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भारतीय फ़ुटबालर बाईचुंग भूटिया
भारतीय फ़ुटबालर बाईचुंग भूटिया
विवरण फ़ुटबॉल एक सामूहिक खेल है जिसे ग्यारह-ग्यारह खिलाड़ियों के दो दलों के बीच खेला जाता है। फ़ुटबॉल को सामान्यत: एक आयताकार घास या कृत्रिम घास के मैदान पर खेला जाता है जिसके दोनों छोरों पर एक एक गोलपोस्ट होता है।
उपनाम पादकन्दुक, सॉकर
सर्वोच्च नियंत्रण निकाय फ़ेडरेशन इंटरनेशनेल डी फ़ुटबॉल एसोसिएशन (फ़ीफ़ा)
पहली बार खेला गया 19 दिसम्बर , 1863, इंग्लैंड
वर्गीकरण सामूहिक खेल, गेंद का खेल
दल के सदस्य 11
उपकरण फ़ुटबॉल
स्थल बड़ा मैदान
विश्वकप प्रतियोगिता सन् 1930 से प्रत्येक 4 वर्ष में एक बार आयोजित होती है।
ओलम्पिक सन् 1900 से ओलम्पिक खेलों में शामिल है।
अन्य जानकारी खेल 45-45 मिनट की दो समान अवधियों में खेला जाता है। पहले 45 मिनट के खेल के बाद 10 मिनट का मध्यांतर होता है।

एसोसिएशन फ़ुटबॉल (अंग्रेज़ी: Association Football) दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों मे से एक है। यह एक सामूहिक खेल है और इसे ग्यारह खिलाड़ियों के दो दलों के बीच खेला जाता है। फ़ुटबॉल को सामान्यत: एक आयताकार घास या कृत्रिम घास के मैदान पर खेला जाता है जिसके दोनों छोरों पर एक एक गोलपोस्ट होता है। इस खेल को सॉकर भी कहा जाता है। खिलाड़ियों द्वारा विरोधी दल के गोलपोस्ट में चालाकी से गेंद को डालना ही इस खेल का उद्देश्य है। खेल में गोलरक्षक ही एक मात्र ऐसा खिलाड़ी होता है जिसे गेंद को रोकने के लिए अपना हाथ इस्तेमाल करने की अनुमति होती है; दल के बाकी खिलाड़ी आमतौर पर गेंद को मारने (किक) के लिये अपने पैर का इस्तेमाल करते हैं तथा कभी कभी हवा में गेंद को रोकने के लिए वे अपने धड़ या फिर सिर का इस्तेमाल करते हैं। जो दल खेल के अंत या समय समाप्ति तक ज्यादा गोल करता है, वो विजयी रहता है। खेल के अंत यानि समय समाप्ति तक यदि स्कोर बराबर रहे तो उस मुकाबले को बराबर या ड्रा घोषित करना, या खेल को अतिरिक्त समय मे ले जाना और/या पेनाल्टी शूट आउट के द्वारा हार जीत का फैसला करना सब प्रतियोगिता के स्वरूप पर निर्भर करता है।

खेल का मैदान

आकार

फुटबाल का मैदान आयाताकार होता है। इसकी लम्बाई 100 गज़ से कम और 130 गज़ से अधिक न होगी। इसकी चौड़ाई 50 गज़ से कम और 100 गज़ से अधिक न होगी। अंतर्राष्ट्रीय मैचों में इसकी लम्बाई 110 गज़ से 120 गज़ तथा चौड़ाई 70 गज़ से 80 गज़ होगी।

रेखांकन

खेल का मैदान स्पष्ट रेखाओं द्वारा अंकित होना चाहिए। लम्बी रेखाएं स्पर्श रेखाएं या पक्ष रेखाएं कहलाती हैं और छोटी रेखाओं को गोल रेखाएं कहा जाता है। मैदान के प्रत्येक कोने पर 5 फुट ऊंचे खम्भे पर झंडी (कार्नर फ्लैग) लगाई जाएगी। यह केन्द्रीय रेखा पर कम से कम एक गज़ प होनी चाहिए। मैदान के मध्य में वृत्त लगाया जाता है जिका अर्द्ध व्यास 10 गज़ होगा।

