"निज़ामुद्दीन दरगाह": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('[[चित्र:Hazrat-Nizamuddin-Dargah.jpg|thumb|निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह|25...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replace - "निजामुद्दीन" to "निज़ामुद्दीन")
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Hazrat-Nizamuddin-Dargah.jpg|thumb|निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह|250px]]
[[चित्र:Hazrat-Nizamuddin-Dargah.jpg|thumb|निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह|250px]]
*मुसलमान संत निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह [[दिल्ली]]-[[मथुरा]] मार्ग पर [[हुमायूँ का मक़बरा|हुमायूँ के मक़बरे]] के पास स्थित है।
*मुसलमान संत निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह [[दिल्ली]]-[[मथुरा]] मार्ग पर [[हुमायूँ का मक़बरा|हुमायूँ के मक़बरे]] के पास स्थित है।
*इस तीर्थ स्थान के केन्द्रीय कक्ष में पीर निजामुद्दीन को दफ़नाया हुआ है, इसे [[मुहम्मद तुग़लक़]] ने (सन 1324-1351 ई0) में बनवाया था।
*इस तीर्थ स्थान के केन्द्रीय कक्ष में पीर निज़ामुद्दीन को दफ़नाया हुआ है, इसे [[मुहम्मद तुग़लक़]] ने (सन 1324-1351 ई0) में बनवाया था।
*यह सुन्दर मक़बरा संगमरमर का बना हुआ है जिसके ऊपर [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] संगमरमर के पत्थरों का जालीदार आवरण है जिसके बाहर चारों ओर सफ़ेद संगमरमर का महराबों वाला एक बरामदा बना हुआ है।  
*यह सुन्दर मक़बरा संगमरमर का बना हुआ है जिसके ऊपर [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] संगमरमर के पत्थरों का जालीदार आवरण है जिसके बाहर चारों ओर सफ़ेद संगमरमर का महराबों वाला एक बरामदा बना हुआ है।  
*दरगाह में घुसते ही तालाब है। इसे पीर निजामुद्दीन ने स्वयं बनवाया था। [[शाहजहाँ]] की पुत्री और [[औरंगजेब]] की बहन [[जहाँआरा बेगम]] की क़ब्र भी मक़बरे के पास है।  
*दरगाह में घुसते ही तालाब है। इसे पीर निज़ामुद्दीन ने स्वयं बनवाया था। [[शाहजहाँ]] की पुत्री और [[औरंगजेब]] की बहन [[जहाँआरा बेगम]] की क़ब्र भी मक़बरे के पास है।  


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}

14:04, 25 अप्रैल 2011 का अवतरण

निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह
  • मुसलमान संत निज़ामुद्दीन अपोलिया की दरगाह दिल्ली-मथुरा मार्ग पर हुमायूँ के मक़बरे के पास स्थित है।
  • इस तीर्थ स्थान के केन्द्रीय कक्ष में पीर निज़ामुद्दीन को दफ़नाया हुआ है, इसे मुहम्मद तुग़लक़ ने (सन 1324-1351 ई0) में बनवाया था।
  • यह सुन्दर मक़बरा संगमरमर का बना हुआ है जिसके ऊपर सफ़ेद संगमरमर के पत्थरों का जालीदार आवरण है जिसके बाहर चारों ओर सफ़ेद संगमरमर का महराबों वाला एक बरामदा बना हुआ है।
  • दरगाह में घुसते ही तालाब है। इसे पीर निज़ामुद्दीन ने स्वयं बनवाया था। शाहजहाँ की पुत्री और औरंगजेब की बहन जहाँआरा बेगम की क़ब्र भी मक़बरे के पास है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख