"उड़ि गुलाल घूँघर भई -बिहारी लाल": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) ('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Bihari-Lal.jpg |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
<poem> | <poem> | ||
उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह्यो लाल बितान। | उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह्यो लाल बितान। | ||
चौरी चारु | चौरी चारु निकुंजन में ब्याह फाग सुखदान॥ | ||
फूलन के सिर सेहरा, फाग रंग रँगे बेस। | |||
भाँवर ही में दौड़ते, लै गति सुलभ सुदेस॥ | |||
भीण्यो केसर रंगसूँ लगे अरुन पट पीत। | भीण्यो केसर रंगसूँ लगे अरुन पट पीत। | ||
डालै चाँचा | डालै चाँचा चौक में गहि बहियाँ दोउ मीत॥ | ||
रच्यौ रँगीली | |||
रच्यौ रँगीली रैन में, होरी के बिच ब्याह। | |||
बनी बिहारन रसमयी रसिक बिहारी नाह॥ | बनी बिहारन रसमयी रसिक बिहारी नाह॥ | ||
07:37, 8 सितम्बर 2011 का अवतरण
| ||||||||||||||||||
|
उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह्यो लाल बितान। |
संबंधित लेख