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'''गंगैकोंडपुरम्''' [[तमिलनाडु]] के त्रिचुरापल्ली ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। इसकी भौगोलिक स्थिति 10° 12’ उत्तर अक्षांश तथा 79° 28’ पूर्व देशांतर है। | '''गंगैकोंडपुरम्''' [[तमिलनाडु]] के त्रिचुरापल्ली ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। इसकी भौगोलिक स्थिति 10° 12’ उत्तर अक्षांश तथा 79° 28’ पूर्व देशांतर है।<ref>{{cite web |url=http://bharatkhoj.org/w/index.php?title=%E0%A4%97%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%88%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%AE&action=edit |title=गंगैकोंडपुरम् |accessmonthday=14 दिसम्बर |accessyear=2016 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=भारतखोज |language= हिन्दी}}</ref> | ||
* यह जैयमकोंड सोलापुर से छह मील पर है। प्राचीन काल में यह एक प्रख्यात नगर था। | * यह जैयमकोंड सोलापुर से छह मील पर है। प्राचीन काल में यह एक प्रख्यात नगर था। |
12:04, 14 दिसम्बर 2016 का अवतरण
गंगैकोंडपुरम् तमिलनाडु के त्रिचुरापल्ली ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। इसकी भौगोलिक स्थिति 10° 12’ उत्तर अक्षांश तथा 79° 28’ पूर्व देशांतर है।[1]
- यह जैयमकोंड सोलापुर से छह मील पर है। प्राचीन काल में यह एक प्रख्यात नगर था।
- लोकप्रवाद है कि वाणासुर की तपस्या के फलस्वरूप शिव ने यहाँ एक कूप में गंगा बहा दी थी, जिसके कारण इस स्थान का यह नाम पड़ा है।
- वस्तुत: इसे प्रथम राजेंद्र चोल ने बसाया था, जो 'गंगैकोंडचोल' कहा जाता था।
- यहाँ चोलकालीन एक विशाल मंदिर के अवशेष हैं।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ गंगैकोंडपुरम् (हिन्दी) भारतखोज। अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2016।
- ↑ हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3| लेखक-परमेश्वरीलाल गुप्त |पृष्ठ संख्या- 344