"बिरहानल दाह दहै तन ताप -बिहारी लाल": अवतरणों में अंतर
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बिरहानल दाह दहै तन ताप, करी बड़वानल ज्वाल रदी। | बिरहानल दाह दहै तन ताप, | ||
करी बड़वानल ज्वाल रदी। | |||
घर तैं लखि चन्द्रमुखीन चली, चलि माह अन्हान कछू जु सदी। | घर तैं लखि चन्द्रमुखीन चली, | ||
चलि माह अन्हान कछू जु सदी। | |||
पहिलैं ही सहेलनि तैं सबके, बरजें हसि घाइ घसौ अबदी। | पहिलैं ही सहेलनि तैं सबके, | ||
बरजें हसि घाइ घसौ अबदी। | |||
परस्यौ कर जाइ न न्हाय सु कौन, री अंग लगे उफनान नदी।। | परस्यौ कर जाइ न न्हाय सु कौन, | ||
री अंग लगे उफनान नदी।। | |||
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07:15, 8 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
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बिरहानल दाह दहै तन ताप, |
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