"बॉब क्रिस्टो का परिचय": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 34: पंक्ति 34:
}}
}}


रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो का जन्म [[1938]] को सिरका में हुआ था। [[भारतीय सिनेमा]] के खलनायक [[अभिनेता]] तथा ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय सिविल इंजीनियर भी थे। इनका पूरा नाम रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो था लेकिन इन्हें बोब क्रिस्टो के नाम से भी जाना जाता है।  
रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो का जन्म [[1938]] को सिरका में हुआ था। [[भारतीय सिनेमा]] के खलनायक [[अभिनेता]] तथा ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय सिविल इंजीनियर भी थे। इनका पूरा नाम रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो था लेकिन इन्हें बोब क्रिस्टो के नाम से भी जाना जाता है। बोब क्रिस्टो के दो भाई हेल्मुट और माइक थे। इनके परिवार में पत्नी नरगिस, दो पुत्र सुनील और दोरियस हैं।
;परिवार
बोब क्रिस्टो के दो भाई हेल्मुट और माइक थे। इनके परिवार में पत्नी नरगिस, दो पुत्र सुनील और दोरियस हैं।


==परवीन बॉबी से भेंट ==
==परवीन बॉबी से भेंट ==

13:14, 10 जून 2017 का अवतरण

साँचा:बोब क्रिस्टो विषय सूची

बॉब क्रिस्टो का परिचय
रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो
रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो
पूरा नाम रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो
प्रसिद्ध नाम बोब क्रिस्टो
जन्म 1938
जन्म भूमि सिरका
मृत्यु 20 मार्च, 2011
मृत्यु स्थान बैंगलोर
पति/पत्नी नरगिस
संतान पुत्र- सुनील और दोरियस
कर्म भूमि मुंबई
कर्म-क्षेत्र अभिनेता
मुख्य फ़िल्में कालिया (1981), मर्द (1985), नास्तिक (1983), कुर्बानी (1980),
प्रसिद्धि खलनायक अभिनेता
अन्य जानकारी बोब क्रिस्टो परवीन बॉबी से मिलने के लिए भारत आए थे लेकिन उन्हें संजय खान की फ़िल्म अब्दुल्ला में ब्रेक मिल गया।
अद्यतन‎ 05:25, 10 जून 2017 (IST)

रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो का जन्म 1938 को सिरका में हुआ था। भारतीय सिनेमा के खलनायक अभिनेता तथा ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय सिविल इंजीनियर भी थे। इनका पूरा नाम रॉबर्ट जॉन क्रिस्टो था लेकिन इन्हें बोब क्रिस्टो के नाम से भी जाना जाता है। बोब क्रिस्टो के दो भाई हेल्मुट और माइक थे। इनके परिवार में पत्नी नरगिस, दो पुत्र सुनील और दोरियस हैं।

परवीन बॉबी से भेंट

आस्ट्रेलियाई मूल के बॉब भारत में जानी-मानी अभिनेत्री परवीन बॉबी से मिलने आये थे और वह यही के होकर रह गए। बॉब को पहला ब्रेक संजय खान द्वारा निर्मित फ़िल्म 'अब्दुल्ला' (1980) में बतौर खलनायक मिला जिसमें उनके अभिनय की खूब तारीफ की गयी। इसके बाद बॉब ने भारत में ही रुकने का निर्णय किया। दो दशको तक करीब 200 हिंदी फिल्मों में मुख्य खलनायक या उसके सहायक के किरदार में अभिनय करते रहे। बोब क्रिस्टो को अच्छी कदकाठी के बदौलत माडलिंग के कई ऑफर मिल चुके थे। बॉब क्रिस्टो के हट्टे कट्टे शरीर और टूटी-फूटी हिन्दी में संवाद बोलने के तरीके को लोगों ने काफी पसंद किया।

विदेशी अंदाज

सर से गंजे, हाथ में वाइन का ग्लास और स्टाइलिस्ट विदेशी लिबाज में वह फ़िल्मी परदे पर नजर आते थे। उनके हिंदी संवाद को विदेशी लहजे में बोलने का अंदाज लोगो को खूब भाता था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

साँचा:बोब क्रिस्टो विषय सूची

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