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'''के, एफ़0 ई0''' चर्च मिशनरी सोसायटी से संबद्ध ईसाई धर्मप्रचारक। उन्होंने हिंदी साहित्य से संबंधित दो पुस्तकें अंग्रेजी में लिखीं----(1) ए हिस्ट्री ऑव हिंदी लिटरेचर (1920, जबलपुर) और (2) कबीर ऐंड हिज़ फ़ालोअर्स (1931)इनकी एंशेंट इंडियन ऐजुकेशन (1918) नामक एक तीसरी पुस्तक शिक्षा से संबंधित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 3|लेखक= |अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=114 |url=}}</ref>
'''के, एफ़. ई.''' '''चर्च मिशनरी सोसायटी''' से संबद्ध [[ईसाई]] धर्म प्रचारक। उन्होंने [[हिंदी साहित्य]] से संबंधित दो पुस्तकें [[अंग्रेजी भाषा|अंग्रेजी]] में लिखीं -  
#ए हिस्ट्री ऑफ हिंदी लिटरेचर (1920, जबलपुर)  
#कबीर ऐंड हिज़ फ़ालोअर्स (1931)  
#इनकी एंशेंट इंडियन ऐजुकेशन (1918) नामक एक तीसरी पुस्तक शिक्षा से संबंधित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 3|लेखक= |अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=114 |url=}}</ref>





09:50, 13 जनवरी 2020 का अवतरण

के, एफ़. ई. चर्च मिशनरी सोसायटी से संबद्ध ईसाई धर्म प्रचारक। उन्होंने हिंदी साहित्य से संबंधित दो पुस्तकें अंग्रेजी में लिखीं -

  1. ए हिस्ट्री ऑफ हिंदी लिटरेचर (1920, जबलपुर)
  2. कबीर ऐंड हिज़ फ़ालोअर्स (1931)
  3. इनकी एंशेंट इंडियन ऐजुकेशन (1918) नामक एक तीसरी पुस्तक शिक्षा से संबंधित है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 3 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 114 |

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