कॉर्नर क्षेत्र

प्रत्येक कार्नर क्षेत्र पोस्ट में खेल के क्षेत्र के अन्दर एक गज़ के अर्द्वव्यास का चौथाई वृत्त खींचा जाएगा।

गोल क्षेत्र

खेल के मैदान में दोनों सिरों पर दो रेखांए खींची जाएगी जो गोल रेखा पर कम्ब होंगी। ये मैदान में 6 गज़ दूरी तक फैली रहेंगी और गोल रेखा के समानांतर एक रेखा से मिला दी जाएंगी। इन रेखाओं तथा गोल रेखाओं द्वारा घिरे मध्य क्षेत्र को गोल क्षेत्र कहते है।

पैनल्टी क्षेत्र

खेल के मैदान के दोनों सोरों पर प्रत्येक गोल-पोस्ट से 18 गज़ की दूरी पर गोल रेखा के समकोण पर दो रेखाएं खींची जाएंगी। ये मैदान 18 गज़ की दूरी तक फैली होंगी। इन्हें गोल-रेखा के समानांतर एक रेखा खींच कर मिलाया जाएगा। इन रेखाओं तथा गोल रेखाओं से घिरे हुए क्षेत्र को पैनल्टी क्षेत्र कहा जाएगा।

गोल

गोल रेखा का मध्य में से 8 गज़ या 24 फुट की दूरी पर दो पोल (डंडे) गाड़े जाएगे। इसके सिरों को एक क्रास बार द्वारा मिलाया जाएगा जिसका निचला सिरा भूमि से 8 फुट ऊंचा होगा। गोल पोस्तों तथा क्रास बार की चौड़ाई और गहराई 5 फुट इंच से अधिक नहीं होगी।

स्मरणीय तथ्य
फुटबाल के मैदान का आकार आयाताकार
मैदान की लम्बाई 100 गज़ से 130 गज़
चौड़ाई 50 गज़ से 100 गज़
अंतर्राष्ट्रीय मैचों में मैदान का नाम अधिकतम- 110 मीटर x 75 मीटर (120 गज़ x 80 गज़)

न्यूनतम- 100 मीटर x 64 मीटर (100 गज़ x 70 गज़)

गेंद की परिधि 27" से 28"
गेंद का वज़न 14 औंस से 16 औंस के मध्य
फुटबाल टीम में खिलाड़ियों की संख्या 11 (ग्यारह), 5 खिलाड़ी अतिरिक्त होते है।
एक मैच में कितने खिलाड़ी बदले जा सकते हैं 2 (दो)
फुटबाल मैच में खेल की अवधि 45-45 मिनट के दो चरण (राउंड)
फुटबाल मैच में मध्यांतर (इंटरवल) का समय 5 मिनट या 10 मिनट का भी हो सकता है।
मैच खिलाने वाले अधिकारी 3 (1 रैफरी तथा 2 लाईनज़मैन)

गेंद

गेंद का आकार गोल होता है। यह चमड़े या किसी अन्य स्वीकृत वस्तु की बनी होनी चाहिए। इसकी परिधि 27" से 28" तक होनी चाहिये। इसका भार 14 औंस से 16 औंस तक होना चाहिये। रैफरी की आज्ञा के बिना खेल के दौरान गेंद बदली नहीं जा सकती।

खिलाड़ी का सामान

खिलाड़ी प्राय: जर्सी या कमीज़, निक्कर, जुराबें तथा बूट पहन सकता है। गोल-कीपर की कमीज़ या जर्सी का रंग बाकी खिलाड़ियों से भिन्न होना चाहिये। बूट पहनने आवश्यक हैं। कोई भी खिलाड़ी ऐसी वस्तु नहीं पहन सकता जो अन्य खिलाडियों के लिए हानिकारक हो।

