"आरती संग्रह": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "{{आरती_स्तुति_स्त्रोत}}" to "{{आरती स्तुति स्तोत्र}}")
पंक्ति 73: पंक्ति 73:
{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{आरती_स्तुति_स्त्रोत}}
{{आरती स्तुति स्तोत्र}}
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}}
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}}
[[Category:हिन्दू संस्कार]]
[[Category:हिन्दू संस्कार]]

12:58, 12 जुलाई 2011 का अवतरण

पूजा के अंत में हम सभी भगवान की आरती करते हैं। आरती पूजन के अन्त में इष्टदेवता की प्रसन्नता के हेतु की जाती है। इसमें इष्टदेव को दीपक दिखाने के साथ उनका स्तवन तथा गुणगान किया जाता है। यह एक देवता के गुणों की प्रशंसा गीत है। आरती आम तौर पर एक पूजा या भजन सत्र के अंत में किया जाता है। यह पूजा समारोह के एक भाग के रूप में गाया जाता है।

चालीसा एवं आरती संग्रह


संबंधित लेख