निम्न में से कौन-सा पोषक | {निम्न में से कौन-सा पोषक तत्त्व गर्मी एवं ताकत प्रदान करता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-49 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रोटीन | -[[प्रोटीन]] | ||
+ | +कार्बोहाइड्रेट्स | ||
-विटामिन | -[[विटामिन]] | ||
-जल | -[[जल]] | ||
||स्वस्थ शरीर के लिए शरीर में संतुलित पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। प्रमुख पोषक तत्त्वों का विवरण निम्न है- कार्बोहाइड्रेट्स- यह शरीर में ताकत (ऊर्जा) उत्पन्न करने का प्रमुख स्त्रोत है। यह शरीर को शक्ति तथा गर्मी प्रदान करने के लिए चर्बी (वसा) की भांति कार्य करता है। यह चर्बी की अपेक्षा शरीर में जल्दी पच जाती है। प्रोटीन- पेशियों व अन्य शारीरिक ऊतकों के विकास व मरम्मत के लिए बहुत आवश्यक है। वसा- यह संचित ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है एवं चर्बी (वसा) में घुलने वाले विटामिनों के संबंध में महत्त्वपूर्ण है। विटामिन- पानी व वसा में घुलने वाले कई विटामिन-समूह शरीर के अंदर कई रासायनिक प्रक्रियाओं के महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खनिज- ये शरीर के सामान्य उपापचयी क्रियाओं के लिए आवश्यक तत्त्व होते हैं। | ||स्वस्थ शरीर के लिए शरीर में संतुलित पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। प्रमुख पोषक तत्त्वों का विवरण निम्न है- कार्बोहाइड्रेट्स- यह शरीर में ताकत (ऊर्जा) उत्पन्न करने का प्रमुख स्त्रोत है। यह शरीर को शक्ति तथा गर्मी प्रदान करने के लिए चर्बी (वसा) की भांति कार्य करता है। यह चर्बी की अपेक्षा शरीर में जल्दी पच जाती है। प्रोटीन- पेशियों व अन्य शारीरिक ऊतकों के विकास व मरम्मत के लिए बहुत आवश्यक है। वसा- यह संचित ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है एवं चर्बी (वसा) में घुलने वाले [[विटामिन|विटामिनों]] के संबंध में महत्त्वपूर्ण है। विटामिन- पानी व वसा में घुलने वाले कई विटामिन-समूह शरीर के अंदर कई रासायनिक प्रक्रियाओं के महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खनिज- ये शरीर के सामान्य उपापचयी क्रियाओं के लिए आवश्यक तत्त्व होते हैं। | ||
{बास्केटबॉल | {बास्केटबॉल रिंग का व्यास क्या है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+45 सेमी. | +45 सेमी. | ||
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-48 सेमी. | -48 सेमी. | ||
-52 सेमी. | -52 सेमी. | ||
||बास्केटबॉल रिंग का अंदर की तरफ से व्यास 45 सेमी. होता है। परंतु | ||बास्केटबॉल रिंग का अंदर की तरफ से व्यास 45 सेमी. होता है। परंतु अन्य स्त्रोतों से रिंग का व्यास 18 इंच (लगभग 46 से.मी.) भी पाया गया है। | ||
{निम्न में से कौन- | {निम्न में से कौन-सी मांसपेशी कमर की सबसे चौड़ी मांसपेशी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-78 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ट्रेपिजियस | -ट्रेपिजियस | ||
+लेटिसमस डार्सी | +लेटिसमस डार्सी | ||
-लीवेटर स्केपुली | -लीवेटर स्केपुली | ||
- | -रोहमबोइड्स मेजर | ||
||'लेटिसमस डार्सी' कमर की सबसे चौड़ी मांसमेशी है। ट्रेपिजियस, कंधे की मांसपेशी है। 'रोहमबोइड्स मेजर डेल्टाइड के निचले भाग की मांसपेशी है। | ||'लेटिसमस डार्सी' कमर की सबसे चौड़ी मांसमेशी है। ट्रेपिजियस, कंधे की मांसपेशी है। 'रोहमबोइड्स मेजर डेल्टाइड के निचले भाग की मांसपेशी है। | ||
{मानव शरीर में पानी की मात्रा होती | {मानव शरीर में पानी की मात्रा होती है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-94 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+60%-70% | +60%-70% | ||
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-70%-75% | -70%-75% | ||
-75%-80% | -75%-80% | ||
||मानव के शारीरिक | ||मानव के शारीरिक वज़न का लगभग 60 से 70% हिस्सा पानी से बना है। इसमें भी अधिकतर पानी कोशिकाओं के अंदर होता है। पानी हमारे शरीर के आणविक कणों व प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है। | ||
{अग्रबाहु की दो अस्थियां कहलाती हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-110 प्रश्न-114 | {अग्रबाहु (Forearm) की दो अस्थियां कहलाती हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-110 प्रश्न-114 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -वर्टेब्रा | ||
