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*विनय कुमार सक्सैना की सफल अगुवाई में खादी ग्रामोद्योग के कारोबार में बढ़ोतरी हुई। 7 साल के दौरान 40 लाख लोगों को नए रोजगार मिले।
*विनय कुमार सक्सैना की सफल अगुवाई में खादी ग्रामोद्योग के कारोबार में बढ़ोतरी हुई। 7 साल के दौरान 40 लाख लोगों को नए रोजगार मिले।
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07:17, 11 जून 2022 के समय का अवतरण

विनय कुमार सक्सैना
विनय कुमार सक्सैना
विनय कुमार सक्सैना
पूरा नाम विनय कुमार सक्सैना
जन्म 23 मार्च, 1958
जन्म भूमि कानपुर, उत्तर प्रदेश
नागरिकता भारतीय
पद उपराज्यपाल, दिल्ली- 26 मई, 2022

अध्यक्ष, खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन- 25 अक्टूबर, 2015 से 23 मई, 2022

विद्यालय कानपुर यूनिवर्सिटी
संबंधित लेख भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची
अन्य जानकारी 5 मार्च 2021 को विनय कुमार सक्सैना को भारत की स्वंत्रता की 75वीं वर्षगांठ बनाने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय समिति के एक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया।
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विनय कुमार सक्सैना (अंग्रेज़ी: Vinai Kumar Saxena, जन्म- 23 मार्च, 1958) दिल्ली के उपराज्यपाल हैं। दिल्ली के पूर्व एलजी अनिल बैजल के इस्तीफे के बाद विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया एलजी चुना गया है। वह 'खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन' में चेयरमैन के रूप में कार्य करते हैं और उन्होंने अपने कॅरियर के दौरान कई प्रशासनिक और सामाजिक क्षेत्रों में सेवाएं दी हैं। विनय कुमार सक्सैना ने पद्म पुरस्कारों के पैनल में भी अपनी महत्त्वपूर्व भूमिका निभाई है।

परिचय

विनय कुमार सक्सैना का जन्म 23 मार्च, 1958 को कानपुर, उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई कानपुर यूनिवर्सिटी से पूरी की है। सन 1984 में उन्होंने राजस्थान में जेके ग्रुप के साथ एक असिस्टेंट ऑफिसर के रूप में अपना करियर शुरू किया और जेके ग्रुप के वाइट सीमेंट प्लांट में काम किया। 1995 में उन्हें जनरल मैनेजर बनाया गया। इसके बाद वे अपने काम के दम पर पोर्ट प्रोजेक्ट के सीईओ और डायरेक्टर के पद तक भी पहुंचे।[1]

संगठन की स्थापना

साल 1991 में विनय कुमार सक्सैना ने 'नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज' की स्थापना की, जो एक नॉन प्रॉफिटेबल सामाजिक संगठन है। यह सोसायटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है और 'मिनिस्ट्री ऑफ लॉ एंड जस्टिस' द्वारा मान्यता प्राप्त है। इस एनजीओ का हेड क्वार्टर अहमदाबाद में है और इसने मेधा पाटकर के नेतृत्व वाले प्रसिद्ध 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' का विरोध किया था।

खादी में सराहनीय कार्य

अक्टूबर 2015 में 'खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन' के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के बाद, विनय कुमार सक्सैना ने खादी और ग्रामोद्योग की अप्रयुक्त धाराओं की खोज की और 'हनी मिशन', 'कुम्हार सशक्तिकरण योजना', 'चमड़े के कारीगरों के सशक्तिकरण' खादी प्राकृत पेंट, प्रोजेक्ट आरई-एचएबी, खादी कपड़े के जूते और प्लास्टिक-मिश्रित हस्तनिर्मित कागज, आदि जैसी कई नई योजनाओं और उत्पादों की शुरुआत की।