खिलाड़ियों की संख्या

फुटबाल का खेल दो टीमों के बीच होता है। प्रत्येक टीम में ग्यारह-ग्यारह तथा अतिरिक्त 5 खिलाड़ी होते हैं। एक मैच में किसी टीम को दो से अधिक खिलाड़ियों को बदलने की आज्ञा नहीं होती। बदते हुए खिलाड़ी पुन: उस मैच में भाग लेने का अधिकार नहीं दिया जाता।

अधिकारी

एक रैफरी, दो लाईनमैन एक टाइम कीपर। रैफरी खेल के नियमों का पालन करवाता है और किसी भी झगड़े वाले प्रश्न का निर्णय करता है। खेल में क्या हुआ और परिणाम क्या निकला, इस पर उसका निर्णय अंतिम होता है।

खेल की अवधि

खेल 45-45 मिनट की दो समान अवधियों में खेला जाता है। पहले 45 मिनट के खेल के बाद 10 मिनट का मध्यांतर होता है।

खेल का आरम्भ

खेल के प्रारम्भ में टॉस द्वारा किक मारने और साईड (पक्ष) चुनने का निर्णय किया जाता है। टॉस जीतने वाली टीम को किक लगाने या साईड चुनने की चूट होती है।

गेंद खेल से बहार

गेंद खेल से बाहर मानी जाएगी:-

  1. जब गेंद भूमि पर या हवा में गोल-रेखा या स्पर्श-रेखा पूरी तरह पार कर जाए।
  2. जब रैफरी खेल को रोक दे।

स्कोर (फलांकन) या गोल

जब गेंद नियमानसार गोल-पोस्टों के बीच क्रास बार के नीचे और गोल-रेखा के पार चली जाए तो गोल माना जाता है। जो भी टीम अधिक गोल बनाती उसे ही विजयी माना जाता है। यदि कोई गोल नहीं होता या बराबर संख्या में गोल होते हैं तो खेल बराबर माना जाता है। परंतु यदि लीग विधि से टूर्नामैंट हो रहा हो तो बराबर रहने पर दोनों टीमों को एक-एक अंक दिया जाता है।

आफ़ साईड

कोई भी खिलाड़ी अपने मध्य में आफ साईड नहीं होता। आफ साईड उस समय होती है जब वह विरोधी टीम के मध्य में हो और उसके पीछे दो विरोधी खिलाड़ी न हो।

  1. उसकी अपेक्षा विरोधी खिलाड़ी अपनी गोल रेखा के निकट न हों।
  2. वह मैदान के अपने अर्द्ध-क्षेत्र में न हो।
  3. गेंद अंतिम बार विरोधी को न लगी हो या उसके द्वारा खेली न गई हो।
  4. उसे गोल-किक, कार्नर किक, थ्रो- इन द्वारा गेंद सीधी न मिली हो या रैफरी ने न फेंका हो।

दण्ड

इस नियम का उल्लंघन करने पर विरोधी खिलाड़ी को उस स्थान से फ्री-किक दी जाएगी, जहां पर नियम का उल्लंघन हुआ हो।

फ्री-किक

फ्री-किक दो प्रकार की होती है- प्रत्यक्ष फ्री-किक (Direct kick) तथा अप्रत्यक्ष फ्री-किक (Indirect kick)। प्रत्यक्ष फ्री-किक वह है जहां से सीधा गोल किया जा सकता है। जब तक कि गेंद किसी और खिलाड़ी को छू न जाए। जब कोई खिलाड़ी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष फ्री-किक लगाता है तो अन्य खिलाड़ी गेंद से कम से कम दस गज़ की दूरी पर होने चाहिये। वे अपने परिधि पथ और पैनल्टी क्षेत्र को पार करते ही गेंद फौरन खेलेंगे। यदि गेंद पैनल्टी क्षेत्र से परे सीधे खेल में किक नहीं लगाई गई तो किक पुन: लगाई जाएगी। फ्री-किक लगाने वाला खिलाड़ी गेंद को दूसरी बार उस समय तक नहीं छू सकता जब तक इसे किसी अन्य खिलाड़ी ने न छू लिया हो।

दण्ड

इस नियम का उल्लंघन करने पर रक्षक टीम को उल्लंघन वाले स्थान से अप्रत्यक्ष फ्री-किक लगाने को मिलेगी।

