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नगर में और आसपास कई शिक्षण संस्थान हैं जिनमें सह शिक्षा, कन्या महाविद्यालय एवं अन्य विद्यालय शामिल हैं; यहाँ अखिल भारतीय जन संचार संस्थान की शाखा तथा सरकारी एवं ग़ैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षण केंद्र भी हैं। | नगर में और आसपास कई शिक्षण संस्थान हैं जिनमें सह शिक्षा, कन्या महाविद्यालय एवं अन्य विद्यालय शामिल हैं; यहाँ अखिल भारतीय जन संचार संस्थान की शाखा तथा सरकारी एवं ग़ैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षण केंद्र भी हैं। |
06:42, 3 अक्टूबर 2011 का अवतरण
ढेंकानाल नगर, पूर्वी-मध्य उड़ीसा राज्य, पूर्वी भारत में स्थित है। यहाँ कई मंदिर एवं पुरातत्त्व स्थल हैं और यह ढेंकानाल ज़िले का मुख्यालय है। सवर (सवोरा, सौरा या सहरा) जनजाति के मध्ययुगीन मुखिया ढेंका के नाम पर बसा ढेंकानाल चावल, तिलहन एवं लकड़ी का बाज़ार तथा हथकरघा बुनाई का केंद्र है। पहले यह सामंती ढेंकानाल रजवाड़े की राजधानी था, जिसे 1949 में उड़ीसा राज्य में शामिल कर लिया गया। राजा का महल पहाड़ी पर खाई से घिरा है।
शिक्षण संस्थान
नगर में और आसपास कई शिक्षण संस्थान हैं जिनमें सह शिक्षा, कन्या महाविद्यालय एवं अन्य विद्यालय शामिल हैं; यहाँ अखिल भारतीय जन संचार संस्थान की शाखा तथा सरकारी एवं ग़ैर सरकारी संगठनों के प्रशिक्षण केंद्र भी हैं।
कृषि और खनिज
आसपास के इलाके में चावल एवं तिलहन उगाया जाता है तथा वन उत्पादों का बहुत महत्त्व है।
उद्योग और व्यापार
यहाँ कपड़ा, पीतल के बर्तन बनाने का काम तथा अन्य कुटीर उद्योग व्यापक रूप से फैले हैं।
पर्यटक स्थल
कपिलास चोटी और तलहटी में स्थित हिरन उद्यान, धार्मिक स्थल एवं असाधारण प्राकृतिक दृश्यों वाली संप्तसाज्य पहाड़ी और अलख महिमा धार्मिक संप्रदाय के मुख्यालय जोरांदा तक आसान पहुंच के कारण ढेंकानाल अब पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। ढेंकानाल और आसपास के इलाक़े अपनी कई विशिष्ट गतिविधियों के कारण भी अब प्रसिद्ध हो गए हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार ढेंकानाल नगर की कुल जनसंख्या 57,651 है; और ढेंकानाल ज़िले की कुल जनसंख्या 10,65,983 है।
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