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{[[भोरमदेव मंदिर]] का निर्माण किस काल में हुआ था? | {[[भोरमदेव मंदिर]] का निर्माण किस काल में हुआ था? | ||
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-नलवंश काल में | -नलवंश काल में | ||
+फणिनागवंश काल में | +फणिनागवंश काल में | ||
- | -[[कलचुरी वंश|]] काल में | ||
- | -[[नंद वंश]] काल में | ||
{ | {'मामा-भांजा मन्दिर' [[छत्तीसगढ़]] में कहाँ स्थित है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-रतनपुर में | -रतनपुर में | ||
+ | +[[बरसुर]] में | ||
-रामगढ़ में | -रामगढ़ में | ||
- | -[[चांपा]] में | ||
||[[चित्र:Ganesh-Temple-Barsur.jpg|right|100px|गणेश मन्दिर, बरसुर]][[बरसुर]] [[छत्तीसगढ़]] राज्य के दन्तेवाड़ा ज़िले में स्थित है। मन्दिरों और तालाबों के लिए प्रसिद्ध बरसुर गीदम की उत्तरी दिशा में 24 किलोमीटर की दूरी पर [[इन्द्रावती नदी]] के किनारे पर स्थित है। बरसुर में 'मामा-भांजा', 'चन्द्रादित्य', 'बत्तीसा' और 'भगवान [[गणेश]]' के भी मन्दिर आकर्षण का केंद्र हैं। यह माना जाता है कि प्राचीन समय में बरसुर में लगभग 147 मन्दिर और लगभग इतने ही तालाब थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बरसुर]] | |||
{किस वेद में [[छत्तीसगढ़]] का वर्णन नहीं है? | {किस [[वेद]] में [[छत्तीसगढ़]] का वर्णन नहीं है? | ||
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-[[सामवेद]] | -[[सामवेद]] | ||
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-[[यजुर्वेद]] | -[[यजुर्वेद]] | ||
-[[अथर्ववेद]] | -[[अथर्ववेद]] | ||
||[[चित्र:Rigveda.jpg| | ||[[चित्र:Rigveda.jpg||100px|right|[[ॠग्वेद]] का आवरण पृष्ठ ]]'ऋग्वेद' सबसे प्राचीनतम [[वेद]] है। 'ऋक' का अर्थ होता है 'छन्दोबद्ध रचना' या [[श्लोक]]। [[ऋग्वेद]] के सूक्त विविध [[देवता|देवताओं]] की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ऋग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्रोतों की प्रधानता है। ऋग्वेद में कुल दस मण्डल हैं और उनमें 1,029 सूक्त हैं और कुल 10,580 ऋचाएँ हैं। ऋग्वेद के दस मण्डलों में कुछ मण्डल छोटे हैं और कुछ मण्डल बड़े हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ऋग्वेद]] | ||
{ | {[[छत्तीसगढ़]] में संत घासीदास की जन्म-स्थली कौन-सी है? | ||
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- | -[[अम्बिकापुर]] | ||
-दामाखेड़ा | -दामाखेड़ा | ||
+गिरौदपुरी | +गिरौदपुरी | ||
-पलारी | -पलारी | ||
{[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]], [[कोरिया ज़िला|कोरिया]] व [[जशपुर ज़िला|जशपुर]] ज़िले | {[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]], [[कोरिया ज़िला|कोरिया]] व [[जशपुर ज़िला|जशपुर]] ज़िले आज़ादी से पूर्व किस प्रांत में थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[बंगाल]] | +[[बंगाल]] | ||
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-[[उड़ीसा]] | -[[उड़ीसा]] | ||
-[[बिहार]] | -[[बिहार]] | ||
||[[चित्र: | ||[[चित्र:Hill-Myna.jpg|100px|right|पहाड़ी मैना, छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी]]सन 1854 में [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के आक्रमण के बाद [[छत्तीसगढ़]] का महत्त्व बढ़ गया। [[1904]] में [[संबलपुर ज़िला|संबलपुर]] [[उड़ीसा]] में चला गया और [[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]] रियासत [[बंगाल]] से छत्तीसगढ़ के पास आ गई। छत्तीसगढ़ पूर्व में दक्षिणी [[झारखण्ड]] और उड़ीसा से, पश्चिम में [[मध्य प्रदेश]] और [[महाराष्ट्र]] से, उत्तर में [[उत्तर प्रदेश]] और पश्चिमी झारखण्ड और दक्षिण में [[आंध्र प्रदेश]] से घिरा है। छत्तीसगढ़ का भू-भाग सम्पूर्ण [[भारत]] के भू-भाग का कुल 4.14% है। इस प्रकर छत्तीसगढ़ राज्य क्षेत्रफल के हिसाब से देश का 9वाँ बड़ा राज्य है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[छत्तीसगढ़]] | ||
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12:17, 14 फ़रवरी 2012 का अवतरण
छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
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