पैनल्टी किक

पैनल्टी किक पैनल्टी निशान से लगाई जाएगी। पैनल्टी-किक लगाने के समय किक मारने बाला (प्रहारक) तथा गोल-रक्षक ही पैनल्टी क्षेत्र में होंगे। बाकी के खिलाड़ी पैनल्टी क्षेत्र से बाहर और पैनल्टी के निशान से कम से कम 10 गज़ दूर होंगे। गेंद को किक लगने तक गोल-रक्षक गोल रेखा पर स्थित खड़ा रहेगा। किक मारने वाला गेंद को दूसरी बार छू नहीं सकता जब तक कि उसे गोल कीपर छू नहीं लेता।

दण्ड

इस नियम के उल्लंघन पर-

  1. यदि रक्षक टीम द्वारा उल्लंघन होता है और यदि गोल न हुआ हो तो किक दूसरी बार ली जाएगी।
  2. यदि आक्रमक टीम द्वारा उल्लंघन होता है तो गोल हो जाने पर भी दोबारा किक ली जाएगी।
  3. यदि पैनल्टी-किक लेने वाले खिलाड़ी से उल्लंघन होता है तो विरोधी खिलाड़ी उल्लंघन वाले स्थान से अप्रत्यक्ष फ्री-किक लगाएगा।

थ्रो-इन

चंद्रशेखर नैयर फ़ुटबॉल स्टेडियम, तिरुअनंतपुरम

जब गेंद भूमि पर या हवा में पार्श्व रेखाओं से बाहर चली जाती है तो विरोधी टीम का एक खिलाड़ी उस स्थान से जहां से गेंद पार हुई होती है, खड़ा होकर गेंद मैदान के अन्दर फेंकता है। गेंद अन्दर फेंकने वाला खिलाड़ी मैदान की ओर मुंह करके दोनों पांवों का कोई भाग स्पर्श रेखा या स्पर्श रेखा से बाहर ज़मीन पर रख कर खड़ा हो हाता है। वह हाथों में गेंद पकड़ कर सिर के ऊपर से घुमा कर अन्दर मैदान में फेंकेगा। वह उस समय तक गेंद को नहीं छू सकता जब तक किसी दूसरे खिलाड़ी ने इसे न छू लिया हो।

दण्ड

  1. यदि थ्रो-इन उचित ढंग से न हो तो विरोधी टीम का खिलाड़ी थ्रो-इन करेगा।
  2. यदि थ्रो-इन करने वाला खिलाड़ी गेंद को किसी दूसरे खिलाड़ी द्वारा छूए जाने से पहले ही स्वयं छू लेता है तो विरोधी टीम को एक अप्रत्यक्ष फ्री-किक लगाने को दी जाएगी।

गोल-किक

किसी आक्रमक टीम के खिलाड़ी द्वारा खेले जाने पर जब गेंद भूमि के साथ या हवा में गोल रेखा को पार कर जाए तो रक्षक टीम का खिलाड़ी इसे गोल क्षेत्र से बाहर किक करता है। यदि वह गोल क्षेत्र से बाहर नहीं निकलती और सीधे खेल के मैदान में नहीं पहुँच पाती तो किक दुबारा लगाई जाएगी। किक करने वाला खिलाड़ी गेंद को उस समय तक पुन: नहीं छू सकता जब तक इसे किसी दूसरे खिलाड़ी द्वारा छू न लिया जाए।

दण्ड

यदि किक लगाने वाला खिलाड़ी गेंद को किसी अन्य खिलाड़ी द्वारा छूने से पहले पुन: छू ले तो विरोधी टीम को उसी स्थान से एक अप्रत्यक्ष फ्री-किक दी जाएगी जहां कि उल्लंघन हुआ है।

