"भारतकोश:अभ्यास पन्ना3": अवतरणों में अंतर
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- मेवाड़ी भाषा | - मेवाड़ी भाषा | ||
- बाँगरु भाषा | - बाँगरु भाषा | ||
{[[अमीर ख़ुसरो]] ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा है? | |||
|type="[]"} | |||
- दक्खिनी | |||
+ खड़ीबोली | |||
- बुन्देली | |||
- बघेली | |||
{'एक नगर पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।' यह पंक्ति किस भाषा की है? | |||
|type="[]"} | |||
+ [[ब्रजभाषा]] | |||
- खड़ीबोली भाषा | |||
- अपभ्रंश भाषा | |||
- कन्नौजी भाषा | |||
[[ब्रजभाषा]] मूलत: ब्रजक्षेत्र की बोली है। विक्रम की 13वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी तक भारत में साहित्यिक भाषा रहने के कारण [[ब्रज]] की इस जनपदीय बोली ने अपने विकास के साथ भाषा नाम प्राप्त किया और ब्रजभाषा नाम से जानी जाने लगी। शुद्ध रूप में यह आज भी [[मथुरा]], [[आगरा]], [[धौलपुर]] और अलीगढ़ जिलों में बोली जाती है। इसे हम केंद्रीय ब्रजभाषा भी कह सकते हैं। आधुनिक ब्रजभाषा 1 करोड़ 23 लाख जनता के द्वारा बोली जाती है और लगभग 38,000 वर्गमील के क्षेत्र में फैली हुई है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ब्रजभाषा]]}} | |||
{किस भाषा को वैज्ञानिक ने [[बिहारी भाषाएँ|बिहारी]] और [[मैथिली भाषा|मैथिली]] मागधी से निकली होने के कारण हिन्दी से पृथक् माना है? | |||
|type="[]"} | |||
- हार्नले | |||
+ सुनीति कुमार चटर्जी | |||
- जॉर्ज ग्रियर्सन | |||
- धीरेन्द्र वर्मा | |||
{[[देवनागरी लिपि]] को राष्ट्रलिपि के रूप में कब स्वीकार किया गया था?? | |||
|type="[]"} | |||
+([[14 सितम्बर]], [[1949]]) | |||
- ([[21 सितम्बर]], 1949) | |||
- ([[23 सितम्बर]], 1949) | |||
- ([[25 सितम्बर]], 1949) | |||
{'रानी केतकी की कहानी' की भाषा को कहा जाता है? | |||
|type="[]"} | |||
- हिन्दुस्तानी | |||
+ खड़ीबोली | |||
- [[उर्दू भाषा|उर्दू]] | |||
- अपभ्रंश | |||
{[[देवनागरी लिपि]] का विकास किस लिपि से हुआ है? | |||
|type="[]"} | |||
- [[खरोष्ठी लिपि]] | |||
- कुटिल लिपि | |||
+ [[ब्राह्मी लिपि]] | |||
- गुप्तकाल की लिपि | |||
||[[चित्र:Devnagari-Lipi.jpg|thumb|200px|[[अशोक]] की ब्राह्मी लिपि के अक्षर]] प्राचीन ब्राह्मी लिपि के उत्कृष्ट उदाहरण सम्राट [[अशोक]] (असोक) द्वारा ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में बनवाये गये शिलालेखों के रूप में अनेक स्थानों पर मिलते है । नये अनुसंधानों के आधार 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के लेख भी मिले है। ब्राह्मी भी [[खरोष्ठी]] की तरह ही पूरे [[एशिया]] में फैली हुई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ब्राह्मी लिपि]] | |||
{'बाँगरू' बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है? | |||
|type="[]"} | |||
- कन्नौजी | |||
- बुन्देली | |||
- [[ब्रजभाषा]] | |||
+खड़ीबोली | |||
===== मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाओं का स्थिति काल रहा है?===== | |||
{{Opt|विकल्प 1=(1500 ई.पू. से 500 ई.पू.)|विकल्प 2=(1000 ई.पू. से 500 ई.पू.)|विकल्प 3=(500 ई.पू. से 600 ई.पू.)|विकल्प 4=(500 ई.पू. से 1000 ई.पू.)}}{{Ans|विकल्प 1=(1500 ई.पू. से 500 ई.पू.)|विकल्प 2=(1000 ई.पू. से 500 ई.पू.)|विकल्प 3=(500 ई.पू. से 600 ई.पू.)|विकल्प 4='''(500 ई.पू. से 1000 ई.पू.)'''{{Check}}|विवरण=}} | |||
===== 'प्राचीन देशभाषा' (पूर्व अपभ्रंश) को 'अपभ्रंश' तथा परवर्ती अर्थात् अग्रसरीभूत अपभ्रंश को 'अवहट्ठ' किस भाषा वैज्ञानिक ने कहा है?===== | |||
{{Opt|विकल्प 1=ग्रियर्सन|विकल्प 2=भोलानाथ तिवारी|विकल्प 3=सुनीतिकुमार चटर्जी एवं सुकुमार सेन|विकल्प 4=उदयनारायण तिवारी}}{{Ans|विकल्प 1=ग्रियर्सन|विकल्प 2=भोलानाथ तिवारी|विकल्प 3='''सुनीतिकुमार चटर्जी एवं सुकुमार सेन'''{{Check}}|विकल्प 4=उदयनारायण तिवारी|विवरण=}} |
12:01, 22 दिसम्बर 2010 का अवतरण
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