-टिबिया-फिबुला | -टिबिया-फिबुला | ||
+रेडियस-अल्ना | +रेडियस-अल्ना | ||
-ऐटलेस | -ऐटलेस | ||
|| | ||अग्रबाहु अथवा कलाई की अस्थियां रेडियस एवं अल्ना हैं। टिबिया एवं फिबुला अस्थियां टांग की अस्थियां हैं। वर्टेब्रा रीढ़ की हड्डी को कहते हैं। एटलस हड्डी पर खोपड़ी टिकी होती है। | ||
{लचीलापन क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-112 प्रश्न-5 | {लचीलापन क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-112 प्रश्न-5 | ||
पंक्ति 305: | पंक्ति 305: | ||
-सक्रिय | -सक्रिय | ||
-दीर्घायु | -दीर्घायु | ||
||लचीलापन क्रियाओं की | ||लचीलापन क्रियाओं की श्रृंखला के माध्यम से एक संयुक्त क्रिया को संपन्न करने की क्षमता है। किसी भी क्रिया में पेशियों के दो समूह काम करते हैं- <br /> | ||
1. प्रोटागोनिस्टिक पेशी जिसके कारण क्रिया होती है। <br /> | |||
2.क्रियाओं का विरोध एवं लोचशीलता का निर्धारण एंटागोनिस्टिक पेशी करती है।<br /> | |||
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य— <br /> | |||
लोचशीलता के प्रतिक्षण का लक्ष्य एंटागोनिस्टिक पेशी में सुधार लाना है।<br /> | |||
लचीलापन खिलाड़ियों की तैयारी का एक महत्त्वपूर्ण भाग है। यह उनके अंदर हरकत या चालों की सीमा को बढ़ाता है जिससे उनका तकनीकी विकास संभव होता है। साथ ही लचीलापन खिलाड़ियों को चोटों से भी बचाता है।<br /> | |||
लचीलापन हासिल करने के लिए अलग-अलग तकनीकों को तीन वर्गों में बांटा जा सकता है- स्टैटिक, बैलेस्टिक एवं एसिस्टिड। | |||
{ओलंपिक प्रतीक में चक्रों की कुल संख्या है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-4 | {ओलंपिक प्रतीक में चक्रों की कुल संख्या है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-4 | ||
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+5 | +5 | ||
-4 | -4 | ||
||आधुनिक ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का प्रारंभ 6 अप्रैल, | ||आधुनिक [[ओलंपिक खेल|ओलंपिक खेल प्रतियोगिता]] का प्रारंभ [[6 अप्रैल]], 1896 को [[फ्रांस]] के पियरे डी कुबर्टिन के प्रयासों से यूनान के एथेंस शहर में हुआ। ओलंपिक ध्वज के प्रतीक में चक्रों की संख्या 5 है जो विश्व के पांच [[महाद्वीप|महाद्वीपों]] का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह प्रतियोगिता प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित की जाती है। | ||
{क्लोरोफिल किस रंग का होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-149 प्रश्न-4 | {क्लोरोफिल किस रंग का होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-149 प्रश्न-4 | ||
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-काला | -[[काला रंग|काला]] | ||
-लाल | -[[लाल रंग|लाल]] | ||
-सफेद | -[[सफेद रंग|सफेद]] | ||
+हरा | +[[हरा रंग|हरा]] | ||
||क्लोरोफिल (पर्णहरित) हरे रंग का एक प्रोटीन युक्त जटिल रासायनिक यौगिक है। क्लोरोफिल ही पेड़-पौधों के पत्तों के हरे रंग के लिए उत्तरदायी होता है। यह प्रकाश-संश्लेषण का मुख्य वर्णक है। इसे फोटोसिंथेटिक पिगमेंट भी कहते हैं। | ||क्लोरोफिल (पर्णहरित) हरे रंग का एक [[प्रोटीन]] युक्त जटिल रासायनिक यौगिक है। क्लोरोफिल ही पेड़-पौधों के पत्तों के हरे रंग के लिए उत्तरदायी होता है। यह प्रकाश-संश्लेषण का मुख्य वर्णक है। इसे फोटोसिंथेटिक पिगमेंट भी कहते हैं। | ||
{निम्नलिखित में से क्या आनुवंशिक अक्षयनिधि के रूप में जाना जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-104 | {निम्नलिखित में से क्या आनुवंशिक अक्षयनिधि के रूप में जाना जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-104 | ||
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{इनमें से कौन-सा संक्रामक रोग है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं- | {इनमें से कौन-सा संक्रामक रोग है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-25 प्रश्न-15 | ||
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+वाइरल बुख़ार | +वाइरल बुख़ार |
13:06, 5 नवम्बर 2016 का अवतरण
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