कार्नर किक

जब रक्षक टीम के किसी खिलाड़ी द्वारा खेले जाने पर गेंद भूमि पर या हवा में गोल रेखा पार कर कर जाए तो आक्रमक टीम का खिलाड़ी निकटतम कार्नर-फ्लैग के चौथाई वृत्त के भीतर से गेंद को किक लगाएगा। ऐसी किक से प्रत्यक्ष गोल भी किया किया जा सकता है। जब तक कार्नर-किक न ले जाए, विरोधी टीम के खिलाड़ी 10 गज़ दूर रहेंगे। किक करने वाला खिलाड़ी भी उस समय तक गेंद को दुबारा नहीं छू सकता जब तक किसी अन्य खिलाड़ी ने उसे छू न लिया हो।

दण्ड

इस नियम के उल्लंघन पर विरोधी टीम को उल्लंघन वाले स्थान से अप्रत्यक्ष फ्री-किक दी जाएगी।

फाऊल तथा त्रुटियाँ

  • यदि कोई भी खिलाड़ी निम्नलिखित अवज्ञा या अपराधों में से कोई भी जान-बूझ कर करता है तो विरोधी दल को अवज्ञा अपराध वाले स्थान से प्रत्यक्ष फ्री-किक दी जाएगी।
  1. विरोधी खिलाड़ी को किक मारे या किक मारने की कोशिश करे।
  2. विरोधी खिलाड़ी पर कूद या धक्का या मुक्का मारे।
  3. विरोधी खिलाड़ी पर भयंकर रूप से आक्रमण करे।
  4. विरोधी खिलाड़ी पर पीछे से आक्रमण करे।
  5. विरोधी खिलाड़ी को पकड़े या उसके वस्त्र पकड़ कर खींचे।
  6. विरोधी खिलाड़ी को चोट लगाए या लगाने की कोशिश करे।
  7. विरोधी खिलाड़ी के रास्ते में बाधा बनेया टांगों के प्रयोग से उसे गिरा दे या गिराने की कोशिश करे।
  8. विरोधी खिलाड़ी को हाथ या भुजा के किसी भाग से धक्का दे।
  9. गेंद को हाथ में पकड़ता है?

यदि रक्षक टीम का खिलाड़ी इन अपराधों में से कोई एक अपराध पैनल्टी क्षेत्र में करता है तो आक्रमण टीम को पैनल्टी-किक दी जाएगी।

  • यदि खिलाड़ी निम्नलिखित अपराधों में से कोई एक अपराध करता है तो विरोधी टीम को अपराध वाले स्थान से अप्रत्यक्ष फ्री-किक दी जाएगी:-
  1. जब गेंद को खतरनाक ढंग से खेलता है।
  2. जब गेंद कुछ दूर हो तो दूसरे खिलाड़ी को कन्धे मारे।
  3. गेंद खेलते समय विरोधी खिलाड़ी को जानबूझ कर रोकता है।
  4. गोल-कीपर पर आक्रमण करना, केवल उन स्थितियों को छोड़ कर जब वह:-

(i) विरोधी खिलाड़ी को रोक रहा हो।
(ii) गेंद पकड़ रहा हो।
(iii) गोल क्षेत्र से बाहर निकल गया हो।
5. (क) गोल रक्षक के रूप में गेंद भूमि पर बिना टप्पा मारे चार कदम आगे को जाना।
(ख) गोल रक्षक के रूप में ऐसी चालाकी में लग जाना जिससे खेल में बाधा पड़े, समय नष्ट करे और अपने पक्ष का अनुचित लाभ पहुंचाने की कोशिश करे।
(ग) खिलाड़ी को चेतावनी दी जाएगी और विरोधी टीम को अप्रत्यक्ष फ्री-किक दी जाएगी जब कोई खिलाड़ी:-
(i) खेल के नियमों का लगातार उल्लंघन करता है।
(ii) दुर्व्यवहार का अपराधी होता है।
(iii) शब्दों या प्रक्रिया द्वारा रैफरी के निर्णय से मतभेद प्रकट करता है।
(घ) खिलाड़ी को खेल के मैदान से बाहर निकाल दिया जाएगा यदि:-
(i) वह गाली-गालोच करता है या फाऊल करता है।
(ii) चेतावनी-मिलने पर भी बुरा व्यवहार करता है।
(iii) वह गम्भीर फाऊल खेलता है या दुर्व्यवहार करता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- खेलों के नियम | पृष्ठ संख्या- 7

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