उच्च पदों पर कार्य

  • विनय कुमार सक्सैना की सफल अगुवाई में खादी ग्रामोद्योग के कारोबार में बढ़ोतरी हुई। 7 साल के दौरान 40 लाख लोगों को नए रोजगार मिले।
  • उनके कार्यकाल साल 2021-2022 में 1.15 लाख करोड़ रुपये का ऐतिहासिक कारोबार हुआ जो कि केवीआईसी और किसी के द्वारा सबसे ज्यादा कारोबार था।
  • 5 मार्च 2021 को विनय कुमार सक्सैना को भारत की स्वंत्रता की 75वीं वर्षगांठ बनाने के लिए बनाई गई राष्ट्रीय समिति के एक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया।
  • नवंबर 2020 में विनय कुमार सक्सैना को उच्चाधिकार प्राप्त सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया।
  • उन्हें वर्ष 2021 के लिए पद्म पुरस्कार की चयन समिति के सदस्य के रूप में भी मनोनीत किया गया।
  • 2016 से 2022 तक वे हर साल 'अधिकार प्राप्त समिति' के सदस्य के रूप में नामित किया जाते रहे। इसके अलावा भी वे तमाम समितियों के सदस्य रहें।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. जानिए कितने पढ़े-लिखे हैं दिल्ली के नए एलजी विनय सक्सेना (हिंदी) navbharattimes.indiatimes.com। अभिगमन तिथि: 11 जून, 2022।

संबंधित लेख

भारतीय राज्यों में पदस्थ राज्यपाल, उपराज्यपाल एवं प्रशासक
क्रमांक राज्य राज्यपाल/उपराज्यपाल चित्र कार्यकाल प्रारम्भ
1. आंध्र प्रदेश विश्व भूषण हरिचंदन
24 जुलाई, 2019
2. अरुणाचल प्रदेश बी. डी. मिश्रा
3 अक्टूबर, 2017
3. असम जगदीश मुखी
10 अक्टूबर, 2017
4. बिहार फागु चौहान
29 जुलाई, 2019
5. छत्तीसगढ़ अनुसुइया उइके
29 जुलाई, 2019
6. गोवा पी. एस. श्रीधरन पिल्लई
7 जुलाई, 2021
7. गुजरात आचार्य देवव्रत
22 जुलाई, 2019
8. हरियाणा बंडारू दत्तात्रेय
7 जुलाई, 2021
9. हिमाचल प्रदेश राजेन्द्र आर्लेकर
13 जुलाई, 2021
10. झारखण्ड रमेश बैस
14 जुलाई, 2021
11. कर्नाटक थावर चंद गहलोत
11 जुलाई, 2021
12. केरल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान
6 सितम्बर, 2019
13. मध्य प्रदेश मंगूभाई छगनभाई पटेल
6 जुलाई, 2021
14. महाराष्ट्र भगत सिंह कोश्यारी
5 सितम्बर, 2019
15. मणिपुर एल. गणेशन
27 अगस्त, 2021
16. मेघालय सत्यपाल मलिक
19 अगस्त, 2020
17. मिज़ोरम कंभमपति हरिबाबू
19 जुलाई, 2021
18. नागालैण्ड जगदीश मुखी
17 सितम्बर, 2021
19. ओडिशा गणेशी लाल
29 मई, 2018
20. पंजाब बनवारीलाल पुरोहित
31 अगस्त, 2021
21. राजस्थान कलराज मिश्र
9 सितम्बर, 2019
22. सिक्किम गंगा प्रसाद
26 अगस्त, 2018
23. तमिल नाडु रविन्द्र नारायण रवि
18 सितम्बर, 2021
24. तेलंगाना तमिलसाई सुंदरराजन
8 सितम्बर, 2019
25. त्रिपुरा सत्यदेव नारायण आर्य
7 जुलाई, 2021
26. उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल
29 जुलाई, 2019
27. उत्तराखण्ड गुरमीत सिंह
गुरमीत सिंह
गुरमीत सिंह
15 सितंबर, 2021
28. पश्चिम बंगाल जगदीप धनखड़
30 जुलाई, 2019
29. अंडमान-निकोबार देवेन्द्र कुमार जोशी
8 अक्टूबर, 2017
30, दिल्ली विनय कुमार सक्सैना
26 मई, 2022
31. जम्मू-कश्मीर मनोज सिन्हा
7 अगस्त, 2020
32. लद्दाख राधाकृष्ण माथुर
31 अक्टूबर, 2019
33. पुदुच्चेरी के उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन
18 फ़रवरी, 2021
34. चंडीगढ़ बनवारीलाल पुरोहित
31 अगस्त, 2021
35. दमन एवं दीव प्रफुल खोदा पटेल
26 जनवरी, 2020
36. दादरा एवं नागर हवेली प्रफुल खोदा पटेल
26 जनवरी, 2020
37. लक्षद्वीप प्रफुल खोदा पटेल (अतिरिक्त प्रभार)
5 दिसम्बर, 2020