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*मही नदी [[बिहार]] की [[गंडक नदी]] का एक नाम है।
*कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
*[[सुग्रीव]] ने वानरों की सेना को [[सीता]] की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है।
<poem>'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम्  
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ब्रह्ममालंविदेहांश्च मालवा न्काशिकोसलान्'<ref>[[वाल्मीकि]] [[रामायण]] [[किष्किंधा]] 40,22।</ref></poem>
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[[सुग्रीव]] ने वानरों की सेना को [[सीता]] की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है। मही नदी [[बिहार]] की [[गंडक नदी]] का एक नाम है। कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
 
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

10:50, 27 जुलाई 2011 का अवतरण

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  • मही नदी बिहार की गंडक नदी का एक नाम है।
  • कालमही नदी इसी की कोई उपशाला या निकटवर्ती नदी हो सकती है।
  • सुग्रीव ने वानरों की सेना को सीता की खोज में पूर्व-दिशा की ओर भेजते हुए वहाँ के स्थानों के वर्णन के प्रसंग में मही नदी और कालमही नदी का उल्लेख किया है।

'महींकालमहीं चापि शैलकानन सेविताम्
ब्रह्ममालंविदेहांश्च मालवा न्काशिकोसलान्'[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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