"कलंगा दुर्ग": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} '''कलंगा दुर्ग''' देहरादून में स्थित एक ऐ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कलंगा दुर्ग''' [[देहरादून]] में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर गोरखों का राज था तो उन्होंने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था। | |||
'''कलंगा दुर्ग''' [[देहरादून]] में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर गोरखों का राज था उन्होंने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था। | |||
*अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर फौज की कमान सम्हाली थी। | *अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर फौज की कमान सम्हाली थी। | ||
*उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था। अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है। | *उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था। | ||
*अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है। | |||
पंक्ति 20: | पंक्ति 20: | ||
[[Category: उत्तराखंड के ऐतिहासिक स्थान]] | [[Category: उत्तराखंड के ऐतिहासिक स्थान]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:50, 30 अक्टूबर 2011 का अवतरण
कलंगा दुर्ग देहरादून में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर गोरखों का राज था तो उन्होंने अंग्रेज़ों से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था।
- अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर फौज की कमान सम्हाली थी।
- उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था।
- अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख